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Category Archives: Lifestyle

Prepare yourself before becoming a mother

प्रेगनेंसी एक महिला के लिए सबसे बड़ी खुशखबरी के साथ-साथ सबसे बड़ी जिम्मेदारी भी होती है। जब महिलाएं कंसीव करने के बारे में सोचती हैं तो उनके मन में ढेरों सवाल होते हैं और यह स्वाभाविक भी है क्योंकि कई बार महिलाएं आसानी से कंसीव कर लेती हैं और कुछ महिलाओं को इस में दिक्कत आती है। लेकिन इस स्थिति में निराश होने की बजाय उन्हें अपने कंसीव करने के अवसर बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए। तो आज हम चर्चा करते हैं कुछ ऐसी चीजों के बारे में जिस में बदलाव करके महिलाएं अपने कंसीव करने केअवसर को बढ़ा सकती हैं।

1.जब कभी आप प्लान करें कि अब आप कंसीव करना चाह रहे हैं तो सबसे पहले जो आपको करना है वह यह है कि अगर आप गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन तुरंत बंद कर दें।

2. जब कभी हम प्रेगनेंसी के लिए प्लान करने के बारे में सोचते हैं, हमारे शरीर को तैयार करने के लिए हमें बहुत सारे मल्टीविटामिन की जरूरत पड़ती है जो हमें और हमारे शरीर को अंदर से तैयार करते है।

3. जब कभी हम प्रेगनेंसी प्लान करते हैं तो सबसे जरूरी चीज जो हमें करनी चाहिए वह है हमारे आहार में कुछ बदलाव करना एक अच्छे भोजन को हमारी सूची में शामिल करना।

4. हमें हमेशा ध्यान रखना चाहिए कि हम जब भी अपनी प्रेगनेंसी प्लान करने के बारे में सोचें उससे पहले डॉक्टर के पास जाकर अपना पूरा चेकअप करा लें ताकि उससे यह पता चल सके, कि आपको कोई परेशानी होगी तो डॉक्टर उसका आपको सही इलाज बताएगा और आपको अंदर से तैयार होने में मदद मिलेगी।

5. मां बनने के लिए तैयार होने के लिए सबसे जरूरी चीज है कि आप को अपने आहार में एल्कोहल का सेवन बिल्कुल बंद करना चाहिए।

6. डॉक्टर आपको अक्सर सलाह देते हैं कि धूम्रपान आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक है। जी हां, ऐसे में आप जब प्रेगनेंसी प्लान करती हैं तो यह और भी ज्यादा हानिकारक बन जाता है तो ज्यादा अच्छा यही है कि आप जब भी प्रेगनेंसी प्लान करें उस टाइम आप धूम्रपान की आदत बेशर्त छोड़ें।

7. मां बनने के लिए अपने शरीर को तैयार करने के लिए आपको तली भुनी चीजों से परहेज करना चाहिए और डीप फ्राई या डीप फ्रीज की हुई चीजों से भी दूरी बनानी चाहिए।

8. जब भी हम मां बनने के लिए अपने शरीर को तैयार करते हैं तो हमें ध्यान रखना चाहिए कि हम किसी भी संक्रमण से बचे रहें।

9. अगर आप बहुत समय से प्रयास कर रही हैं और आप कंसीव नहीं कर पा रही हैं तो सबसे पहले अपने आप को दोष देना बंद करें।

10. कई बार कुछ हार्मोनल गड़बड़ी की वजह से आप कंसीव नहीं कर पाती हैं तो अपनी दिनचर्या में फेरबदल करके आप ऐसा जरूर कर पाएंगी। लेकिन इससे पहले आपको अपने आप को दोष देना बंद करना होगा।

11. सबसे जरूरी बात इन परिस्थितियों में आप तनाव लेने से बचें। तनाव लेने से हार्मोन बिगड़ जाते हैं। आपके अंडे की जो क्वालिटी होती है, वह भी बिगड़ जाती है। जिससे वह ढंग से फर्टिलाइज नहीं हो पाता तो इसलिए ऐसी परिस्थितियों में आप जितना हो सके अपने आप को खुश रखने की कोशिश करें।

12. ध्यान रहे जब भी आप मां बनने के लिए अपने आप को अपने शरीर को तैयार कर रही होती हैं तो विटामिन और फोलिक एसिड लेना आपके लिए बहुत ज्यादा जरूरी होता है।

13. ‘लास्ट बट नॉट लीस्ट’ जी हां, दोस्तों सबसे आखिरी बात और सबसे जरूरी बात आप अपने शरीर को तैयार करते वक्त इस बात का विशेष ध्यान रखें कि शरीर में पानी की कमी बिल्कुल भी ना होने दें पानी की कमी की वजह से हमारा ब्लड फ्लो जो है वह मंद गति से हो से हो जाता है और उससे कई सारी परेशानियां सामने आती हैं तो जितना ज्यादा हो सके आप पूरा दिन में 10 ग्लास पानी जरूर पिएं।

14. अपने आहार में डायरी डेरी प्रोडक्ट जरूर शामिल करें।

15. मल्टीविटामिन व विटामिन-A और विटामिन-C जरूर शामिल करें। यह आपको इंफेक्शन से सुरक्षा प्रदान करता है।

फोटो सौजन्य- गूगल

Because on this day there is a tradition of Tulsi marriage
आपके दिमाग में अक्सर सवाल उठता होगा कि कार्तिक माह में आने वाली शुक्ल पक्ष की एकादशी को देव उठनी एकादशी क्यों कहा जाता है?
आज हम आपको देव उठनी एकादशी के बारे में कुछ रोचक बातें बताने जा रहे हैं-
हम सभी जानते हैं कि कार्तिक माह में शुक्ल पक्ष की एकादशी को देव उठनी एकादशी या देव उठनी ग्यारस भी कहते हैं। यह हिंदू धर्म में इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इस दिन तुलसी विवाह की परंपरा है। इस बार यानी कि इस साल 2021 में तुलसी विवाह 14 नवंबर को संपन्न किया गया।
“देवउठनी” शब्द से स्पष्ट है कि यह समय या यह दिन विष्णु जी के शयन काल से उठने या बाहर आने वाला होता है। पूरे 4 महीने के शयन काल के बाद इस दिन विष्णु जी निंद्रा से जागते हैं तथा इसी के साथ इस दिन तुलसी विवाह भी किया जाता है। इस दिन तुलसी का विवाह भगवान शालिग्राम से किया जाता है। इसी के साथ मान्यता है कि इस एकादशी से मांगलिक कार्य शुरू हो जाते हैं।
तो दोस्तों अगर आप भी तुलसी विवाह समारोह संपन्न करने की सोच रहे हैं तो आपको कुछ नियमों का विशेष ध्यान रखना होगा तो चलिए दोस्तों आज हम जानते हैं वह विशेष नियम जो तुलसी विवाह की परंपरा को निभाने के लिए अति आवश्यक होते है:
1. सुबह जल्दी उठे व स्नान कर स्वच्छ वस्त्र पहने।
2. जिस जगह पर आप तुलसी विवाह करेंगे उसे अच्छे से साफ करें।
3. हाथों में थोड़ा जल लेकर तुलसी विवाह का संकल्प लें।
4. तुलसी वाले गमले पर गेरू लगाएं।
5. तुलसी विवाह के लिए मंडप सजाएं।
6. तुलसी जी को चुनरी उड़ाएं व उनका श्रृंगार करें।
7. तुलसी विवाह में मंडप सजाने के लिए गन्ने का इस्तेमाल जरूर करें।
8. तुलसी जी के दाएं ओर शालिग्राम भगवान की चौकी स्थापित करें।
9. शालिग्राम भगवान को दूध में मिलाकर थोड़ी हल्दी चढ़ाएं।
10. भगवान को तिलक करते समय अक्षत ना लगाकर तिल का उपयोग करें।
11. शालिग्राम भगवान को मौसमी फल चढ़ाएं।
12. घर के पुरुष भगवान को चौकी सहित उठाकर तुलसी की सात बार परिक्रमा करवाएं।
13. विवाह संपन्न होने पर सभी को प्रसाद दें।
Do ants also tell us the future, why are red ants considered inauspicious according to the Vastu?

आपने अपने घरों में या घरों के आसपास अक्सर चीटियों को देखा होगा चींटियां दो तरह की होती हैं एक लाल चींटी और दूसरी काली चींटी ।

दोस्तों चींटी प्रजाति दुनिया में सबसे विषम है अन्य कीटों के विपरीत चीटियों में कान नहीं होते । वह भोजन के लिए कंपन का उपयोग करती है।
लेकिन क्या आप जानते हैं आपके घर में निकली ये चींटियां आपके भविष्य में होने वाली घटनाओं के बारे में आपको संकेत देती हैं। दोस्तों, बहुत हरैत वाली बात है कि ये छोटी सी चींटी हमें हमारे भविष्य में घटित होने वाली घटनाओं के बारे में संकेत दे सकती है। काली चींटी शांत और शुभ मानी जाती है। ये हमें ज्यादा नुकसान न पहुंचा कर सिर्फ भोजन की तलाश में होती है। लेकिन इसके विपरीत लाल चींटी उग्र स्वभाव की होती है और इसे वस्तु के लिहाज से अशुभ माना जाता है।
तो आइए आज हम आपको वस्तु से जुड़ी कुछ ऐसी बातें बताते हैं जिनमें चींटियां आपको आपके भविष्य में होने वाली घटनाओं  के संकेत देती है-
1. वैसे तो एक कतार में जाती यह काली चींटियाँ अपने भोजन की तलाश में होती हैं लेकिन वास्तु के अनुसार इन्हें घर में सुख आने और धन संग्रहण का संकेत माना जाता है।
2. घरों की दीवारों पर ऊपर की ओर चढ़ती काली चींटियाँ दिख रही हैं तो इसका अर्थ है कि घर में कोई शुभ कार्य होने वाला है यह विकास का संकेत है।
3. अगर काली चींटियाँ दीवार पर नीचे की और उतरती दिखे तो इसे घाटे का संकेत माना जाता है।
4. अगर घर के अंदर काली चींटियाँ नजर आए तो इसका अर्थ यह माना जाता है जिंदगी में धन और सुख जल्दी आने वाला है।
5.  काली चींटियाँ चावल के बर्तन से निकल रही हैं तो यह संकेत है कि आर्थिक तंगी से मुक्ति मिलेगी।
6. अगर लाल चींटियाँ घर में दिखती हैं तो यह अशुभ माना जाता है इसका अर्थ है भविष्य में परेशानियां विवाद और धन खर्च होगा।
7. अगर चींटियाँ घर में उत्तर या दक्षिण दिशा से आती हैं तो शुभ है।
8. अगर पूर्व दिशा से आती दिखाई देती हैं तो कोई बुरी खबर का संकेत है।
9. पश्चिम दिशा से आती दिखाई दें तो ये चींटियाँ संकेत देती हैं कि आप की बहार की यात्रा के योग बन सकते हैं।
These are great tips to live life to the fullest..
हमें बहुत आसान  लगता है, बल्कि हम इसके आदि हो चुके है ऐसे कामों में लगे रहने के जिन्हें हम कभी करना ही नहीं चाहते। मैं चाहती हूं कि आपके पास ऐसी जिंदगी का अनुभव हो, जो अपने आप में ख़ास हो। हमेशा याद रखें जब हम दुनिया के लिए या खुद के लिए सब बदलना चाहते है तो सबसे पहले हमें ये पता होना चाहिए कि हमारा अगला कदम क्या होगा। बहुत सारे लक्ष्यों को एक साथ लेकर चलने की बजाए बेहतर है कि हम अपनी प्राथमिकताओं को जानें और पहचाने।
जानते है कुछ ऐसी बातों के बारे में जो आपकी जिंदगी को शानदार जीने में मदद करेगा:
1. खुद का सम्मान करे: जी हां, एक सफल जिंदगी की रह में आपको खुद को सम्मान देना सीखना होगा। अपनी कमियों को जाने, अपनी खूबियों को पहचाने, और अपनी कमियों के लिए अपने आप से नफरत करने की बजाए हर दिन उनको दूर करने की कोशिश करे। आपके जीवन के जो भी उद्देश्य है उनके प्रति सम्मान व्यक्त कीजिए। सपने देखने और उनको पूरा करने के लिए आपको अपना 100 परसेंट देना होगा।
Happy-Life
2. अपनी ताकत को पहचाने: जी हां, जब आप अपने लक्ष्यों की तरफ बढ़ रहे होंगे तो आपके सामने लाख चुनौतियां आएंगी। लेकिन फिर भी आपको अपनी जगह पर अडिग रहना होगा। अपनी रह में आप बेशक कई बार गिरे, लेकिन आपको गिरकर फिर उठना होगा।
3. अपने रिश्तों के प्रति ईमानदार रहें: हमारे रिश्ते हमारी जिंदगी  को बेहतर और सफल बनाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। इसलिए हमेशा अपने रिश्तों के प्रति ईमानदार रहें। अगर आपने किसी रिश्ते को अपनाया है तो अपने दिल से अपनाए और उसे अपना 100 परसेंट दें। अक्सर ऐसा भी हो सकता है कि वो आपकी उम्मीदों पर खरा न उतरे लेकिन फिर भी उसके लिए अपने मान में गलत भावनाएं ना लाए। अपनी जिंदगी की मायूसियों को सहना सीखें।
4. रिस्क लेना सीखें: हम जानते है कि हम अक्सर कुछ नया करना चाहते है लेकिन मन हमें डराता है की कही कोई जोखिम ना हो पर आपको जोखिम लेना सीखना होगा। चीजों से बिना डरें डील करें। खुद पर अपनी हिम्मत पर भरोसा रखें।
5. विनम्रता के साथ पेश आएं: कई बार जब हम अपने लक्ष्यों को हासिल कर रहे होते हैं तो अक्सर ये हमारे ऊपर हावी हो जाता है। ध्यान रखें अपनी सफलता को सिर पर ना चढ़ने दें।
6. लोगों की मदद करें: जी हां, आप माने या ना माने लेकिन आप सफल तभी माने जाते है जब आप अपने साथ-साथ दुनिया के लिए भी कुछ किया हो। अपनी सफलता की रह में आने वाले लोगों को अपने साथ लेकर चलें और जरूरत पड़ने पर उनकी हरसंभव मदद करें।
7. जिंदगी को भरपूर जिएं: अपने लक्ष्यों को प्राथमिकता दें, मेहनत करें, अपने आप को रचनात्मक कार्यों में व्यस्त रखें। ढेर सारी किताबें पढ़ें, अपने दोस्तों और अपने अपनों के साथ जोर से हंसे, अच्छा खाना खाएं और जहां तक हो से प्रकृति के साथ समय बिताएं। इससे आप जमीन से जुड़े रहेंगे। हर दिन अपना 100 फीसदी देने की कोशिश करें। फिर देखें जिंदगी कितनी शानदार लगती है।
What to do on Diwali so that Maa Lakshmi's grace remains on you..

आपको और आपके परिवार को Masakalii Team की और से दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएं।

ये तो सभी जानते है कि दिवाली देश का मुख्य त्यौहार है। यह कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है। पुराणों के अनुसार इस दिन अर्ध रात्रि के समय लक्ष्मी जी सद्गहस्थों के घरों में विचरण करती है। इस दिन लोग अपने घर और बाहर को साफ करते है व सजाते है। इस दिन की गई पूजा से मां लक्ष्मी प्रसन्न होकर सद्गहस्थो के घरों में निवास करती हैं।
तो चलिए फिर जानते है कुछ ऐसी बातें जिससे लक्ष्मी जी आप से प्रसन्न होगी और उनका आशीर्वाद आप पर बना रहेगा:
1. सुबह उठकर स्नान करें, स्वच्छ वस्त्र पहनें।
2. अब दिन भर के उपवास का संकल्प लें।
3. दिन में पकवान बनाएं व घर को और पूजा घर को पुष्पों से सजाएं।
4. मिठ्ठा अवश्य बनाएं व बड़ों को खिलाकर उनका आशीर्वाद लें।
5. इस दिन पूरा दिन सक्रिय रहें और दिन में न सोएं।
6. शाम को पुन: स्नान कर मां लक्ष्मी व दिवाली पर क्या करें जिससे मां लक्ष्मीकी मूर्ति की स्थापना करें।
7. भोग के लिए प्रसाद बनाएं।
8. लक्ष्मी जी कि चौकी लगाएं।
9. दोनों को तिलक लगाएं।
10.चौकी के आसपास 26 दीपक जलाएं।
11. मौली, चावल, फल, गुड़, अबीर, गुलाल, धूप और मिठाई आदि से विधिवत पूजा करें।
12. पूजा के बाद दीपक घर के हर कोने में रखें।
13. मां लक्ष्मी, गणेशजी व कुबेर की प्रतिमा पर पुष्प अर्पण करें व भोग लगाएं।
14. लक्ष्मी पूजन रात 12 बजे करने का विशेष महत्व है।
15. रात्रि में जागकर मां लक्ष्मी का आवाहन करें तथा सुबह कूड़ा फेंकने जाते समय बोले ‘लक्ष्मी लक्ष्मी आओ, दरिद्र-दरिद्र जाओ’।।
The in-laws' bets got stuck in the screw... Papa's angel

अभी पिछले हफ्ते ही अपनी एक दोस्त से मिली, बहुत खुश हुई वो मुझसे मिलकर लेकिन उसके गोरे गालों पर जो लाली हुआ करती थी, उसकी आखों में जो भविष्य को लेकर उम्मीदें और चमक हुआ करती थी। उसकी आवाज में जो खनक हुआ करती थी वो आज कहीं गुम सी थी। बहुत टटोला मैंने उसे, बहुत पूछने की कोशिश कि लेकिन एक ही ज़वाब था कि “मैं बिल्कुल ठीक हूं”। फिर जब मैंने कड़ाई से पूछा तो रो पड़ी और रूंधे गले से बताया कि ससुराल के दांव-पेंच में फंसी है । मैंने पूछा कि “मतलब”, तो बोली कि यार एक गरीब बाप की बेटी हूं ये सब तो होगा ही… बस फिर मैं सारा माजरा समझ गई और शायद आप लोग भी समझ गए होंगे।

दोस्तों, आज भी हमारे बीच ऐसे बहुत से लोग है जो एक गरीब इंसान को इंसानों की तरह नहीं बल्कि जानवरों की तरह समझते है। अगर घर में एक बहु ज्यादा धन लेकर आ जाए और दूसरी ना लाए तो ये शायद वही जान सकती है कि उसपर क्या बीत रही होती है। उसके साथ हर बात में फर्क किया जाता है। कई बार तो उसके अस्तित्व को ही सिरे से नकार दिया जाता है। कई बार इन्हीं सब परिस्थितियों से हार कर ये गरीब परिवार की बेटियां या तो खुद ही सोसाइड कर लेती है या फिर ससुराल वाले मौत के घाट उतार देते है।
तो आज मैं आपके लिए उस गरीब बाप की बेटी का दर्द कुछ पंक्तियों में व्यक्त करना चाहूंगी लेकिन उससे पहले मैं कहना चाहूंगी कि बेटियां सबकी एक जैसी होती हैं चाहे वो गरीब की हो या अमीर की तो जीतना हो सके उनको प्यार दे, सम्मान दे, उन्हें बहू नहीं बेटी बनाकर रखें, आखिरकार वो वही शख्स होती है जो परिवार के वंश को आगे ले जाती है। वो जिंदगी के हर दर्द में भी मुस्कुरा रही होती है।
इन पंक्तियों के माध्यम से समझने की कोशिश कीजिएगा:
कोई बोल ले अगर प्यार से तो पल में पिगल जाती हूं, इन ऊंचे लोगों की महफिल में, मैं किसी कोने में नजर आती हूं,
किसी के बेवजह कुछ कहने पर भी ना जाने क्यों अपनी चुप्पी नहीं तोड़ पाती हूं,
हां, मैं वही गरीब बाप की एक संस्कारी बेटी हूं।
लोग कहते हैं जमाने के साथ बदलो लेकिन मैं आज भी सूट पर वही छोटी सी बिंदी लगती हूं,
अपना सा जानकर लोगों पर मैं फिर भरोसा कर जाती हूं,
फिर टूटती हूं थोड़ा, फिर थोड़ा संभल जाती हूं,
हां, मैं वही गरीब बाप की एक संस्कारी बेटी हूं।
लोग मेरा होना नकार देते है, और मैं फिर भी सह जाती हूं,
सब को सब नया मिलता है यहां, और मैं हमेशा बचा हुआ ही पाती हूं,
कोई गलत होकर भी सही है यहां, और मैं सही होकर भी बहुत बुरी हो जाती हूं,
क्योंकि हां, मैं वहीं गरीब बाप की एक संस्कारी बेटी हूं।
मां ने कहा था कि वहां सब अपने है तेरे लेकिन यहां तो मैं अपनेपन को तरस जाती हूं,
कितनी ही कोशिश कर लूं, दिलों में जगह कहां बना पाती हूं,
“गाड़ी लेकर भी आई ” हमारा घर नहीं भरा” उनके अनकहे शब्दों में अक्सर मैं यही सुन पाती हूं
हां, मैं वही गरीब बाप की एक संस्कारी बेटी हूं।
कभी कभी सोचती हूं कि खुद को खत्म कर लूं, लेकिन फिर मैं थोड़ा रुक जाती हूं,
मां-पापा की तस्वीर को फिर में कस के गले लगाती हूं,
हां, पापा संस्कारी हूं, पर कमज़ोर नहीं हूं मैं,
इस दुनिया से निपटना भी मैं अच्छे से जानती हूं,
यहां संस्कारों की कोई अहमियत नहीं हैं पापा, इन्हें तो दिखावा चाहिए जो मैं कर नहीं पाती हूं,
इनकी इस दिखावटी दुनिया को मैं, फिर सिरे से नकारती हूं,
इसलिए सब के लिए मैं बुरी हूं पापा,
लेकिन जानती हूं कि आज भी आपके लिए मैं आपकी परी हूं पापा।
ये जिंदगी के अंधेरे है, ये सबको काटने होते है ,
इसलिए समझाकर दिल को अपनी लड़ाई अब मैं खुद ही लड़ती हूं,
सपने देखने लगी हूं खुद के लिए लेकिन किसी से कोई उम्मीद नहीं करती हूं,
और हां पापा मैं गर्व से कहती हूं कि हां, मैं वही गरीब बाप की एक संस्कारी बेटी हूं।
Nine days festival, worshiping different forms of Maa every day..

अक्टूबर का महीना अपने साथ साथ वो मनमोहक कपूर की खुशबू भी लेकर आया है जो न सिर्फ हमारे घरों को पवित्र करती है, बल्कि घरों के साथ साथ हमारे मन को भी पाक कर देती है। आप बिलकुल सही समझे है, हम बात कर रहे है हिंदुओं के पवित्र त्योहार नवरात्रि कि। हम सब जानते है नवरात्रि हिंदुओं के पवित्र और मुख्य त्योहारों में से एक है। वैसे तो नवरात्रि पूरे साल में चार बार आते है लेकिन शुक्ल पक्ष के नवरात्रि अपने आप में खास है।

ये नौ दिनों का त्योहार है, जिसमें हर दिन मां आदि शक्ति के अलग अलग स्वरूपों की पूजा-अर्चना की जाती है। जी हां, 9 स्वरूपों का अपना अलग ही महत्व है।

तो चलिए और ज्यादा वक्त न लेते हुए हम आपको मां के और करीब ले जाते है और आपको बताते है मां के प्रथम स्वरूप मां शैल पुत्री के बारे में और इसी तरह हम आगे भी आपको इनके 9 स्वरूपों की चर्चा करते रहेंगे और मां की भक्ति और शक्ति की श्रद्धा भाव से स्तुति करेंगे।

तो सबसे पहले हम मां शैल पुत्री के बारे में आपको कुछ मुख्य बातें बताते है-

नवरात्रि का आरंभ मां शैल पुत्री की पूजा अर्चना से शुरू होता है।
मां शैलपुत्री को राजा हिमालय की बेटी भी माना जाता है। इनको मां सती और मां पार्वती का ही स्वरूप कहा जाता है। मां शैलपुत्री नंदी नमक बैल की सवारी करती है।इनके माथे पर चंद्रमा सुशोभित है, तथा इनके हाथों में कमल का फूल होता है।
मां शैलपुत्री को सफेद रंग बहुत पसंद है।
इनकी पूजा में भी सफेद रंग के फूल और सफेद रंग की मिठाई चढ़ाई जाती है। इनकी पूजा करते समय पीले वस्त्र धारण किए जाते है।

तो चलिए अब जानते है की मां शैलपुत्री को कैसे प्रसन्न करे-

मां शैलपुत्री भक्तों को उनकी भक्ति और श्रद्धा से प्रसन्न होकर मन मुताबिक फल प्रदान करने वाली है।

तो नीचे दिए गए कुछ नियमो का पालन कर आप भी मां से अपनी मुराद मांग सकते है:

1. प्रात: काल जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत होकर पीले वस्त्र पहनने चाहिए।
2. मिट्टी से मां की वेदी बनाएं।
3. मां की वेदी बनाकर उसमें गेहूं और जौ मिलाकर बोएं।
4. कलश स्थापना करें।
5. इसके बाद सर्व प्रथम गणेश की पूजा करें।
6. मां शैल पुत्री की विधिवत पूजा करें।
7. दुर्गा सप्तशती का पाठ करें।

तो आज के लिए बस इतना ही अगले लेख में करेंगे मां के अगले स्वरूप की चर्चा।
तब तक आप लोग मां की भक्ति में लीन रहें, मां जरूर सबकी मनोकामना पूरी करेंगी।

Motherhood

मां बनना हर महिला के जिंदगी में एक खास मुकाम रखता है। लेकिन कई बार नई माताएं खुद को खो भी देती हैं। हालांकि ये वक्त भी काफी कठिनाइयों भरा होता है पर उससे भी ज्यादा यह एक खूबसूरत अहसास होता है।

अक्सर नई माताएं खुद के लिए वक्त नहीं निकाल पाती हैं जिसकी वजह से वह परेशान हो जाती है। आइये जानते हैं कुछ खास तरीकों के बारे में जिनकी सहायता से आप खुद को खोए बिना इन आसान तरीकों की मदद से मां बनने के अहसास को एंजॉय कर सकती हैं।

बच्चों के साथ बिताए समय

आप बच्चों के साथ कुछ फन एक्टिविटी कर सकती हैं। अपने रोजाना के कामों से समय निकाल कर अपने बच्चे के साथ वक्त बिताएं। ऐसा करने से ना सिर्फ आपको आराम मिलेगा बल्कि आपको अपने बच्चे के साथ स्ट्रॉन्ग बॉन्ड बनाने में भी मदद करेगा।

परफेक्ट बनने की दौड़ में ना रहें

सभी नई मम्मियां हर चीज को पूरी तरह से परफेक्ट करने की खूब कोशिश करती हैं। हालांकि यह कई बार ये संभव नहीं होता है। हम अक्सर गलतियां करते हैं तथा उन्हीं से सीखते हैं, ऐसे में हमें परफेक्ट बनने की दौड़ में नहीं पड़ना चाहिए।

घूमना भी जरूरी है

जरूरी नहीं है कि आप हफ्ते भर घूमने का प्लान बनाएं लेकिन आप एक या दो दिन घूमने-फिरने की योजना बना सकती हैं। आप आस पास किसी मनचाहे जगह पर घूमने जा सकती हैं। यह आपके लिए काफी रिलेक्सिंग की लिहाज से अच्छा हो सकता है।

अपने बॉडी को समझें

ये बात आम है कि नई माताएं पूरी परिवार की फिक्र करती हैं, जिसमें आपके लिए जरूरी है कि आप अपने शरीर की भी थोड़ा सुनें। एक्सरसाइज या योगा रूटीन को पूरी तरह से अपनाएं। अपने परिवार को समझाती रहे कि आपको खुद के लिए एक या दो घंटे की आवश्यकता है। आप अपने बच्चे के सोने के समय को फिक्स जरूर करें और उस बीच खुद को समय दे सकती हैं।

फोटो सौजन्य- गूगल

Alia makes everyone crazy with her style, learn basic tips for a stylish look

स्टाइलिश लगना कौन नहीं चाहता, हर कोई चाहता है जमाने के हिसाब से खुद को अपडेट रखाना तो आपके वार्डरोब में कुछ पैटर्न के आउटफिट जरूर होने चाहिए। जैसे- फ्लोरल प्रिंट की सबसे स्पेशल बात यह होती है कि कैजुएल वेयर, ट्रिप और कुछ फैशनेबल एक्सेसरीज के साथ पार्टी में भी पहन सकते हैं।

हाल फिलहाल आलिया भट्ट ने फ्लोरल प्रिंट मिनी स्कर्ट पहनकर नजर आई। हाल ही में मुंबई के रेस्टोरेंट के सामने आलिया भट्ट को स्पॉट किया गया। आउटिंग के लिए आलिया ने हैंडमेड कॉटन मिनी ड्रेस पहनी हुई थी। जिसमें आलिया बेहद खूबसूरत नजर आ रही थी। फ्लोरल पेस्टल ड्रेस में अभिनेत्री आलिया मिनिमल लुक में भी बेहद स्टाइलिश लग रही थी।

ये है आलिया के ड्रेस की कीमत

आलिया की ड्रेस की बात करें तो समर समवेयर लेबल की है। ऑफिशियल वेबसाइट पर इस ड्रेस का नाम Sintra Mini है, जिसकी कीमत 5,590 रुपये है।

अभिनेत्री आलिया का फ्लोरल प्रिंट लव

Alia makes everyone crazy with her style, learn basic tips for a stylish look

अभिनेत्री आलिया भट्ट को इससे पहले कई मौकों पर फ्लोरल प्रिंट ड्रेस पहने हुए देखा जा चुका है। आलिया पार्टी, फ्रेंड्स के साथ के आउटिंग, इवेंट्स और शो में भी फ्लोरल प्रिंट ड्रेस कैरी कर चुकी हैं। इसी बात से अनुमान लगाया जा सकता है कि आलिया को फ्लोरल प्रिंट आउटफिट से कितना प्यार है।

फ्लोरल प्रिंट के लिए खास टिप्स

फ्लोरल प्रिंट के साथ पर्ल जूलरी बहुत अच्छी शानदार है। इसलिए पर्ल नेकलेस और इयररिंग इस तरह के आउटफिट के साथ बहुत अच्छी लगेगी।फ्लोरल प्रिंट ड्रेसेस के साथ आप जैकेट कैरी करना चाहती हैं तो कोई लाइट या डार्क कलर सिंपल जैकेट पहनें, जिससे ड्रेस के प्रिंट खूबसूरती के साथ हाईलाइट हो सके।

आप इवेंट के मुताबिक फ्लोरल प्रिंट के साथ बूट्स, हील्स या कैजुअल फुटवेयर पहन सकती हैं।अपने लुक को ज्यादा हेवी होने से रोकने के लिए फ्लोरल प्रिंट के साथ हमेशा मिनिमल लुक रखें क्योंकि हेवी जूलरी या मेकअप से आपकी ड्रेस मिसमैच लग सकती है।

फोटो सौजन्य- गूगल

पति और पत्नी के रिश्ते

यूं तो शादी जिंदगी का वह पड़ाव हैं जहां दो जिंदगियां ही नहीं, दो परिवारों का मिलन होता है लेकिन कई लोग शादी के बाद भी अकेलापन महसूस करते हैं। कई अध्ययनों से यह साफ हुआ है कि 45 साल से अधिक उम्र के तीन विवाहित लोगों में से एक व्यक्ति अकेलेपन का शिकार होता है। एएआरपी राष्ट्रीय सर्वेक्षण के मुताबिक शादी में अकेलापन महसूस कराना इस बात का संकेत है कि रिश्ते में या आपके निजी जीवन में किसी ना किसी को परेशानी जरूर है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि इस अकेलेपन को कैसे दूर किया जाए?

शादी के बाद अगर आपको अकेलापन का एहसास होता है तो यकीन मानें ये टिप्स आपके लिए काफी उपयोगी हो सकती है-

संवाद करें अपने जीवन साथी के साथ-

पति-पत्नी के बीच संवाद जरूरी

हर रिश्ते में कम्युनिकेशन का होना अहम है यानी हर रिश्ते में यह जरूरी है पार्टनर से बात की जाए और जहां कोई भी दिक्कत है उसे जल्द से जल्द हल किया जाए। एक बात समझना जरूरी है कि आपकी तरह आपके पार्टनर भी फील कर रहे हों ये जरूरी तो है नहीं, अब ऐसे में उन्हें आपकी भावनाओं का पता तभी चलेगा जब आप उनसेप अकेला फील कर रहे हैं तो इसका मतलब ये हो गया कि रिश्ते में कोई प्रॉब्लम है। इस वक्त को अपने दोस्तों से मिलने जुलने में लगाएं और चाहें तो कोई क्रिएटिव एक्टिविटी में भी अपना मन लगाएं। खुद के पॉजिटिविटी और क्रिएटिवली इंगेज रखने की हर संभव कोशिश करें।

जानें रिश्ते में बदलाव का कारण

रिश्ते में बदलाव की वजह

अगर आपके रिश्ते में अचानक आए किसी बदलाव से आप दोनों के बीच दूरियां आ सकती है और उसी की वजह से आप अकेला महसूस कर सकती हैं। आप ये समझने में असमर्थ हैं कि क्या बदलाव आया है या कहां एडजस्ट नहीं हो पा रहा है। ऐसी परिस्थिति में मैरिज काउंसलर से बात करें या कोई प्रोफेशनल हेल्प लें। इससे आपको अपने रिश्ते का एक क्लीयर पक्ष जानने और समझने का मौका मिलेगा और एक पॉजिटिव नजरिया भी।

एक-दूजे के प्यार को दें अहमियत

प्यार को समझें

जीवनसाथी से आपका इमोशनल अटैचमेंट जरूरी है। प्यार का एहसास सिर्फ फिजिकल टच, प्यार भरे शब्दों, गिफ्ट देने तक ही नहीं हैं। यह समझना जरूरी है कि आपके पार्टनर क्या चाहते हैं। हो सकता है कि प्यार के मायने उनके लिए दूसरों से थोड़ा हटके हो या फिर शायद उनके प्यार बयां करने का अंदाज औरों से जुदा हो। इमोशनली अटैच रहेंगी तो उन्हें भी समझ पाएंगे और उनके इस अंदाज को भी।

पॉजिटिविट टाइम निकालें

 

पति-पत्नी की आपसी समझ

यह समझना बहुत जरूरी है कि हमें हर चीज के लिए सिर्फ अपने पार्टनर पर निर्भर नहीं रहना चाहिए। यह बिल्कुल भी ज़रूरी नहीं है कि अगर आप अकेला फील कर रही हैं तो इसका मतलब ये हो गया कि रिश्ते में कोई प्रॉब्लम है। इस वक्त को अपने दोस्तों से मिलने जुलने में लगाएं और चाहें तो कोई क्रिएटिव एक्टिविटी में भी अपना मन लगाएं। खुद के पॉजिटिविटी और क्रिएटिवली इंगेज रखने की हर जरूरी कोशिश करें।

सोशल मीडिया से जरा बचके

सोशल मीडिया से बचें

 

आजकल सोशल मीडिया हम सब की लाइफ में बहुत ज्यादा घुसपैठ करने लगा है। शादी की तैयारी से लेकर बेबी शावर तक लोग अपने पर्सनल मोमेंट सोशल मीडिया पर शेयर करते हैं। लेकिन इसका यह मतलब बिल्कुल भी नहीं है कि आप भी उन मोमेंट्स को देखकर ठीक वैसा ही अपनी लाइफ में भी एक्सपेक्ट करने लगें और वैसा ना होने पर अपने रिश्ते में खामियां निकालना शुरू कर दें।

रिश्ते को जीना सीखें

रिश्ते को जीना सीखें

पति-पत्नी को एक दूसरे को स्पेस देना और एक दूसरे के रिश्ते को इज्जत देना जरूरी होता है। अगर पति या पत्नी शादी से पहले रहे किसी दोस्त से मिलते हैं तो ना तो पत्नी को पति पर शक करना चाहिए और ना ही पति को अपने पत्नी के दोस्ती पर। शादी के बाद भी चाहे पति हो या पत्नी दोनों अपने पूराने दोस्त से मिलने का हक रखते हैं, ये समझना दोनों के लिए जरूरी है। जब हम एक दूसरे के रिश्ते को अहमियत देंगे तो खुद बा खुद रिश्तों में गरमाहट आ जाएगी और रिश्ते को जीना सीख जाएंगे।

फोटो साभार- गूगल