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Category Archives: Kitchen

Cook such food so tasty that people say wow what a taste..!

वैसे तो किचन में सारे मसालों की अपनी खास भूमिका है। इनके बिना स्वाद की कल्पना नहीं की जा सकती। लेकिन इनमें कुछ ऐसी चीजें भी हैं, जो स्वाद को बढ़ाने के लिए हर किचन में जरूरी होती हैं। सारे मास्टर शेफ अपने किचन में कुछ चीजें थोड़ा खास रखते हैं, जैसे-

धनिया पत्ती से गार्निशिंग

Cook such food so tasty that people say wow what a taste..!

दुनिया को स्पेन का उपहार या किसी अच्छे शेफ की अपनाई गुप्त तरकीब है धनिया पत्ता। यह अनेक तरह के व्यंजनों में स्वाद और खुशबू बढ़ाता है। धनिया की ताजी पत्तियां गार्निशिंग के लिए तो हैं ही, साथ ही यह खुशबू को उभारती हैं, जो सादे या बेस्वाद व्यंजनों को भी लजीज बना देती है। इनमें कोलेस्ट्रॉल नहीं होता।

यह एंटी-ऑक्सीडेंट तथा इसमें विटामिन-A और विटामिन- K से भरपूर मात्रा होती हैं। इन गर्मियों में सलाद में धनिया पत्ते को मिलाएं और सेहत को बढ़ाएं।

कुकिंग ऑयल

भोजन पकाने में अधिक स्मोकिंग प्वाइंट वाला तेल खाना चाहिए, ताकि छौंकने पर ट्रान्सफैट कम-से-कम बने। अधिकांश भारतीय पकवान अधिक आंच पर छौंक-बघार कर या तलकर तैयार किए जाते हैं, इसके लिए कुकिंग ऑयल को अधिक गर्म किया जाता है। ऐसे में जरूरी है सही तेल चुनने की।

कैनोला ऑयल का स्मोकिंग प्वाइंट काफी ऊंचा (240˚C) होता है और इसका इस्तेमाल सलाद में भी किया जा सकता है। ओमेगा-3 और 6 फैटी एसिड का सही अनुपात होने, ट्रांसफैट और कोलेस्ट्रॉल न होने तथा E और A जैसे विटामिनों की मौजूदगी की वजह से यह सेहत के लिए भी सही है।

बॉल्सेमिक सिरका

दूसरे सिरकों के बजाय बॉल्सेमिक सिरका आश्चर्यजनक रूप से मीठा और बेहतरीन खुशबू वाला होता है, जो इसे बेजोड़ बनाती है।

संतृप्त फैट्स तथा सोडियम की कम मात्रा होने तथा पाचन में मदद करने वाले पॉलीफेनॉल्स होने के कारण यह स्वास्थ्य के लिए भी ठीक है।

इसे सलाद, डिप्स, मैरिनेड्स, सॉसेज में मिलाया जा सकता है। यही नहीं यह चाइनीज और जपानीज व्यंजनों के लिए भी सही होता है। यह पास्ता तथा रिसोटो को भी अधिक मजेदार बना सकता है।

लहसुन वाला नमक

लहसुन के पाउडर और टेबल सॉल्ट को मिलाकर बनाया गया यह नमक, सीजनिंग के लिए बेहतर है। खासतौर से उन लोगों के लिए बहुत उपयोगी है, जो तीखी गंध और स्वाद के कारण कच्चा लहसुन खाना पसंद नहीं करते।

इसे बेक किए गए व्यंजनों, सलादों, कच्ची सब्जियों या एपिटाइजर्स पर छिड़का जा सकता है। इसे आप स्क्रम्बल्ड अंडों और ऑमलेट मिश्रणों पर भी प्रयोग कर सकती हैं। खाने में स्वाद बढ़ाने के लिए आप इसे किचन में जरूर रखें।

ऐसे स्वाद को बढ़ाता है टमाटर

भारतीय, मैक्सिकन, इटैलियन, कोई भी व्यंजन हो, टमाटर हर स्वाद को बढ़ा देता है। सब्जियों, सूप, सलाद और सॉसेज में इसका उपयोग किया जाता है। एंटी-ऑक्सिडेंट्स से भरपूर टमाटर में विटामिन-A, C और K होता है।

साथ ही इसमें नियासिन, थियामिन और मैग्नीशियम जैसे तत्व भी पाए जाते हैं। इसमें वसा बहुत कम होती है। अब जब टमाटर के इतने सारे फायदे हैं, तो आप इसे किचन में कैसे नहीं रख सकतीं। इसके बिना खाना पकाने की तो मैं भी नहीं सोच सकता।

अगर मास्टरशेफ की तरह कुकिंग करना चाहती हैं, तो इन 05 चीजों को अपने किचन में जरूर रखें।

The fragrance spreads in your house as soon as it is sipped...

जब भी आप अपने घरों में सब्जी बनाने रसोई में जाते हैं तो छौंक लगाने के लिए सबसे पहले जो चीज आप इस्तेमाल करने के बारे में करते हैं और जिसकी भिनी सी खुशबू आपके मन को मोह लेती है वह है जीरा। छौंक लगाते ही जो खुशबू आपके घर में फैलती है वह मानो खाने का स्वाद और ज्यादा बढ़ा देती हैं।

तो दोस्तों आज हम हर रसोई की शान जीरे के बारे में बात करेंगे। वैसे तो जीरे के कई प्रकार होते हैं लेकिन हमारे घरों में जो जीरा इस्तेमाल होता है उसे काला जीरा कहते हैं।

दोस्तों जीरे के महत्वपूर्ण तीन प्रकार होते हैं।

1.काला जीरा
2.सफेद जीरा
3. श्यामल जीरा।

यूं तो सफेद जीरा और श्यामल जीरा देखने में एक जैसे ही लगते है, लेकिन श्यामल जीरा सफेद जीरे से महंगा होता है।
काला जीरा हम घरों में अक्सर देखते है और इस्तेमाल करते है। लेकिन सफेद जीरे के बारे में बहुत कम ही लोग जानते है। सफेद जीरा न सिर्फ हमारे खाने को स्वादिष्ट बनता है बल्कि इसका उपयोग औषधि के रूप में भी किया जाता है। हम में से बहुत सारे लोग ये नहीं कि इसका प्रयोग कई बीमारियों के इलाज़ में किया जाता है।

जानते हैं आज सफेद जीरे के औषधीय फायदे:

1. बवासीर के दर्द और सूजन को कम करता है: जी हां, अगर आपको बवासीर जैसी परेशानी है तो सफेद जीरे के इस्तेमाल से इसे ठीक कर सकती है। इसके लिए पानी में जीरे को उबाल लें व किसी चपटे बर्तन या टब में उस पानी को डाल लें और उसमें बैठ जाए।

2. वजन कम करने में लाभकारी: अगर आप अपने बड़े हुए वजन से परेशान है तो जीरा आपके लिए बहुत उपयोगी है। इसके लिए आप एक चम्मच जीरा रात को पानी में भिगो दें। सुबह इसको उबाल कर छान कर इसमें स्वादानुसार शहद मिलाकर पीएं।

3.मां का दूध बढ़ाएं: प्रसव के बाद असर महिलाओं को शिकायत रहती है कि दूध कम बनता है। तो उनके लिए यह बहुत उपयोगी है। रात में गर्म दूध में भुना हुआ जीरा डालकर पीएं।

Mom

4.खुजली में असरदार: अक्सर गर्मियों के मौसम में ये समस्या होती है तो इससे निजात पाने का ये आसन तरीका अपनाएं। नहाने के पानी में थोड़ा जीरा उबाल कर मिला लें।

5.कब्ज दूर करें : अगर आपको अक्सर कब्ज़ की समस्या रहती है तो छाछ में भुना जीरा और नमक मिला कर पिएं।

6. एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर: दोस्तों, जीरा एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है तथा इसमें आयरन और कैल्शियम भी भरपुर मात्रा में पाया जाता है।

7. गुणों की खान है जीरा: फाइबर, आयरन, कॉपर, कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नीज, मैग्नीशियम, जिंक व मिनरल्स का अच्छा सोर्स है।

8.विटामिंस से भरपूर: विटामिन- E, विटामिन- A, विटामिन-C और विटामिन-B कॉन्प्लेक्स से भरपूर है।

9. मॉर्निंग सिकनेस को दूर करे: जी हां, गर्भ धारण के शुरुआती लक्षणों में एक लक्षण मॉर्निंग सिकनेस भी है। लेकिन इस समस्या से आपको डरना की जरूरत नहीं, जीरा आपकी इस समस्या को दूर करता है। इसके लिए आपको अपने आहार में इसे शमिल करना होगा व नियमित इसका सेवन करना होगा।

10. अनीमिया के रोग में लाभकारी: इसके लिए आप जीरा के पाउडर के साथ मिश्री का सेवन नियमित करें।

11. केलोस्ट्रोल करें कम: बॉडी से फैट और केलोस्ट्रोल को दूर करता है। जिसके के लिए लोगों को काफी महंगा इजाल करना होता और साथ-साथ महंगी-महंगी दवा खानी होती है।

12.हड्डियों को मजबूत बनाता है: इसमें आयरन और कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा होती है जो हड्डियों को मजबूत बनाता है।

13. नींद ना आने की समस्या में रामबाण: अगर आपको नींद ना आने की समस्या है तो आप एक केले को मेस करें व उसमे भुना हुआ जीरा मिलाकर खाएं।

14. शुगर में फायदेमंद: डायबिटीज के रोगियों को जीरा नियमित रूप से खाना चाहिए ये शुगर की मात्रा को नियंत्रित करता है।

15. याद्दाश्त बढ़ाने में फायदेमंद: आपको भूलने की समस्या है तो आपको दही में जीरा डालकर खाना चाहिए। इससे आपको बहुत आराम मिलेगा।

दालचीनी के लाभकारी गुण
आज हम बात करने जा रहे है जिसके नाम में चीनी है पर मिठास नहीं, वह हर किचन में उपलब्ध होता है और वह बहुत ही लाभकारी होता है,
कोरोना मरीज का डाइट्स

आज पूरी दुनिया कोरोना वायरस की मार झेल रही है। इस बीमारी के ठीक होने के बाद भी इसकी रिकवरी होने में लगभग एक महीने से ज़्यादा का वक्त लगता है। वो भी तब जब आप एक सही और संतुलित  डाइट ले रहे हो। वैसे तो बीमार होने पर खाने की कुछ खास इच्छा नहीं होती लेकिन फिर भी अगर खाना टाइम से न लिया जाए या स्किप किया जाए तो रिकवरी में न सिर्फ ज़्यादा वक़्त लग जाता है बल्कि बीमार व्यक्ति पहले से ज़्यादा कमज़ोर हो जाता है  जो कि उसे कईं तरह को दूसरी शारीरिक परेशानियों में डाल सकती है।

आइये आज जानते हैं कोरोना काल में और कोरोना के बाद रिकवरी पीरियड में मरीज़ की डाइट किस तरह की होनी चाहिए।

बिस्तर से उठने के बाद (सुबह 5.30- 6.30 बजे)

नींबू पानी

1 गिलास गुनगुने नींबू पानी में दालचीनी 05 भीगे हुए बादाम और अखरोट मिलाएं।

नाश्ते के विकल्प (30 मिनट के बाद)

पालक बेसन चीला 02 नग हरी चटनी/ नारियल चटनी या 1 कप दही के साथ।

ओट्स दलिया ड्राई फ्रूट्स या बीज के साथ और साथ ही एक कटोरी फल।

दो डोसे कम तेल में 1 कप सांबर/

वेजिटेबल ऑमलेट (2 अंडे का सफेद भाग और 1 पूरा अंडा) ।

2 स्लाइस साबुत-गेहूं या मल्टीग्रेन ब्रेड के साथ चाय (इच्छा होने पर)।

Mid-morning snack options मध्य सुबह के नाश्ते के विकल्प (सुबह 10 – 11 बजे)

1 कटोरी फल चिया/1 बड़ा चम्मच कद्दू बीज के साथ / 1 गिलास नींबू पानी।

चिया और अलसी बीज के साथ 1 गिलास पपीते की स्मूदी।

1 ग्लास ऑरेंज जूस / पाइन एप्पल  जूस/ नारियल पानी ।

दोपहर का भोजन (दोपहर 1 – 2 बजे)

भारतीय थाली

2 फुल्के / 1 कप उबले हुए चावल की सब्जी (बीन्स / फूलगोभी / ब्रोकली / पत्तेदार सब्जी / मिश्रित सब्जी) / कप दाल / चना / राजमा / 1 कटोरी पनीर की सब्ज़ी +1 कप दही

दोपहर के भोजन के बाद (शाम 4 बजे)

लौंग, काली मिर्च और सोंठ का काढ़ा/ ग्रीन टी /चाय /कॉफी – 1 कप।

मध्य शाम का नाश्ता (शाम 5 – 6 बजे)

फल

½उबले स्प्राउट्स /½ कप भुने हुए चने या भुना हुआ मखाना।

उबले स्प्राउट्स/ दालें या भुना हुआ मखाना/ चना – ½ कप

रात के खाने से पहले के विकल्प (रात 7 बजे)

1 चम्मच नीबू रस के साथ दाल पानी – 1 कप/

रसम – 1 कप।

गाजर/टमाटर/पालक/ब्रोकली सूप – 1 कप

रात के खाने के विकल्प (शाम 7.30– 8.30 बजे)

डोसा

1 कटोरी सब्जी खिचड़ी 1 कप दही/

2 मूंग दाल चीला पनीर लहसुन की चटनी के साथ।

इडली के 3 पीस, सब्जी सांबर के साथ।

2 रोटी १ कटोरी पालक या मेथी दाल/अंडे की सब्जी/पनीर भुर्जी के साथ – 1 कप।

सोने का समय :

1 गिलास हल्दी,अदरक और काली मिर्च के साथ कम फैट वाला दूध बिना चीनी के।

इस  डाइट चार्ट को आप आवश्यकतानुसार रिपीट कर सकते हैं |

इस बात का हमेशा ख्याल रखें कि अच्छे स्वास्थ्य के लिए सही पोषण  हमेशा ज़रूरी होता  है, खासकर ऐसे समय में जब प्रतिरक्षा प्रणाली को पहले से कईं ज़्यादा मज़बूत बनाने की आवश्यकता हो।

अच्छी  डाइट  के  साथ  ही कुछ और बातों का ध्यान  रखना ज़रूरी है।  जैसे की कैलोरी काउंट, प्रोटीन, फैट्स की जरूरतों को शरीर के वजन के अनुसार ही बढ़ाएं। कोरोना के मरीजों के डाइट चार्ट में विटामिन ए, सी, डी, ई, जिंक से भरपूर चीजें जरूर शामिल करें। इनमें एंटीऑक्सीडेंट्स विटामिंस और मिनरल्स होते हैं, जो कोरोना रोगियों को जल्दी रिकवर करने में मदद करते हैं।

बासी खाना बिल्कुल भी ना खाएं।

हाइड्रेटेड रहने के पानी और लिक्विड को भी अपनी डाइट में ज़रूर शामिल करें। ऐसे वक़्त में प्यास कम लगती है लेकिन फिर भी थोड़ा थोड़ा पानी लेते रहें। बेहतर स्वाद के लिए फल, पुदीना, नींबू के साथ पानी का इस्तेमाल कर सकते हैं।

अपनी शारीरिक क्षमता के मुताबिक प्रतिदिन शारीरिक एक्टिविटी करें, ब्रीदिंग एक्सरसाइज भी जरूर करें।

ब्रोहाइड्रेट्स, फैट्स से भरपूर सुंतलित आहार का सेवन करें। साथ ही प्रोटीन को भी जरूर शामिल करें।

ओरल न्यूट्रिशन सप्लिमेंट्स और एंटीऑक्सीडेंट्स भी कोरोना मरीजों को जरूर देना चाहिए।

बस थोड़ा सा नमक , थोड़े बदलते रिश्ते
काफी है मेरे घाव को गहरा करने के लिए ।।
पहले जो मक्खन लगाते है,
फिर वही नमक छिड़कते है।।
जी हां, इस तरह के जुमले बहुत सुने होंगे आपने और इन से आप समझ गए होंगे कि हम सब की जिंदगी में  ‘नमक’ कितनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। नमक ही है जो हमें ये अहसास करवाता है की जिंदगी में हर चीज के लिए संतुलन कितना जरूरी है, जब कभी सब्जी में नमक तेज हो जाए तो हमारी जीभ साफ इनकार कर देती है जायजा लेने से, और जो कभी वो कम हो जाए तो खाना एक दम बेस्वाद हो जाता है फिर हमारा नटखट मन उसे खाने से मना कर देता है।
 
दोस्तों, वैसे तो हम सब ही रोज नमक का अपने घरों में इस्तेमाल करते है..लेकिन हम में से बहुत सारे लोग ‘सामान्य नमक’ की जगह  ‘सेंधा नमक’ का इस्तेमाल करते है जो न सिर्फ स्वाद में बेहतर होता है बल्कि स्वास्थ्य की दृष्टि से भी बहुत लाभदायक होता है। हालांकि सेंधा नमक भी नमक की ही एक किस्म है लेकिन इसके इस्तेमाल के अनेक फायदे है :
 
तो आइए जानते है  ‘सेंधा नमक’ के बारे में और इसके फायदों के बारे में-
 
सेंधा नमक एक प्राकृतिक नमक है। यह खारे तालाबों से निकाला जाता है, हालांकि यह उस समय ठोस पत्थर जैसे आकर में होता है। इसे तोड़ कर छोटा किया जाता है था फिर इसको पाउडर में परिवर्तित किया जाता है। यह हल्का लाल या हल्के काले रंग का हो सकता है तथा इसका जो रंग है वह इसमें मौजूद ऑक्साइड की वजह से होता है।
सेंधा नमक के फायदे-