Search
  • Noida, Uttar Pradesh,Email- masakalii.lifestyle@gmail.com
  • Mon - Sat 10.00 - 22.00

Category Archives: Health

walnuts

Benefits of Walnut: अखरोट तो सभी खाते हैं लेकिन अखरोट के बेहिसाब फायदे शायद ही कोई जानता होगा। आप को तो मालूम है कि यह काफी सेहतमंद होता है पर क्या आप जानते हैं कि अखरोट को रात भर भिगोना और फिर अगली सुबह उसका सेवन करना और भी अधिक फायदेमंद होता है। अखरोट एक ब्रेन बूस्टिंग नट है। दिमाग के आकार के ये नट्स विटामिन, फाइबर, आयरन, कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होते हैं जो इन्हें सुपर-हेल्दी नट्स बनाते हैं। सुबह के समय इनका सेवन करने से यह सुनिश्चित हो जाता है कि आपको आवश्यक पोषक तत्व मिल रहे हैं और आप अपने दिन की शुरुआत हेल्दी तरीके से कर रहे हैं।

बालों का पतलापन करता है दूर

अपनी डेली डाइट में अखरोट का एक और लाभ यह है कि वे बालों के लिए बेहतरीन है। वे बालों की ग्रोथ में सहायता करते हैं और स्कैल्प को पोषण देने और बालों के रोम को मजबूत करने के साथ-साथ बालों का पतला होना भी कम करते हैं।

मेटाबॉलिज्म के लिए हैं बेस्ट

अखरोट आयरन, पोटैशियम, जिंक और कैल्शियम से भरपूर होता है जो मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में मदद करता है और वजन कम करने में भी मदद करता है। फाइबर की मात्रा शरीर को भरा रखती है जिससे आपको बार-बार स्नैकिंग से बचने में मदद मिल सकती है। यह भूख के दर्द को भी रोकता है।

हेल्दी त्वचा का राज

खरोट हेल्दी स्किन के लिए एक सुपरफूड है क्योंकि वे एंटीऑक्सिडेंट और विटामिन ई से भरपूर होते हैं, जो दोनों हेल्दी, मुलायम और चमकती त्वचा के लिए जाने जाते हैं।

हड्डियों के लिए हैं फायदेमंद

अखरोट कैल्शियम और मैग्नीशियम से भरपूर होते हैं इस वजह से ये हमारे शरीर में हड्डियों को मजबूत करते हैं और हड्डियों के निर्माण में सहायता करते हैं। नियमित रूप से इनका सेवन करने से आपकी हड्डियों की समग्र संरचना में भी सुधार होता है।

भिगोए हुए Walnut खाने के 07 गजब फायदे, डे बाई डे दिखेंगे जवां, हड्डियों, बालों और Memory Power के लिए भी लाजवाब
Soaked Walnut Benefits: दिमाग के आकार के ये नट्स विटामिन, फाइबर, आयरन से भरे हैं।

Frequent urination at night can be a sign of serious illness, a look at the dangers

अगर आपको सामान्य से ज्यादा यूरिन (Urine) की शिकायत है तो इसकी जांच फौरन डॉक्टर से कराना चाहिए क्योंकि ये किसी गंभीर बीमारी के संकेत हो सकते हैं। अक्सर लोगों का कहना होता है कि उन्हें रात में कई बार यूरिन के लिए उठना पड़ा है जिसकी वजह से उनकी उनकी नींद पूरी नहीं हो पाती है। बता दें कि इस समस्या को मेडिकल में नोक्टूरिया कहते हैं। आइये जानते हैं इस बीमारी के बारे में-

सामान्यत: रात में एक से दो बार यूरिन लगता है। पर इससे अधिक किसी आंतरिक समस्या का संकेत हो सकता है। जरा पहले इसके सामान्य कारणों पर डालते हैं एक नजर।

Frequent urination at night can be a sign of serious illness, a look at the dangers

रात में बार-बार यूरिन के लिए उठना कैफीन, एल्कोहल, स्मोकिंग, स्ट्रेस हो सकता है। ये सारे तत्व यूरिन को ट्रिगर करते हैं। ज्यादा अल्कोहल और चाय व कॉफी यूरिन को उत्पन्न करते हैं।

अब जानते हैं नोक्टूरिया क्या है- यह बीमारी बढ़ती उम्र में होने वाले हार्मोनल बदलावों की वजह से भी होता है। इससे कई बार यूरिन इंफेक्शन होने का भी खतरा बढ़ जाता है। इसमें यूरिन करते वक्त जलन महसूस होती है औरे पेट में भी दर्द रहता है।

टाइप-2 डायबिटीज भी इस बीमारी की वजह हो सकता है। अलावा इसके यह बीमारी किडनी इन्फेक्शन ब्लैडर प्रोलैप्स के कारण भी हो सकती है।

7 common life mistakes that can ruin your sex life

हर रिश्ते में सुनहरा टाइम हमेशा नहीं रहता लेकिन समय के साथ यह तनाव और कुछ समस्याओं को जन्म देता है, लाइफ के परिणामस्वरूप होने वाली शारीरिक और इमोशनल अंतरंगता को नकारा नहीं जा सकता है। कपल्स के लिए स्वास्थ्य यौन जीवन (Sex Life) को बनाए रखना और भी अहम हो जाता है। अगर आपको लगता है कि आप अपने रिलेशन में समस्याओं से गुजर रहे हैं तो यह जानने के लिए नीचे पढ़ें कि क्या सही नहीं हो रहा है।

खुशहाल रिश्ते क्यों नहीं बना पा रहे हैं आप

आपस में बात कम होना

बात करना आपको पार्टनर के साथ खुलने का एक माध्यम होता है। यह आपको एक ही वक्त असुरक्षित और सुरक्षित महसूस कराएगा। अगर आपको पता नहीं है कि आपके साथी के साथ क्या हो रहा है तो संभावना है कि आप बेडरूम के भीतर और बाहर उनसे डिस्कनेक्ट हो जाएंगे। आप सिर्फ शारीरिक सुख की तलाश में ऑटोमेटन नहीं हैं, व्यक्तिगत स्तर पर अपने साथी से जुड़ें।

टेक्नोलॉजी

हम आपके इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के बारे में बात कर रहे हैं। हमारा दिमाग किसी भी तकनीकी संकेत पर प्रतिक्रिया करने का आदी हो गया है, चाहे वह कोई नया नोटिफिकेशन हो या कोई अहम कॉल। अपने प्यार के ऊंचाइयों पर उपकरणों को लाने से आपकी एकाग्रता चंचल हो जाएगी और आप केंद्रित नहीं रह पाएंगे।

तनाव को ना बढ़ने दें

हम सभी को मालूम हैं कि सेक्स एक अद्भुत स्ट्रेस बस्टर है पर अगर दूसरे तरीके से लिया जाए, तो तनाव आपके यौन जीवन को नुकसान पहुंचा सकता है और आपकी सेक्स करने की इच्छा को खत्म कर सकता है। लाखों पुरुषों के लिए स्तंभन दोष एक तनाव प्रतिक्रिया से ज्यादा कुछ नहीं है जो एक क्लासिक मन-शरीर की घटना को ट्रिगर करता है। यहां तक कि महिलाओं के लिए भी तनाव एक नकारात्मक संकेतक बन जाता है और उन्हें यौन सुख प्राप्त करने से रोकता है।

विश्वास की कमी

हफ्तों पहले हुई अनसुलझी लड़ाई आपके यौन संबंधों के लिए हानिकारक हो सकती है। यौन एक अंतरंग कार्य है जो आपके साथी में आपके विश्वास की मांग करता है. अगर आप स्वयं समस्या का समाधान नहीं कर सकते हैं तो आपको किसी तीसरे व्यक्ति से सहायता की जरूरत हो सकती है, लेकिन अनसुलझे मुद्दों को अपने भीतर न जाने दें, वे आपके यौन जीवन का दम घोंट देंगे.

फिटनेस है जरूरी

नियमित एरोबिक व्यायाम ब्लड फ्लो को बनाए रखते हैं और धमनियों को नाइट्रिक ऑक्साइड का उत्पादन करते हैं, जो यौन उत्तेजना की कुंजी है। जो पुरुष और महिलाएं व्यायाम नहीं करते हैं, उनमें उत्तेजना संबंधी समस्याओं का अनुभव होने की संभावना अधिक होती है। साथ ही, फिट रहने से सकारात्मक आत्म-सम्मान पैदा होता है, जो आपकी सेक्स ड्राइव को भी बढ़ा सकता है।

विश्वास की कमी

7 common life mistakes that can ruin your sex life

हफ्तों पहले हुई अनसुलझी लड़ाई आपके यौन संबंधों के लिए घातक हो सकती है। यौन एक अंतरंग कार्य है जो आपके साथी में आपके विश्वास की मांग करता है. अगर आप स्वयं समस्या का समाधान नहीं कर सकते हैं तो आपको किसी तीसरे व्यक्ति से सहायता की जरूरत हो सकती है पर अनसुलझे मुद्दों को अपने भीतर न जाने दें, वे आपके यौन जीवन का दम घोंट देंगे।

ज्यादा सामान्य होना बंद करना होगा

हर किसी का एक अलग पक्ष होता है। आपको बस इतना धैर्य रखना होगा कि आपका साथी इसे प्रकट कर सके. अगर आप हमेशा बेसिक रूटीन से चिपके रहते हैं तो यह उबाऊ हो जाएगा. कभी-कभी आपको अपने कम्फर्ट जोन से बाहर निकलना पड़ता है. कुछ नए विकल्पों को आजमाने में संकोच न करें. एडवेंचर फैक्टर को चालू रखें और यौन जीवन को और दिलचस्प बनाने के नए तरीके खोजें.

अत्यधिक मेडिसीन ना लें

कई दवाएं आपकी सेक्स ड्राइव पर सीधा हानिकारक प्रभाव डालती हैं। नए शोध से पता चला है कि जो पुरुष ड्रग्स लेते हैं, उनका यौन जीवन अच्छा नहीं रहता है, भले ही उन्होंने उन्हें लेना बंद कर दिया हो।

Male Inferlity

मेल इनफर्टिलिटी उपचार: एक अध्ययन के मुताबिक कुल कपल्स में 40 फीसदी को संतान प्राप्ति नहीं हो सकती है, जिसकी वजह से Boys बांझपन की शिकायत बढ़ जाती है। मेल इनफर्टिलिटी की समस्या होने पर इंट्रासाइटोप्लास्मिक तकनीक में शुक्राणु का इंजेक्शन देना एक प्रभावकारी इलाज है। ICSI का अगला प्रभावी उपाय आईएमएसआई है।

इस माइक्रोस्कोप मशीन से चेक होती है Sperm Quality

ये तकनीक प्रेग्नेंसी रेट दिलाने में बहुत कारगर साबित हुई है। माइक्रोस्कोप मशीन की मदद से अच्छे और कमजोर Sperms की पहचान की जा सकती है। यह माइक्रोस्कोप मशीन स्पर्म यानी शुक्राणु को उसके मूल आकार से बड़ा दिखाता है।

IVF से भी प्रभावी है इंट्रासाइटोप्लास्मिक तकनीक

Male Inferlity

इसी तकनीक को इंट्रासाइटोप्लास्मिक कहते है, जो स्पर्म के इंजेक्शन के जरिए दी जाती है। इसका नतीजा आईवीएफ तकनीक से भी अधिक अच्छा पाया जाता है। जो दम्पति कुदरती तरीके से संतान नहीं पा सकते हैं वे IVF तकनीक को अपनाना चाहते हैं। इसमें भी प्रभावकारी स्पर्म को सिलेक्ट करना सबसे अहम हिस्सा है। कई बार ऐसा भी होता है कि पति के शुक्राणू प्रभावकारी नहीं होते है और स्पर्म का काउंट रेट कम होता है। इन हालातों में स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स मेडिकल मायक्रोस्कोप के जरिए यह पता करते है कि कौन से स्पर्म बेहतर हैं, जिससे प्रेग्रनेंसी हासिक की जा सके।

IVF तकनीक का खर्च लगभग 80,000 से 1,00000 तक आता है, इतना खर्च होने के बाद दम्पति हाल में प्रेग्नेंसी पाने में कोई कोई रिक्स उठाना नहीं चाहते हैं, उन कपल्स के लिए इंट्रैसायटोप्लास्मिक मॉफेलोजी तकनीक काफी उपयुक्त हो सकती है।

ICSIआय क्या है?

ICSI तकनीक में एक बीज को एक जीवित शुक्राणू के साथ मायक्रोमैनिप्यूलेटर मशीन से मिलाया जाता है। इस मिलन या फलित क्रिया को माता के शरीर के बाहर करवाया जाता हैं यानी बच्चे के जन्म की आरंभिक प्रक्रिया मां के शरीर के बाहर करवाई जाती है। फिर दो दिनों के बाद भ्रूण को मां के गर्भाशय छोड़ा जाता है और प्रेग्नेंसी को कन्फर्म करने के एक ब्लड टेस्ट 14 दिनों के बाद किया जाता है।

बता दें कि इस पूरी क्रिया से पहले कपल्स में फीमेल को हार्मोनल इंजेक्शन 10-12 दिन पहले दिए जाते है, ताकि वो 10-12 बीज तैयार कर सके। फिर इन बीजों को निकाला जाता है, जिसे ओव्हम-पिक कहते है, यह तकलीफ देह नहीं होता है। इसके बाद पति से शुक्राणु निकाले जाते है, इस पद्धति को टेस्टाक्यूलर बायोप्सी कहते है। ज्यादा से ज्यादा इसमें 15-20 मिनट लगते है, और पेशंट को अनेस्थेशिया दिया जाता है। ICSI इनट्रैसायटोप्लास्मिक मेफोलॉजी में स्पर्म इंजेक्शन दिए जाते हैं, वैसे यह आईसीएसआई तकनीक का अगला पड़ाव है। बस फर्क इतना है कि ICSI स्पर्म का चुनाव काफी सावधानीपूर्वक करते हैं। जबकि पारंपारिक ICSI तकनीक से यह काफी प्रभावकारी है, जिन पुरुषों का स्पर्म काउंट कम है या एब्नॉर्मल है उन्हें ICSI से फायदा हासिल हो सकता है।

Women who do not wear BRA, be careful, be alert to avoid harm

ऐसी बहुत सी महिलाएं हैं जिन्हें ब्रा (BRA) पहनना घुटन का एहसास कराता है। ब्रा पहनने में महिलाओं का कहना है कि उन्हें काफी कसा हुआ लगता है। ब्रा को लेकर अलग-अलग हेल्थ एक्सपर्ट की अपनी अलग ही सोच होती है। वहीं, दूसरी तरफ कुछ का मानना है कि ब्रा पहनने से सेहत को कोई घाटा नहीं होता, जबकि कुछ का मानना है कि महिलाओं के लिए ब्रा पहनना काफी जरूरी होता है। ब्रा पहनना या ना पहनना वैसे तो हर महिला की अपनी पर्सनल च्वॉइस होती है पर आइये जानते हैं कि इस संबंध में हेल्थ एक्सपर्ट्स का क्या कहना है?

कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां ब्रेस्ट को लेकर

Bra के फायदों के बारे में जानने से पहले आपको अपने ब्रेस्ट के बारे में जानना काफी जरूरी होता है। ब्रेस्ट ग्लेंड्यूलर टिशू (ग्रंथि ऊतक) और फैट से बने होते हैं। न्यू जर्सी में प्लास्टिक सर्जरी में बोर्ड-सर्टिफाइड प्लास्टिक सर्जन, एमडी, एलेक्सिस पार्सल्स ने बताया कि ब्रेस्ट को फर्म रखने के लिए एक लिगामेंट होता है, जिसे कूपर लिगामेंट कहते हैं। ब्रेस्ट का शेप ग्लेंड्यूलर टिशू और फैट पर निर्भर करता है।

ब्रा पहनना या बिना ब्रा के रहना हर महिला की अपनी पर्सनल च्वॉइस है। अगर आप Bra नहीं पहनती हैं तो आपको इस बात से डरने की कोई जरूरत नहीं है कि इससे आप अपने ब्रेस्ट को नुकसान पहुंचा रही हैं या ब्रा ना पहनने से कुछ बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है लेकिन कुछ स्पेसिफिक टाइमिंग पर जब आप ब्रा नहीं पहनती तो इससे आपके ब्रेस्ट डैमेज हो सकते हैं। तो आइए जानते हैं ब्रा पहनने के कुछ फायदे-नुकसान-

गर्दन में हो सकता है Pain

Women who do not wear BRA, be careful, be alert to avoid harm

बोर्ड-सर्टिफाइड प्लास्टिक सर्जन और न्यूयॉर्क सिटी में ब्रेस्ट रिकंस्ट्रक्शन स्पेशलिस्ट एम चेन के मुताबिक अगर आपका ब्रेस्ट साइज ज्यादा है तो ब्रा ना पहनने से आपको गर्दन में दर्द का सामना करना पड़ सकता है। ‘द जर्नल ऑफ ऑर्थोपेडिक्स’ में पब्लिश एक स्टडी में ब्रेस्ट का लार्ज कप साइज और कंधे या गर्दन में दर्द के बीच एक लिंक पाया गया। स्टडी में पाया गया कि ब्रेस्ट का साइज ज्यादा होने पर ट्रेपेज़ियस मांसपेशियों पर खिंचाव पड़ता है जिससे गर्दन के पीछे से कंधों तक दर्द का एहसास होता है। ऐसे में जरूरी है कि ब्रेस्ट को सपोर्ट देने के लिए और गर्दन के दर्द से बचने के लिए आप एक सही साइज की ब्रा पहनें।

आपका पॉश्चर हो सकता है ठीक

बहुत सी महिलाओं को ब्रा पहनना बिल्कुल भी पसंद नहीं होता क्योंकि उन्हें ब्रा पहनने पर काफी असहजता महसूस होती है। इसकी एक ही वजह, सही साइज और फेब्रिक की ब्रा ना पहनना हो सकता है। गलत ब्रा पहनने से आपके ब्रेस्ट में दर्द हो सकता है। ऐसी बहुत सी महिलाएं हैं जो गलत साइज की ब्रा पहनती हैं।

डॉ. पार्सल्स के मुताबिक गलत साइज की ब्रा पहनने से आपको असहज महसूस होने के साथ ही ब्रेस्ट में दर्द, हवा पास ना होना जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है साथ ही इससे आपके पॉश्चर पर भी काफी बुरा असर पड़ता है और ब्रेस्ट मसल्स में भी काफी दिक्कत होती है। डॉ. पार्सल्स ने कहा कि जब आप एक अच्छी फिटेड ब्रा पहनती हैं तो इससे आपको काफी हल्का महसूस होता है और पता भी नहीं चलता कि आपने कुछ पहना है।

ब्रेस्ट झुकने की संभावना रहती है ज्यादा

एक अच्छी ब्रा आपके ब्रेस्ट को सपोर्ट करती है और उन्हें झुकने या लटकने से बचाती है। एनल्स ऑफ प्लास्टिक सर्जरी में हुई एक स्टडी में सुझाव दिया गया है कि उम्र, हाई बीएमआई, प्रेग्नेंसी और स्मोकिंग के कारण भी ब्रेस्ट झुकने या लटकने लगते हैं।

ब्रेस्ट कैंसर- अमेरिकन कैंसर सोसाइटी के मुताबिक, इंटरनेट पर कई तरह की अफवाहों के चलते माना जाता है कि ब्रा पहनने से ब्रेस्ट कैंसर बढ़ता है। क्योंकि इससे लिंफ फ्लो में बाधा आती है। वैसे यह बिल्कुल भी सही नहीं है। वर्ष 2015 में हुई एक स्टडी के मुताबिक ब्रा पहनने से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा नहीं होता।

एक्सरसाइज के दौरान नहीं होना चाहिए Braless

आप अगर एक्सरसाइज करती हैं या रनिंग के लिए जाती हैं तो जरूरी है कि ब्रा जरूर पहनें। एक्सरसाइज और रनिंग करते समय ब्रा आपके ब्रेस्ट को प्रोटेक्ट करती है। वर्कआउट करते समय ब्रेस्ट के लिगामेंट्स खिंच जाते हैं और लंबे समय तक बिना ब्रा के एक्सरसाइज करने से ब्रेस्ट का शेप भी खराब हो जाता है। बिना ब्रा के इंटेंस वर्कआउट करते समय ब्रेस्‍ट के चारों ओर लिंगामेंट में स्‍ट्रेच आ जाते हैं जिससे ब्रेस्ट लटकने लगते हैं।

Make plant based protein a part of your diet, you can include these things
शरीर को हेल्दी और फिट रखने के लिए कई तरह के पोषक तत्वों से भरपूर आहार की रोजाना जरूरत होती है, इसमें भी प्रोटीन वाली चीजों का सेवन करना और भी जरूरी हो जाता है। प्रोटीन मांसपेशियों के निर्माण और विकास के साथ शरीर को बेहतर तरीके से कार्य करने में अंगों की मदद करते हैं
If the gynecologist asks such questions, do not be shy but answer boldly

Reproductive Health को मेनटेन रखने के लिए हर महिला के लिए आवश्यक है कि वह गायनेकोलॉजिस्ट (Gynecologist) के पास जाकर नियमित रूप से अपना चेकअप कपाएं पर बहुत सी महिलाएं ऐसी हैं जो अफनी सेक्सुअल हेल्थ के बारे में बताने से बचती हैं। इंटीमेट हेल्थ से जुड़ी समस्याओं को लेकर गायनेकोलॉजिस्ट से खुलकर बात ना करना कई बार आपके लिए काफी महंगा साबित हो सकता है। ऐसे में आवश्यकता है कि आप गायनेकोलॉजिस्ट की ओर से पूछे गए प्रश्नों का बिना शरमाये जवाब दें।

इंटीमेट हेल्थ से जुड़ी समस्याओं को लेकर गायनेकोलॉजिस्ट से खुलकर बात ना करना कई बार आपके लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है. ऐसे में जरूरी है कि आप गायनेकोलॉजिस्ट की तरफ से पूछे गए प्रश्नों का बिना शरमाते हुए जवाब दें। चेकअप के दौरान आपकी इंटीमेट हेल्थ को लेकर गायनेकोलॉजिस्ट आपसे कई तरह के सवाल पूछ सकती हैं।

आइये देखते हैं उन प्रश्नों के बारे में जिनका जवाब बिना किसी लाज शर्म के देना चाहिए-

हालांकि डॉक्टर का ये सवाल आपको बेकार लग सकता है पर इस सवाल के जवाब के आधार पर ही डॉक्टर यह डिसाइड करते हैं कि आपको कौन से टेस्ट करवाने हैं। एक गायनेकोलॉजिस्ट के अनुसार आप जितनी जानकारी डॉक्टर के साथ साझा करती हैं उसी के हिसाब से आपकी देखभाल होती है।

कितने सेक्सुअल पार्टनर रह चुके हैं ?

इस सवाल का जवाब देने में अक्सर महिलाएं कतराती हैं। अगर आप पिछले 15 सालों से किसी एक ही पार्टनर के साथ रह रही हैं तो डॉक्टर आपको STD टेस्ट ना करवाने का सुझाव दे सकते हैं लेकिन अगर आपने एक ही महीने में तीन अलग-अलग लोगों के साथ शारीरिक संबंध बनाए हैं तो डॉक्टर आपको STD टेस्ट करवाने के लिए बोल सकते हैं।

हर माह पीरियड्स वक्त पर होता है?

If the gynecologist asks such questions, do not be shy but answer boldly

महिलाओं में रेगुलर पीरियड साइकिल 28 दिनों का होता है। डेट से 3-4 दिन आगे-पीछे पीरियड्स का आना कॉमन होता है लेकिन अगर यह गैप काफी अधिक हो तो इसे अनियमित पीरियड्स कहा जाता है। पीरियड्स रेगुलर ना होना कई बार काफी सीरियस हो सकता है। ऐसा होने पर डॉक्टर से अवश्य संपर्क करना चाहिए।

सेक्स के दौरान या बाद में होता है दर्द

सेक्स के दौरान या बाद में अगर कभी-कभी आपकी वजाइना या पेल्विस में दर्द होता है तो इसमें घबराने की कोई जरूरत नहीं होती. हालांकि अगर आपको हर बार सेक्स के दौरान या बाद में दर्द का सामना करना पड़ता है तो आपको डॉक्टर को दिखाना चाहिए. इसके लिए डॉक्टर आपको बेसिक वजाइनल इंफेक्शन के टेस्ट या एंडोमेट्रियोसिस करवाने के लिए बोल सकते हैं।

आप अपने ब्रेस्ट को सेल्फ चेक करती हैं?

हर महिला के लिए यह काफी जरूरी है कि वह अपने ब्रेस्ट की सेल्फ-चेकिंग करें। हालांकि, यह आपके डॉक्टर का काम है कि वह ऐसा करने के लिए आपको याद दिलाए। सही से चेकिंग के लिए डॉक्टर आपको और भी कई जरूरी तरीके बता सकते हैं।

फोटो सौजन्य- गूगल

These foods play an important role in controlling hormones

महिलाओं के शरीर में हार्मोंस (Hormones) की भूमिका कुछ ज्यादा ही अहम होती है। कारण यह है कि वक्त के साथ शरीर में होने वाले बदलाव। जिनसे महिलाओं को अक्सर गुजरना पड़ता है। किशोरावस्था से लेकर मां बनने तक और उसके बाद ही भी महिलाओं के शरीर में हार्मोस तेजी से कार्य करते हैं और बदलाव भी होते हैं। कई बार इन्हीं हार्मोंस में हो रहे असंतुलन की वजह से महिलाओं को कई समस्याओं से गुजरना है। जिसमें थॉयराइड से लेकर मोटापा, पाचन कमजोर हो जाना और तमाम परेशानियां शामिल हैं। हार्मोंस को संतुलित करने के लिए सही खानपान बहुत जरूरी है।

जानें कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ जो शरीर में हो रहे हार्मोंस असंतुलन को बैलेंस करने में अहम भूमिका निभाता है-

अलसी के बीज

महिलाओं के लिए अलसी के बीज को आहार में शामिल करना बेहद जरूरी है। अलसी के बीज हार्मोंस को संतुलित करने में काफी मदद करते हैं। अलसी में मौजूद OMEGA-3 फैटी एसिड पाया जाता है। जो हार्मोंस को बनाने में मदद करता है। पीरियड्स और मेनोपॉज से जु़ड़ी समस्याओं से राहत पाने के लिए अलसी के बीज को महिलाओं को जरूर खाना चाहिए।

फाइबर की खासियत

These foods play an important role in controlling hormones

महिलाओं को अपने आहार में फाइबर जरूर शामिल करना चाहिए। जैसे साबुत अनाज, रेशेदार फल, ओट्स, सब्जियां, ब्रोकली, पत्तागोभी, गोभी। ये शरीर में हार्मोंस को बैलेंस करती हैं। ये सारी चीजें ना केवल पोषण देंगी बल्कि इनसे ब्लड शुगर भी कंट्रोल में रहता है।

बादाम का ‘दम’

बादाम में विटामिन-A और E काफी ज्यादा मात्रा में होते हैं। इसलिए बादाम को आहार में जरूर शामिल करें। बादाम टाइप- 2 डायबिटीज को कम करता है और बैड कोलेस्ट्रॉल को भी घटाता है।

सेब के बेहतरीन फायदे

जिन महिलाओं को सूजन की शिकायत शरीर में रहती हैं। उन्हें सेब का सेवन करना चाहिए। सेब हाई ब्लड प्रेशर के साथ ही कैंसर के खतरे को भी कम करता है। सेब खाने से इम्यूनिटी भी मजबूत होती है। जिससे संक्रमण का खतरा घट जाता है। अगर आप अपने वजन को कंट्रोल करना चाहती हैं तो रोजाना सेब खाएं। इसमें फाइबर भरपूर होता है।

Excessive use of sunscreen is harmful, do not forget to do it before sleeping at night

वैसे तो हम रोज़ाना ही आपको अपनी सेहत, सौंदर्य व एक बेहतरीन जीवन के मूल मंत्रों से अवगत कराते हैं लेकिन आज हम आपको कुछ ऐसे टिप्स देने जा रहे हैं जो आपको अपनी दिनचर्या को बेहतर जीने में मदद करेंगे।

हमलोग अक्सर ऐसी चीजों के पीछे भागते है जो आसानी से उपल्ब्ध भी हो और कम समय में बेहतर परिणाम दें। तो चलिए फिर आज हम आपको कुछ ऐसे टिप्स और ट्रिक्स से अवगत कराते है, जो आपको बहुत ही पसंद आएंगी और इसको अपनाकर आप बेहतर रिजल्ट हासिल कर सकेंगे-

1. गर्मियों में चेहरे और त्वचा पर धूप का असर ज्यादा होता है इसलिए आज कल Sun scream का प्रयोग बढ़ गया है पर इसका अधिक इस्तेमाल आपकी स्किन को डैमेज कर सकता है।

2. सनस्क्रीन का ज्यादा प्रयोग करने की बजाय आप ये कर सकती है कि पूरी बाजू के कपड़े पहने और घर से बाहर निकलते समय धूपवाला चश्मा लगाकर ही निकले।

3. हमेशा अपने आपको तरोताजा रखने के लिए अपने दिन की शुरुआत योग करने से करें।

4. चहरे पर साबुन लगाने की बजाए हमेशा फेसवॉश इस्तेमाल करें। लेकिन ज्यादा प्रयोग करने से बचे ये आपकी त्वचा को रूखा कर सकता है।

5. रात को सोते समय आप अपनी स्किन केयर रूटीन फॉलो करती होंगी। लेकिन इसी के साथ आपको फेशियल सिरम जरूर भी इस्तेमाल करना चाहिए। यह आपकी स्किन के लिए विटामिन-सी और विटामिन-ई की पूर्ति करता है।

6. चहरे के दाग धब्बों को इंस्टेंट गायब करना चाहती है तो पुदीने के रस में नीम के पत्तो का पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगाएं।

7. कहीं जल्दी में जाना हो और इंस्टेंट ग्लो चाहिए तो इसके लिए आप टमाटर के रस को निकालकर उसको फ्रीज ट्रे में जमा लें। इन आइस क्यूब को आप चेहरे पर लगाएं।

8. हमारे स्वास्थ का सम्बद्ध हमारे पेट से होता है। पेट में गड़बड़ का सीधा असर हमारे शरीर पर होता है। इसलिए ये बहुत जरूरी है कि पेट साफ रखें। इसके लिए आप रात को दूध के साथ थोड़ा गुड़ खाएं यह आपकी आयरन की कमी को पूरा करेगा और आपके पेट को भी साफ रखेगा।

9. त्वचा को पूरा दिन तरोताजा रखने के लिए आपको संतरों के छिलके का पाउडर दूध में मिलाकर लगाना चाहिए।

10. रात को सोने से पहले आपको मेकअप रिमूव करने के लिए महंगे प्रोडक्ट की जरूरत नहीं है, बल्कि आप नारियल तेल का प्रयोग करके बहुत आसानी से अपना मेकअप रिमूव कर सकती है।

11. आप महीने में एक बार मेनीक्योर जरूर करवाएं। क्योंकि आपको यह जानकर हैरानी होगी कि आप ऐसा करके अपने आप को इंफेक्शन से बचा सकते है।

12. दिन में अपने फुटवियर का चुनाव करने की बजाय कोशिश करें कि फुटवियर की खरीददारी शाम के समय करें। उस समय आपके पैर अपनी सही पोजिशन में होते है।

13. हमेशा नायलॉन के मोजों की बजाय सूती मोजे ही पहने। मोजे पहनते वक्त अपनी उंगलियों के बीच में टेलकॉम पाउडर जरूर अप्लाई करें।

14. काजल को आंखों के ज्यादा अंदर तक ना लगाएं । इससे आपकी आंखों को अधिक नुकसान पहुंच सकता है।

15. कभी भी बालों को डाई करते समय ध्यान रखें कि डाई अमोनिया फ्री हो।

16. अगर आपके पास गुलाब जल उपल्ब्ध ना हो तो आप उसकी जगह पर चेहरे को क्लीन करने के लिए कच्चे दूध का इस्तेमाल भी कर सकते है।

17. त्वचा के पोर्स को खोलने और डेड स्किन को हटाने के लिए आप स्टीम का सहारा भी ले सकते है।

18. कपड़े धोते समय एम्लुमियम की बॉल बनाकर वाशिंग मशीन में डाल दे। इससे आपके कपड़ों पर रोएं नहीं आयेंगे।

19. सब्जी के छिलकों को पेड़ या पौधो कि जड़ों में डालें, इससे उन्हें एक केमिकल फ्री खाद मिल पाएगी।

20. चावल के पानी को आप एक बेहतर कंडीशनर के तौर पर इस्तेमाल कर सकती हैं। यह आपके बालों को मजबूती और पोषण देता है।

5 very important questions that every woman has to ask her gynecologist..

क्या आप उन लोगों में से हैं जिन्होंने कभी एक लेडी डॉक्टर से मिलने की जरूरत नहीं समझी? आप कहेंगी मेरी तो शादी ही नहीं हुई, मुझे क्या जरूरत Gynecologist से कुछ भी पूछने की.. तो आप यहां गलती कर रही हैं।

क्या आपको नहीं लगता कि आप अपने शरीर के कुछ हिस्सों को लेकर बहुत कुछ नहीं जानतीं? आपके मन में कभी कभार या चाहे जब ऐसे कुछ सवाल पैदा होते हैं जिन्हें आप कभी पूछ नहीं पातीं। इनके जवाब आपको मालूम भी नहीं हैं पर कुछ उलझने लगातार कायम रहती हैं।

कभी आपने इंटरनेट पर सर्च कर जवाब खोजने का प्रयास किया भी… तो जानकारी काफी ज्यादा मौजूद होने भी और आपकी समस्या का समाधान नहीं हो पाया होगा। अगर आपके मन में कुछ सवाल हैं ऐसे हैं जिनकी जानकारी होना आपके अच्छे स्वास्थ्य के लिए बहुत आवश्यक हैं। इन सवालों के जवाब से ना सिर्फ आप बीमारियों से बची रहेंगी बल्कि आपके जीवन के कई अहम हिस्सा और खास रिश्ते को भी बेहतर तरीके से निभा पाएंगी। इसके लिए आप भी अपनी लेडी डॉक्टर से मिलें और इन प्रश्नों को पूछना ना भूलें।

1. खांसी, छींक या हंसने पर कई बार पेशाब क्यों निकल जाती है

अगर आपके साथ भी ऐसा होता है तो पूछिए अपनी डॉक्टर से कि क्या है इसकी असल वजह। यह यूरिनरी इनकांटिनेंस (यूआई) यूरिन कंट्रोल खोने की वजह से होता है। जिस पर चर्चा की जा सकती है। अनदेखा करना नुकसानदेह साबित हो सकता है और अपने डॉक्टर से सलाह लें।

2. खुद से ही ब्रेस्ट कैंसर का पता कैसे लगाएं

बता दें कभी कभी जानकारी होना भी जरूरी होता है। अगर खतरनाक बीमारी से बचने का रास्ता इतना आसान है तो क्यों ना इसकी जानकारी रखी जाएं। खुद के ब्रेस्ट टच कर कैसे पता करें कि कैंसर तो नहीं पनप रहा, ब्रेस्ट में गांठ तो नहीं बन रहा, इसका पता हर स्त्री को होना चाहिए।

3. पीरियड में ज्यादा खून का आना

कभी बर्दाश्त से बाहर होने वाला दर्द, कभी एकदम से कम और कभी बेहद ज्यादा ब्लड बहाव। इस तरह के अनुभव आसानी से नजरअंदाज कर दिए जाते हैं। आप अलग हैं आपके पीरियड का व्यवहार अलग है। अपनी डॉक्टर से पीरियड के अनुभव जरूर शेयर करें और सवाल पूछें।

4. बर्थ कंट्रोल के कितने तरीके हैं, मेरे लिए कौन सा फिट है

क्या आप सिर्फ गोलियां खाकर गर्भघारण से बच रही हैं। इतने तरीके हैं जो आपको पता नहीं । बेहतर होगा अपनी डॉक्टर से इस बारे में सलाह लें। आपके लिए सबसे बेहतर क्या है इस बात को समझें और जानें।

5. एसआईटी के लक्षण क्या हैं

आप लेडीज डॉक्टर के पास इसलिए ही गई है कि आपको किसी तरह की अनभिज्ञता न रहे। यहां हर सवाल करें जो जरूरी है। आप विवाहित हैं या नहीं कोई फर्क नहीं। आपने पूछा है तो जवाब जरूर मिलेगा। डॉक्टरों का कहना है कि एसआईटी यानी सेक्‍सुअली ट्रांसमिटेड इनफेक्‍शन से ग्रसित कई महिलाओं में यह रोग पकड़ में नहीं आता लेकिन उन्हें पीएमएस लक्षणों का सामना अधिक करना पड़ता है। यह अध्ययन ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में किया गया है। मासिक धर्म महिलाओं के जीवन को बहुत प्रभावित करता है। यह उनके मूड, ऊर्जा के लेवल, खानपान संबंधी पसंद और यहां तक कि यौन जीवन को भी प्रभावित करता है। फिर भी महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधी शोधों में इसे वैज्ञानिक कारक नहीं माना जाता है।