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Tag Archives: प्रेग्नेंसी

If you are a 'Newly Mom' then take care of yourself like this

Newly Mom: प्रेग्नेंसी शुरू होते ही शरीर में कई तरह के हार्मोनल चेंजिंग दिखने लगते हैं और 09 महीने के फेज के बाद जब डिलीवरी होती है तो मां को सबसे अधिक खुशी का एहसास होता है पर इसके बाद कई सरह के स्ट्रेस भी सामने आते हैं जैसे कि चिड़चिढ़ापन, उदासी, चिंता, बच्चे के साथ जुड़ाव में कमी जैसा प्रॉब्लम होने लगता है। डिलीवरी के बाद शरीर कमजोर हो जाता है और तनाव का कुप्रभाव भी सेहत पर नजर आता है।

प्रेग्नेंसी के बाद पहले जैसा हेल्दी और फिट बनने के लिए अपने रूटीन के साथ ही खानपान का खास ध्यान रखने की जरूरत होती है। वरना कुछ प्रॉब्लम लाइफटाइम परेशानी खड़ा कर सकती है जैसे वजन कंट्रोल न किया जाए तो कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है साथ ही शरीर में दर्द और कमजोरी लंबे वक्त तक बनी रह सकती है। विशेषज्ञ से जानेंगे कि कैसे डाइट को सही तरीकों से लेकर योगा या वर्कआउट करने तक कैसे अपने स्वास्थ्य को ठीक रख सकती हैं।

नई मां की फिजिकल हेल्थ के साथ ही मेंटल हेल्थ भी दुरुस्त रहना बहुत जरूरी होता है, तभी वह अपने बच्चे को भी पूरी तरह से देखभाल कर पाएंगी और बच्चा हेल्दी रहता है। बाद वाली परेशानियों से बचने के लिए सबसे जरूरी होता है फैमिली का इमोशनल सपोर्ट। अलावा इसके भी एक्सपर्ट ने कई छोटी-छोटी ट्रिक बताई हैं और डाइट, वर्कआउट की डिटेल भी दी है ताकि डिलीवरी के बाद मां खुद को स्वस्थ रख सके।

एक्सपर्ट लाइफस्टाइल डिजीज जैसे डायबिटीज, पीसीओडी, थायराइड, ओबेसिटी आदि से लोगों को नेचुरली रिवर्स करने में मदद करती हैं और यह भी बताती हैं कि कैसे आप टेस्टी खाना खाकर भी स्लिम और फिट रह सकते हैं।

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मेंटल हेल्थ दुरुस्त रखने के टिप्स

  • एक्सपर्ट कहती हैं कि नई मां बनी हैं तो रोजाना कुछ देर लाइट वॉक करें और नंगे पैर घास पर चलें।
  • मेंटल हेल्थ को सुधारने के लिए ब्रीदिंग टेक्निक जैसे कपालभाति प्राणायाम और अनुलोम विलोम करना सही रहता है।
  • एक्सपर्ट का कहना है कि कोई भी स्ट्रेस जो आपको परेशान कर रहा हो, उसके बारे में बात करें।
  • स्ट्रेस कम ना हो तो जरूरत के हिसाब से थेरेपिस्ट या काउंसलर से बात करनी है तो वो बिल्कुल नॉर्मल है। जरूर बात करें, स्ट्रेस को कैसे डील करें?

भरपूर नींद लेना है जरूरी

good sleep

एक्सपर्ट के मुताबिक सबसे जरूरी है नई माएं अच्छी नींद लें, क्योंकि नींद न सिर्फ शारीरिक तौर पर आराम देती है, बल्कि मेंटली भी रिलैक्स दिलाने में मदद करती है। इसके लिए स्लीप स्नैचिंग तकनीक का सहारा लेना चाहिए यानी जब बेबी सो रहा हो या फिर फैमिली में किसी और के पास हो तो उस दौरान आप भी पावर नैप लें।

ब्रेस्टफीडिंग करवाना है फायदेमंद

Breast feeding

एक्सपर्ट कहती हैं कि बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग जरूर कराएं. ये मां और शिशु दोनों के लिए फायदेमंद होती है। वजन घटाने के लिए पेशेंस रखें, क्योंकि ग्रेचुअल वेट लॉस और ग्रेजुअल फैट लॉस करना ही सेफ रहता है और यही सही तकनीक है पोस्टपार्टम वेट को कम करने की।

कब कर सकते हैं फिजिकल एक्टिविटी

एक्सपर्ट का कहना है कि नॉर्मल डिलीवरी हुई है तो 06 हफ्ते के बाद फिजिकल एक्टिविटी कर सकती हैं और अगर सी-सेक्शन हुआ है तो डॉक्टर्स की एडवाइस के बाद ही किसी तरह का वर्कआउट या योग करना शुरू करें। बाद के दौरान फिटनेस के लिए आप ब्रीदिंग, लाइट वॉक, लाइट स्ट्रेचिंग, योगा को रूटीन में एड कर सकते हैं. ज्यादा जल्दबाजी न करें, अपनी बॉडी को हील होने दें तभी शरीर सही तरह से फंक्शन कर पाएगा।

ये चीजें करें अवॉइड

नई माएं एमटी कैलोरी बिल्कुल न लें, जैसे बिस्किट, शुगरी ड्रिंक्स को अवॉइड करना चाहिए. एक्सपर्ट कहती हैं कि बहुत सारे लोग वेट लॉस के चक्कर में चाय-कॉफी ज्यादा लेते हैं, लेकिन वह यह भूल जाते हैं कि ये बॉडी को एसिडिक कर सकते हैं और कैफीन से शरीर को नकली किक मिलती है। इंस्टेंट एनर्जी के चक्कर में इनको पीने से बचें। चाय-कॉफी पी भी रहे हैं तो शुगर मत मिलाएं और दिन में एक या दो बार ही लीजिए।

हाइड्रेट रहना है लाभदायक

एक्सपर्ट के अनुसार हाइड्रेशन को बनाए रखें, सादा पानी पीने के अलावा जीरा वाटर, धनिया वाटर, कोकोनट वाटर, सौंफ का पानी आदि पीएं, क्योंकि इन मसालों में कैल्शियम से अलावा भी कई मिनरल्स होते हैं। घर का सिंपल खाना खाइए। ये आपके लिए पोस्टपार्टम को डील करने के लिए बेस्ट है।

डाइट का ध्यान कैसे रखें

एक्सपर्ट का कहना है कि डिलीवरी के बाद वेट कंट्रोल करना हो तो किसी भी फैट डाइट को फॉलो नहीं करना चाहिए पर वजन कम करने के चक्कर में कोई भी ट्रेंडी डाइट फॉलो करना शुरू न करें। न्यूट्रिशनल डाइट लें, जिसमें कैलोरी भी कम हो और पोषक तत्व भी अच्छी मात्रा में हो, साथ ही रेगुलर लाइट वॉक कीजिए।

नई माएं लें ऐसा खाना

एक्सपर्ट के मुताबिक डिलीवरी के बाद आयरन और कैल्शियम रिच फूड खाएं, जैसे रागी, ड्राई फ्रूट्स और हरी सब्जियां और फल। वह कहती हैं कि मैं तो आपको कहूंगी बादाम, अखरोट, पंपकिन सीड्स, सूरजमुखी के बीज, गोंद आदि को नट्स, सीड्स और ड्राई फ्रूट्स को मिलाकर लड्डू बना लें। दो लड्डू रोज आप दूध के साथ लें. इससे कई न्यूट्रिएंट्स की कमी पूरी हो जाती है और कमजोरी नहीं लगती। डिलीवरी के बाद खाने में अंडा, दाल, नट्स शामिल करें जो प्रोटीन की पूर्ति करेंगे।

फोटो सौजन्य- गूगल

Prepare yourself before becoming a mother

Pregnancy: अगर आप प्रेग्रेंट हैं और बार-बार उल्टियां आ रही है? आपके वजन में भी कमी आ रही है? हो सकता है कि आप मॉर्निंग सिकनेस की शिकार हैं। अब आपके दिमाग में यह सवाल लाज़मी है कि आपको तो यह समस्या दिन के किसी भी पहर में हो जाती है। तो क्या ऐसा होना मुमकिन है। यह समस्या किसी भी वक्त आपकी परेशानी का सबब बन सकती है।यहां सवाल है पैदा होता है कि भला यह समस्या होती कब है? इसे लेकर डॉक्टर का कहना है कि प्रेग्रेनेंसी के दौरान एक महिला के बॉडी में हार्मोन का बदलाव या असंतुलन होना आम बात है।

खासतौर पर एस्ट्रोजन हार्मोन का बढ़ना, जिसका नतीजा हो सकती है मॉर्निंग सिकनेस। यह समस्या 16 से 20 हफ्तों में खत्म हो जाती है। अध्ययन बताते हैं कि लगभग 75 फीसदी गर्भवती महिलाएं इससे जूझती हैं। यह समस्या तनाव, अधिक काम करने, कुछ खाद्य पदार्थो को खाने आदि के कारण भी हो सकती है। यह समस्या इनके अलावा ब्लड शुगर के कम स्तर के कारण भी हो सकती है। थायरॉइड और लिवर से जुड़ी बीमारियां भी इसका कारण बन सकती हैं। लिहाजा, बेहतर होगा कि आप अपनी इस समस्या का कारण जानें और उसके हिसाब से इससे निपटने की रणनीति तय करें। जरुरत होने पर मेडिकल परामर्श लें।

क्या है लक्ष्ण

सबसे पहले तो यह समझ लेना होगा कि आखिर है क्या मॉर्निंग सिकनेस? दिन में कई बार उल्टी होना, शरीर में पानी की कमी होना (जिसका अंदाजा पेशाब के रंग से लगता है), खड़े होने पर चक्कर आना, वजन कम होना, किसी तरह की खास महक, खाने-पीने की चीजों के स्वाद के प्रति संवेदनशील हो जाना और उसके कारण उल्टी होना, बुखार, बार-बार सिर दर्द, धड़कन का तेज होना आदि मॉर्निंग सिकनेस के लक्षण हैं।

इन बातों का रखें ध्यान

If you are troubled by vomiting during pregnancy then don't panic

कुछ बातों का ख्याल रखकर मॉर्निंग सिकनेस को काफी हद तक नियंत्रित रखा जा सकता है। इस बाबत आहार सलाहाकार के मुताबिक रात के खाने और सुबह के नाश्ते के बीच का अंतराल लंबा हो जाता है। ऐसे में यह समस्या और बढ़ सकती है। लिहाजा, इस बात का ख्याल रखें। इसके लिए आपको अपने रात के खाने को देर से करने की जरूरत नहीं है बल्कि आप उसे जितना जल्दी और हल्का लेंगी, उतना ही अच्छा होगा। मुमकिन हो तो सोने के कुछ देर पहले दूध को अपनी खुराक में जगह दें। उसमें आप पिसे हुए मेवे भी मिला सकती हैं। सुबह उठते ही काम में जुटने से बचें।

डॉक्टर के अनुसार समस्या के दौरान खुद को समझें यानी आपको किन चीजों से परेशानी हो रही है, उस पर जरूर गौर करें। साथ ही इस सोच से दूर रहे कि आपको दो लोगों के हिस्से की खुराक लेनी है। अपने पोषण में बढ़ोतरी करें खुराक में नहीं। ज्यादा खाना भी शरीर में भारीपन और थकान का कारण बन सकता है। नीबू पानी का सेवन करें। नारियल पानी पोटैशियम का अच्छा स्रोत है। इसे भी खुराक में शामिल करें। एकमुश्त खाने की जगह आपको 2-2 घंटे के अंतराल में कम-कम मात्रा में कुछ-न-कुछ खाना चाहिए। ये छोटे-छोटे ब्रेक न सिर्फ आपको जलन से बचाएंगे बल्कि गैस से भी निजात मिलेगी।

भारी खाने के बाद 30 मिनट तक बलबलगम चबाना आपके पाचन को सुधारने में सहायक रहता है। इससे लार ग्रंथियां उत्तेजित होती हैं और लार अधिक बनती है, जो कि पेट के एसिड कम करने का काम करता है। अदरक का सेवन करें। यह शुगर स्तर को भी नियंत्रित रखेगी। अदरक सुबह की थकान से भी निजात देती है। हल्दी जलन कम करने में तो कारगर है ही, साथ ही यह दर्द कम करती है। यह ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करती है। वहीं, कालीमिर्च में यह क्रोमियम सर्वोत्तम श्रोत है। यह ब्लड शुगर को ठीक रखती है। इसे रोज 30 एमसीजी खाना चाहिए। इलाइची खाने से आपका जी नहीं मिचलाएगा।

कब होती है समस्या?

आमतौर पर महिलाओं का मॉर्निंग सिकनेस की यह समस्या गर्भावस्था के दौरान हो सकती है। अलावा इसके यह समय शरीर में ब्लड शुगर के स्तर में कमी आने पर भी होती है। थायरॉइड और लिवर से जुड़ी बीमारियां भी मॉर्निंग सिकनेस की वजह बन सकती हैं। समस्या होने पर अपने डॉक्टर से राय जरूर लें।

फोटो सौजन्य- गूगल

Vomiting

Vomiting या उल्टी आना आपको शारीरिक ही नहीं मेंटल लेवल पर भी प्रभावित करता है। बता दें कि इससे पहले और आखिर में भी आप असहज महसूस कर सकती हैं। इस लिए हम में कोई इस स्थिति का सामना नहीं करना चाहता। बावजूद इसके यह अधिकतर लोगों को होने वाली सबसे कॉमन समस्या है। खासतौर से महिलाओं में प्रेग्नेंसी के दौरान वोमिटिंग आना एक कॉमन लक्षण है लेकिन इसका कारण केवल प्रेग्नेंसी ही नहीं है, बल्कि कई और कारणों से भी आपको उल्टी आ सकती है।

आगे जानेंगे वोमिटिंग के कारण और बचने के तरीके-

इन कारणों से हो सकती है Vomiting टेंडेंसी

  • Food Poisoning और स्टमक फ्लू

गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल इन्फेक्शन जैसे कि फूड प्वाइजनिंग, वायरस, स्टमक फ्लू, वोमिटिंग टेंडेंसी और वोमिटिंग आने के कुछ सामान्य कारण हैं। इस स्थिति में वोमिटिंग के साथ-साथ पेट में दर्द, जी मचलना और डायरिया की शिकायत हो सकती है।

  • डाइजेस्टिव डिसऑर्डर्स

गैस्ट्रिक, IBS, गॉलब्लैडर कंडीशन, पेनक्रियाज कंडीशन, एसिड रिफ्लक्स, आदि जैसी डाइजेस्टिव डिसऑर्डर की वजह से वोमिटिंग टेंडेंसी और जी मचलने की समस्या होती है। इन समस्याओं में वोमिटिंग के साथ-साथ अपच, कब्ज वगैरह का सामना करना पड़ सकता है।

  • Mental Health कंडीशन

मेंटल हेल्थ और डाइजेस्टिव हेल्थ एक दूसरे से लिंक्ड होते हैं। मानसिक समस्या से पीड़ित व्यक्ति में पाचन संबंधी समस्याएं भी देखने को मिलती हैं। डिप्रेशन, एंग्जाइटी जैसी मानसिक स्थिति में जी मचलने और उल्टी आने जैसे परेशानियां होती हैं।

  • थायराइड डिसऑर्डर

थायराइड ग्लैंड उन हॉर्मोन्स को कंट्रोल करती हैं, जो बॉडी मेटाबॉलिज्म को रेगुलेट करते हैं। ओवर एक्टिव और अंडर एक्टिव थायराइड दोनों ही वोमिटिंग और जी मचलने की समस्या का कारण बन सकते हैं।

  • लो Blood Sugar लेवल

खून में ग्लूकोज का गिरता स्तर सुबह उठने के साथ वोमिटिंग टेंडेंसी का कारण बन सकता है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि डिनर और ब्रेकफास्ट के बीच एक लंबा गैप हो जाता है जिसकी वजह से कुछ लोगों को लो ब्लड शुगर लेवल का अनुभव होता है। खासकर डायबिटीज से पीड़ित व्यक्ति का ब्लड शुगर लेवल फ्लकचुएट होता रहता है।

Migraine

  • माइग्रेन और सिर दर्द

माइग्रेन में काफी तेज सिर दर्द का अनुभव होता है, जिसकी वजह से वोमिटिंग और जी मचलने की समस्या आपको परेशान कर सकती है। अगर सिर दर्द के साथ वोमिटिंग की टेंडेंसी आती है, तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

फोटो सौजन्य- गूगल

When Malaika Arora got furious on the news of her pregnancy

मुंबई: सेलेब्रेटी मलाइका अरोड़ा (Malaika Arora) और अर्जुन कपूर आज तब चर्चा में आ गए जब एक वेबसाइट में खबर आई कि मलाइका प्रेग्नेंट हैं। इस खबर को सुनकर सभी हैरान हो गए थे। जबकि इस खबर के वायरल होते ही अर्जुन कपूर ने तुरंत रिएक्ट किया। उन्होंने उस खबर की स्क्रीनशॉट शेयर कर वेबसाइट को आड़े हाथों लिया और दोबारा पर्सनल लाइफ पर ऐसे कमेंट करने से मना किया। अर्जुन के बाद मलाइका ने इस पर रिएक्ट किया है। मलाइका ने अर्जुन के स्क्रीनशॉट को अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर शेयर किया और लिखा कि ये बहुत ही खराब चीज है। इसके साथ ही मलाइका ने वेबसाइट को भी टैग किया है। मलाइका के इस पोस्ट को देखकर क्लीयर है कि वह भी इस खबर से काफी आहत है और वह भी नहीं चाहतीं हैं कि आइंदा ऐसा कुछ हो।

अर्जुन ने इंस्टाग्राम स्टोरी पर लिखा इससे ज्यादा नीचे आप क्या जाएंगे या आप ऐसा करते रहते हैं। बहुत ही इनसेंसिटिव और अनैतिक है ऐसी कूड़े वाली न्यूज को लेकर। ये ऐसी खबरें लिखते रहते हैं क्योंकि हम इग्नोर करते थे इनकी अब तक की फेक खबरों को लेकर। यह बिल्कुल सही नहीं है और आगे भी आप हिम्मत ना करें दोबारा हमारी पर्सनल लाइफ के साथ खेलने का।

Malaika Arora in a sizzling avatar at the red carpet of Miss India Grand Finale 2022

 

बता दें कि मलाइका और अर्जुन दोनों ही अपने रिलेशनशिप के बारे में पहले ज्यादा बात करना पसंद नहीं करते थे। पर कुछ समय से दोनों अपने रिश्ते पर खुलकर बात करने लगे हैं। इसके अलावा दोनों एक-दूसरे को हर ट्रोलिंग पर प्रोटेक्ट भी करते हैं। लेकिन इस बार अर्जुन अपना गुस्सा कंट्रोल नहीं कर पाए। इससे पहले जब मलाइका की उम्र और एक बच्चे की मां होने पर एक्ट्रेस को ट्रोल किया गया था तब भी अर्जुन उनके सपोर्ट में आए थे।

मलाइका का नया शो आ रहा है मूविंग विद मलाइका। यह मलाइका का पहला शो है जिसके जरिए फैंस उनकी पर्सनल लाइफ के बारे में जान पाएंगे। इस शो में मलाइका अपने हर दिन की जानकारी देंगी। इसके साथ ही वह अपने हर रिश्ते के बारे में भी दिखाएंगी। फैंस मलाइका के परिवार वालों और करीबी दोस्तों को भी इस शो में देखेंगे। फैंस को उम्मीद है कि इस शो के जरिए उन्हें मलाइका और अर्जुन के रिश्ते के बारे में भी कुछ और बातें पता चलेगा।

वहीं, अर्जुन की बात करें तो उनके पास 03 फिल्में रिलीज के लिए तैयार हैं जिसमें कुत्ते, द लेडी किलर शामिल है। कुत्ते में अर्जुन के साथ राधिका मदान, तब्बू, कोंकणा शर्मा और नसीरुद्दीन शाह खास किरदार में हैं। वहीं, दे लेडी किलर की बात करें तो वह इस फिल्म में भूमि पेडनेकर के साथ दिखाई देंगे।

This is how Kareena Kapoor reduced her weight after pregnancy, sweating for her desired figure

सिनेमा जगत की सबसे फिट और स्टाइलिश अभिनेत्री में से एक हैं Kareena Kapoor Khan। प्रेग्नेंसी के बाद भी उन्होंने खुद को अच्छी तरह से फिट रखा हुआ है। करीना कपूर को देख कोई भी उनकी सही उम्र का पता नहीं लगा सकता है। हालांकि फिट रहने के लिए करीना काफी पसीना बहाती हैं। आइये जानें क्या है करीना के फिटनेस का राज-

डिलीवरी के बाद करीना ने 14 किलो वजन किया कम

 

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करीना खुद को स्वस्थ रखने के लिए रोजाना वर्कआउट करती हैं, साथ ही योग का भी सहारा लेती हैं। बता दें कि डिलीवरी के बाद करीना ने 14 किलो वजन कम किया था। इसके लिए उन्होंने एक स्पेशल योग ‘एरियल सिल्क योग’ का सहारा लिया जो उनके लिए बेस्ट साबित हुआ। अलावा इसके करीना अपने आप को फिट रखने के लिए रनिंग, वेट ट्रेनिंग, स्ट्रेंथ ट्रेनिंग और पुशअप भी करती हैं।

वर्कआउट के बाद क्या पीना पसंद करती हैं

 

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करीना कपूर खान वर्कआउट के बाद गुलकंद और टर्मरिक का ड्रिंक पीना पसंद करती हैं। अलावा इसके वो नींबू पानी भी पीती हैं। एक्सरसाइज के दौरान थकान होने पर करीना पानी की जगह लेमनग्रास वाटर में नींबू और शहद मिलाकर पीना पसंद करती हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार करीना अपने दिन की शुरुआत वो भीगे हुए बादाम और केला खाकर करती हैं और फिर वह अपना वर्कआउट करती हैं।

लंच में लेती हैं ये खास चीजें

 

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करीना बाहर के खाने से थोड़ा परहेज करती हैं। वह घर पर बना खाना ज्यादा पसंद करती हैं। दोपहर के समय करीना दाल, चावल, रोटी सब्जी या कर्ड लेती हैं। अलावा इसके दोपहर में फल, मखाने या मूंगफली खाना पसंद करती हैं। करीना रात में सूप और सलाद खाती हैं। वो अपना डिनर 08 बजे तक कर लेती हैं। करीना सोने से पहले हल्दी वाला दूध पीतीं हैं जिससे बॉडी को फायदा हो और साथ-साथ अच्छी नींद आए।

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