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This is why people who take vegan diet have less risk of cancer

VEGAN DIET: आज कई लोग जैसे कि स्पोर्ट्स पर्सन, एथलीट और सेलिब्रिटी हैं जो वीगन डाइट यानी प्लांट बेस्ड डाइट लेटे हैं। वहीं, प्लांट बेस्ड डाइट के मद्देनजर कई स्टडी किए गए जिसमें सामने आया है कि यह एक व्यक्ति के उम्र को बढ़ा देता है। क्या वाकई ऐसा मुमकिन है? क्या प्लांट बेस्ड डाइट एनिमल बेस्ड डाइट से ज्यादासुरक्षित है? आज यहां आपके सभी प्रश्नों के जवाब लेकर आए हैं। तो आइये जानते हैं, प्लांट बेस्ड डाइट और लांगेविटी को लेकर क्या कहती है स्टडी।

जानें प्लांट बेस्ड डाइट और लोंगेविटी को लेकर क्या कहती है स्टडी-

साल 2020 में दो अध्ययन किए गए और उसमें पाया गया कि प्लांट बेस्ड डाइट लेने से किसी भी इंसान की उम्र ज्यादा लंबी हो सकती है। हार्वर्ड और तेहरान विश्व विद्यालयों के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए एक स्टडी में पाया गया कि जिन लोगों ने प्लांट बेस्ड डायट से अपने प्रोटीन की जरूरतों को पूरा किया है, उसमें वक्त से पहले मौत का जोखिम 05 फीसदी कम होता है।

JAMA इंटरनल मेडिसिन में प्रकाशित एक अन्य अध्ययन में पाया गया कि रेड मीट और अंडे की जगह प्लांट बेस्ड प्रोटीन का सेवन करने वाले पुरुषों में समय से पहले मौत का जोखिम 24 फीसदी और महिलाओं में 21 फीसदी तक कम होता है।

नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित अध्ययन के अनुसार प्लांट बेस्ड डाइट एंटीऑक्सीडेंट का एक बेहतरीन स्रोत है, जो आपकी बॉडी सेल्स को फ्री रेडिकल्स के प्रभाव से बचाता है और बॉडी इन्फ्लेमेशन को कम कर देता है। अलावा इसके इसमें फाइटोकेमिकल्स पाए जाते हैं, जिन में एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटी कैंसर प्रॉपर्टीज होती हैं और यह शरीर को इस तरह की बीमारियों से बचाते हैं।

जानें प्लांट बेस्ड डाइट के फायदे

This is why people who take vegan diet have less risk of cancer

मणिपाल हास्पिटल, गाज़ियाबाद में हेड ऑफ न्यूट्रीशन और डाइटेटिक्स डॉ अदिति शर्मा ने वेगन डायट यानी कि प्लांट बेस्ड डाइट फॉलो करने के कुछ महत्वपूर्ण फायदे बताएं हैं। डॉक्टर के अनुसार यह खुद को स्वस्थ एवं सुरक्षित रखने का एक अच्छा तरीका है।

1. वेट लॉस में होती है मदद

This is why people who take vegan diet have less risk of cancer

नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा किए गए अध्ययन के अनुसार वीगन डाइट में कम फैट और अधिक फाइबर होता है। नट्स, पालक, केला आदि जैसे फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ खाने से आपको संतुष्टि प्राप्त होती है और आप कम खाती हैं।

2. ब्लड शुगर करता है कंट्रोल

विगन डाइट आपको ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। प्लांट बेस्ड डायट में अधिक साबुत अनाज, ताजी सब्जियां और अन्य खाद्य पदार्थ होते हैं, जो ग्लाइसेमिक इंडेक्स में कम रैंक करते हैं। इस प्रकार यह ग्लूकोज के स्तर को सामान्य रखने में आपकी मदद करता है। प्लांट बेस्ड डायट में सैचुरेटेड फैट भी कम होता है, जो इसे टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए आदर्श बनाता है।

3. CANCER के खतरे को करें कम

This is why people who take vegan diet have less risk of cancer

मोटापा, गतिहीन जीवनशैली आदि जैसे कई जीवनशैली कारक किसी व्यक्ति को कुछ प्रकार के कैंसर, विशेष रूप से पेट, लिवर, पेनक्रियाज, पित्ताशय आदि के प्रति अधिक संवेदनशील बना सकते हैं। अधिक फलियां और क्रूसिफेरस सब्जियां खाने और रेड मांस जैसे रिफाइंड खाद्य पदार्थों का सेवन कम करने से कैंसर होने का खतरा काफी हद तक कम हो सकता है।

4. मेटाबॉलिज्म को बनाए बेहतर

प्लांट बेस्ड डाइट हमारे आंत में बैक्टीरिया/माइक्रोबायोम को बढ़ावा देता है। इस प्रकार हेल्दी बैक्टीरिया बेहतर पाचन में मदद करते हैं, साथ ही साथ मेटाबॉलिज्म भी बेहतर होता है। इससे पाचन संबंधी समस्याओं का खतरा कम हो जाता है। साथ ही साथ वेट मैनेजमेंट में भी मदन मिलती है।

5.हेल्दी हृदय को बढ़ावा दें

बता दें कि यह डाइट कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और साथ ही ब्लड शुगर और पुरानी सूजन को भी कम करता है, इसलिए यह हृदय स्वास्थ्य की रक्षा के लिए भी बहुत अच्छा है। बढ़ता कोलेस्ट्रॉल और क्रोनिक ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस दो ऐसे वजह हैं, जो अक्सर हार्ट अटैक का कारण बनते हैं।

फोटो सौजन्य- गूगल

Paleo Diet: Makes your diet nutritious

Paleo Diet: आजकल कई स्वादिष्ट डाइट हैं जिसे लोग फॉलो करते हैं, जैसे कि कीटो डाइट, वीगन डाइट, इंटरमिटेंट फास्टिंग और मेडिटेरियन डाइट आदि। अधिकतर लोग वजन कम या बढ़ाने के लिए नए-नए किस्म की डाइट टेस्ट करते हैं, जिनमें कुछ डाइट तो ऐसी भी हैं जो वेट कंट्रोल करने के साथ आपको हार्ट अटैक और डायबिटीज से बचाती हैं। इन्हीं में एक डाइट है पैलियो डाइट। चलिए जानते हैं इस डाइट के पैटर्न और लोग क्यों करते हैं इसे फॉलो।

जानें Paleo Diet के बारे में-

कुछ अस्पतालों के डॉक्टर्स के मुताबिक पैलियो डाइट हमारे आहार के प्राचीन तरीके पर आधारित है। इसलिए यह कई खाद्य पदार्थों को प्रतिबंधित करता है। जैसे अनाज, दालें, डेयरी और एक्सट्रा चीनी, जो मॉडर्न डाइट में बेहद कॉमन हैं। इस डाइट का असल फायदा आपके ब्लड शुगर लेवल और ब्लड के लिपिड स्तर को कंट्रोल करने में नजर देता है।

यह खास डाइट आज के समय की नहीं है, बल्कि बहुत पूराने समय की मानी जाती है। पूराने समय में लोग इस डाइट का पालन करते थे। पैलियो डाइट, पैलियोलिथिक या पुराने पाषाण युग के दौरान रहने वाले मनुष्यों के डाइट पैटर्न का एक आधुनिक रूप है, जो लगभग 2.5 मिलियन साल पहले था। पुरापाषाण युग के दौरान, मनुष्य जो आहार लेते थे उनमें जड़ वाली सब्जियां, सीड्स, नट्स, प्लांट्स और कुछ जंगली और समुद्री चीजें शामिल होती थीं।

आइये जानते हैं पैलियो डाइट के फायदे के बारे में-

Blood Sugar के स्तर को नियंत्रित करना

Paleo Diet: Makes your diet nutritious

पैलियो डाइट उन खाद्य पदार्थों को प्रतिबंधित करता है जो ब्ल्ड शुगर पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं, जैसे कि अल्ट्रा-प्रोसेस्ड स्नैक खाद्य पदार्थ और शर्करा युक्त पेय पदार्थ। जो लोग हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित है और पैलियो डाइट को अपनाते है उन्हे ब्लड शुगर के स्तर में कमी महसूस होती हुई नजर आती है।

वजन घटाने में कारगर

अक्सर लोग फैट लॉस के लिए पैलियो डाइट को आजमाते हैं। इस डाइट में शरीर के हेल्दी वजन को बनाए रखने के लिए सभी खाद्य पदार्थ होते है, जैसे सब्जियां, बीन्स और मेवे। पैलियो डाइट का पालन करने वाले लोग भोजन के बाद अधिक संतुष्ट महसूस कर सकते हैं, जो अधिक खाने से आपको बचा सकता है और वजन घटाने को प्रोत्साहित कर सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि पैलियो डाइट में फाइबर और प्रोटीन से भरपूर खाद्य पदार्थ शामिल होते हैं, ये 02 पोषक तत्व हैं जो खाने के बाद आपका पेट भरा हुआ महसूस करने में मदद करते हैं।

हृदय रोग के जोखिम को कम करने में मददगार

Paleo Diet: Makes your diet nutritious

उच्च रक्तचाप और एलडीएल कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स जैसे ब्लड लिपिड स्तर होने से हार्ट की समस्या होने का खतरा विकसित होने की संभावना बढ़ जाती है। कुछ रिसर्च में पाया गया है कि जो लोग पैलियो डाइट का पालन करते हैं, वे ट्राइग्लिसराइड और ब्लड प्रेशर के स्तर जैसी हार्ट से जुड़ी बिमारियों की समस्या से निपटने में ज्यादा सफल रहते है।

कम करता है सूजन

पैलियो डाइट शरीर में सूजन को कम करने में मदद कर सकता है। प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों, चीनी और रिफाइंड अनाज से परहेज करने से, जो कई बार लोगों में सूजन का कारण बन सकते है, व्यक्तियों को सूजन से संबंधित परेशानियों को कम करने में मददगार हो सकते है।

जंक के सेवन को कम करने में मददगार

जब आप पैलियो डाइट पर रहते हैं तो जंक फूड को आप एक साइज के बैग में डाल देते है, और इसका मतलब यह है कि आप अपना पैसा सिर्फ उस खाने पर खर्च कर रहे हैं जो आपके लिए स्वस्थ है, न कि आपके लिए खराब है। यह आपके खाने के बजट के लिए भी बहुत अच्छा है, क्योंकि जितना पैसा आप जंक फूड खरीदने में खर्च करते है उतने पैसे में आप आराम से ये अच्छा और हेल्दी फूड से आपना स्वास्थ्य बना सकते है।

फोटो सौजन्य- गूगल

कुछ लोगों को हम अक्सर देखते हैं कि वह हर दिन सुबह उठकर जूस पीना पसंद करते हैं लेकिन ऐसा करना अमूमन हेल्थ के लिए सही नहीं होता। ऐसे बहुत से और विकल्प हैं जिन्हें फॉलो कर अपनी दिन की हेल्दी शुरुआत कर सकते हैं।

लोग जानकारी के कमी की वजह से सुबह खाली पेट कुछ ऐसा खा लेते हैं जिसके कारण उनकी पूरी दिनचर्या प्रभावित हो सकती है। अगर आप सुबह का पहला खाना हेल्दी रखते हैं, तो यह आपके पूरे दिन के खाद्य पदार्थों को पचाने में मदद करता है।

सुबह हेल्दी खाने से वेट लॉस, हेल्दी डाइजेशन से लेकर सेहत संबंधी कई अन्य समस्याओं को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है। आज हेल्थ शॉट्स के साथ जानेंगे की सुबह खाली पेट आप किन खाद्य पदार्थों को खा सकते हैं और किन खाद्य पदार्थों को खाना आपके स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह हो सकता है।

न्यूट्रीशनिस्ट और वेलनेस कंसलटेंट ने बताया है कि किन खाद्य पदार्थों को सुबह खाली पेट नहीं खाना चाहिए साथ ही जानेंगे सुबह किन खाद्य पदार्थों का सेवन हमारे लिए फायदेमंद हो सकता है।

कभी भी खाली पेट न करें इन खाद्य पदार्थों का इस्तेमाल

1. चीनी और राइस सिरप

ज्यादातर लोग इसे खाली पेट लेते हैं, क्योंकि उनका मानना है कि यह फैट बर्न करने में मदद करता है। हालांकि Honey में चीनी की तुलना में ज्यादा कैलोरी और इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी अधिक होता है। बिना किसी मिलावट के शुद्ध शहद मिलना बेहद मुश्किल है और ज्यादातर लोग शहद के नाम पर चीनी और राइस सिरप का सेवन करते हैं। यह आपके रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ा देता है जिसके परिणामस्वरूप पूरे दिन अधिक खाने की इच्छा होती रहती है। यदि आपके पास रॉ हनी है तब ही इसे अपनी मॉर्निंग डाइट में शामिल करें।

इसे करें ट्राई:
2. खट्टे फल

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अन्य खाद्य पदार्थों की तुलना में फल बहुत जल्दी पच जाते हैं। इससे हमें एक घंटे के अंदर ही भूख लग जाती है। वहीं खाली पेट खट्टे फल खाने से एसिडिटी हो सकती है। खट्टे फल में कई महत्वपूर्ण विटामिन, मिनरल्स और फाइबर मौजूद होते हैं। परंतु फिर भी इनसे खाली पेट परहेज रखने की सलाह दी जाती है। संतरा, कीवी, अनानास जैसे फलों के सेवन से इनमें मौजूद फाइबर और फ्रुक्टोज की मात्रा आपके मेटाबॉलिज्म को धीमा कर देती है, जिसकी वजह से पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती है।

3. चाय और कॉफी

खाली पेट चाय या कॉफी का सेवन पेट में एसिड पैदा करता है और यह आपके पेट को असंतुलित कर सकता है और पाचन संबंधी समस्याएं पैदा कर सकता है। इसके सेवन से ब्लोटिंग, कॉन्स्टिपेशन, हार्टबर्न जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं। इसलिए सुबह चाय और कॉफी पीने से पहले कुछ खा लेना चाहिए और कोशिश करें कि चाय और कॉफी को अवॉयड कर सकें।

4. ब्रेकफास्ट में मीठे की जगह लें नमकीन

नमकीन नाश्ता आपके रक्त शर्करा के स्तर को बनाए रखने के लिए उपयुक्त होता है। यह उन लोगों के लिए बिल्कुल सही है जो अपनी फिटनेस पर ध्यान देते हैं। प्रोटीन और फैट बेस्ड मॉर्निंग मील पूरे दिन की भूख को कम करने में मदद करता है। ऐसे में आप ओवरईटिंग नहीं करती।

मीठा नाश्ता आपके ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा देता है या इसे तेजी से कम कर सकता है, जिससे आपको अधिक भूख लग सकती है, विशेष रूप से कार्ब्स की क्रेविंग्स होगी और ऊर्जा शक्ति में भी गिरावट देखने को मिलती है।

5. मसालेदार भोजन

सुबह खाली पेट मसालेदार भोजन करने से आपके पेट मे जलन का अनुभव हो सकता है। साथ ही साथ यह पाचन संबंधी विभिन्न प्रकार की समस्याओं का कारण बनती है, खासकर हार्टबर्न और पेट दर्द। वहीं आप पूरे दिन असहज महसूस कर सकती हैं।

If you want to eliminate the wrinkles of the face

खूबसूरत और जवान दिखने के लिए लोग खुद की स्कीन के लिए कई सारे फंडे अपनाते हैं लेकिन बढ़ती उम्र के साथ-साथ चेहरे की झुर्रियां और सिर पर दिखने वाले रिंकल्स आपकी खूबसूरती बिगाड़ सकते हैं, उल्टा-सीधा खानपान और गलत लाइफस्टाइल के कारण वक्त से पहले ही चेहरे पर दिखने लगते हैं। ऐसे में कुछ फूड्स की मदद से आप एक बेदाग और साइनिंग फेस पा सकते हैं।

दरअसल स्कीन को खूबसूरत और बेदाग बनाए रखने के लिए एंटीऑक्सीडेंट, फैट्स, विटामिन और मिनरल्स से भरपूर खाद्य पदार्थों की जरूरत होती है। यह सभी पोषक तत्व आपकी स्किन की रंगत निखारने और महीन रेखाओं को दूर करने में हेल्प करते है। साथ ही इससे स्किन की कई परेशानी भी दूर हो सकती है। इसके लिए आपको अपने आहार में कुछ खास पोषक तत्वों को शामिल करने की आवश्कता होती है, जिससे आपकी स्किन रिंकल्स फ्री और खूबसूरत नजर आए।

नीचे जानें उन फूड्स के बारे में जो पोषक तत्वों से भरे हैं-

1. स्किन के लिए पपीते का सेवन कितना फायदेमंद –

पपीता में विटामिन-ए, सी, के और ई पाया जाता है, साथ ही इसमें एंटीऑक्सीडेंट भी भरपूर मात्रा में पाए जाते है, जो फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को कम करते है और त्वचा जवान नजर आती है। पपीता का नियमित सेवन झुर्रियों को दूर करने और महीने रेखाओं को हटाने में मदद करता है। अलावा इसके इसमें एंटी-एजिंग और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण भी पाए जाते है, जो स्किन को निखारने में मदद करते है। इसे नाश्ते में लिया जा सकता है।

2. स्किन के लिए फायदेमंद पालक-

If you want to eliminate the wrinkles of the face

पालक में विटामिन-के, सी, ई, ए, आयरन और मैग्नीशियम पाया जाता है। पत्तेदार पालक आपकी स्किन को हाइड्रेट रखने के साथ कोलेजन के उत्पादन में भी मदद करता है, जिससे स्किन बेदाग नजर आती है। इसके साथ ही पालक में पाए जाने वाले एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण त्वचा की सूजन को कम करने में मदद करते हैं। यह शरीर में अच्छी तरह से ऑक्सीजन के प्रवाह में मदद करता है। इसकी सब्जी या सूप भी पी सकते हैं।

3. स्किन के लिए फायदेमंद है अनार का सेवन

अनार विटामिन- सी और विभिन्न तरह के एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर फ्रूट है, जिसकी मदद से शरीर को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाया जा सकता है और चेहरे की सूजन को कम करने में मदद मिलती है। इसमें पाए जाने वाला प्यूनिकलगिन्स नामक यौगिक त्वचा में कोलेजन के स्तर को बनाए रखने में मदद कर सकता है। इससे उम्र बढ़ने के लक्षणों को कम किया जा सकता है, आप रोज सुबह नाश्ते में एक अनार का सेवन जरूर करें।

4. स्किन के लिए फायदेमंद है एवोकाडो का सेवन

फैटी एसिड से भरपूर एवोकाडो स्किन के लिए बेहद फायदेमंद है। यह बेजान स्किन को सॉफ्ट और निखरी बनाने में मदद करता है। असल में इसमें विटामिन- ए की भरपूर मात्रा पाई जाती है जो आपकी चेहरे की डेड सेल्स हटाने में मदद करता है और आपकी खूबसूरती निखर कर बाहर आती है आप इसके फेस मास्क का उपयोग भी कर सकते है।

5. स्किन के लिए नट्स है सबसे ज्यादा फायदेमंद-

नट्स खासकर बादाम में विटामिन-ई भरपूर मात्रा में पाया जाता, जो त्वचा की कोशिकाओं और टिशू की मरम्मत करने में मदद करता है। साथ ही यह स्किन की नमी और UV किरणों से रक्षा करता है। अखरोट में ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है, जो चेहरे की सूजन और जलन को कम करने में हेल्प करता है, इसलिए बादाम, किशमिश और अखरोट को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें।

अखरोट की खूबी

ड्राईफ्रूट की फैमिली में अखरोट का जो रूतबा है वो शायद किसी का नहीं। क्या आप जानते हैं अखरोट के नियमित सेवन से लंबा और स्वस्थ जीवन होता है। यह जानकारी हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में किए गए एक स्टडी में सामने आई है।

यह अध्ययन बताता है कि रोजाना अखरोट के सेवन से मौत का जोखिम कम होता है और जीवन में बढ़ोतरी हो सकती है उनके मुकाबले जो नट्स नहीं खाते हैं। जर्नल न्यूट्रिएंट्स में प्रकाशित शोध में पाया गया है कि प्रति सप्ताह अखरोट की 05 या अधिक सर्विंग्स खाने से मृत्यु दर को कम किया जा सकता है और लंबी उम्र के लिए भी यह कारगर है।

अमेरिका के शोध वैज्ञानिक यानपिंग ली ने कहा कि इस अध्ययन से हमने जो सीखा है वह यह है कि प्रति सप्ताह मुट्ठी भर अखरोट भी लंबी उम्र में इजाफा करने में सहायक हो सकते हैं। खासकर उनलोगों में जिनके आहार की गुणवत्ता अच्छी नहीं है।

अखरोट की खूबी

शोध के मुताबिक पाया गया कि सप्ताह में अखरोट की 05 या अधिक सर्विंग्स खाने से मृत्यु की आशंका 14 फीसदी तक कम हो जाती है। कार्डियोवैस्कुलर डिजीज से मृत्यु की आशंका 25 फीसदी कम और लगभग 1.3 वर्षों तक जीवन में बढ़ोतरी की गुंजाइस हो जाती है।

यह शोध बताता है कि हफ्ते में अगर अखरोट 02 से 04 बार भी खा लिए जाएं तो उसके भी काफी फायदे हैं। ऐसा करने से मौत के खतरे को 13 फीसदी तक कम किया जा सकता है। साथ ही हार्ट की बीमारी से मौत का खतरा 14 प्रतिशत तक कम हो जाता है।

शोधकर्ताओं की इस रिसर्च में 67,014 महिलाओं और 26,326 पुरुष शामिल थे। महिलाओं की औसत उम्र 63.6 वर्ष और पुरुषों की औसत उम्र 63.3 वर्ष थी। स्टडी में शामिल होने पर प्रतिभागी स्वस्थ थे और लगभग 20 वर्षों तक उनके स्वास्थ्य को मॉनिटर किया गया। इस दौरान हर चार साल में उनके आहार और डाइट का ब्यौरा भी लिया गया जिसमें प्रतिभागियों ने अपनी पूरी डाइट संबंधी रिपोर्ट दी और यह भी जानकारी दी कि जिसमें उन्होंने अखरोट या बाकी नट्स का कितना सेवन किया। साथ में एक्सरसाइज और लाइफस्टाइल संबंधी बातों की भी उनसे मालूमात ली गई।

शोधकर्ताओं ने पाया कि एक ऑब्जर्वेशनल अध्ययन के रूप में ये परिणाम कारण और प्रभाव को साबित नहीं करते हैं पर यह स्टडी इस बात पर फोकस डालती है कि अखरोट का सेवन एक हेल्दी लाइफस्टाइल के साथ ही लंबी उम्र के लिए भी फायदेमंद है। जिन प्रतिभागियों ने अधिक मात्रा में अखरोट का सेवन किया वे शारीरिक रूप से ज्यादा एक्टिव थे, हेल्दी डाइट लेते थे, शराब का सेवन कम करते थे और मल्टीविटामिन भी लेते थे।

बेदाग चेहरा

बेदाग और निखरा चेहरा हर किसी को पसंद होता है। वो बचपन वाली त्वचा, वो कोमलता और निखार हमारे बड़े होते होते कहीं गुम हो जाते हैं। फिर जैसे-जैसे समय बढ़ता जाता है त्वचा संबंधी बीमारियां हमें घेरना शुरू कर देती हैं। कील, मुंहासे, दाग, झाइयां आदि समस्याएं शुरू हो जाती है। जिससे निजात पाने के लिए हम हर संभव कोशिश करते है लेकिन परिणाम सिर्फ यह निकलता है कि हमारी हर कोशिश व्यर्थ हो जाती है।

हम बचपन से सुनते आए हैं कि त्वचा संबंधी बीमारियों की जड़ हमारे पेट से शुरू होती है। अगर आप पेट की परेशानियों से जूझ रहे है तो त्वचा की परेशानियां होना लाज़मी है।

विशेषज्ञों की मानें तो कील, मुंहासों की समस्या बहुत आम है लेकिन झाइयां हमें थोड़ा ज्यादा परेशान कर सकती हैं।

झाइयां बहुत जिद्दी होती है, एक बार जब ये हो जाती है तो इनसे छुटकारा पाना मुश्किल होता है। लेकिन मुश्किल ज़रूर हो सकता है लेकिन नामुमकिन नहीं है।

आज मैं आपको बताऊंगी की इन झाइयों के होने के क्या कारण है तथा इनसे कैसे छुटकारा पाया जा सकता है।

तो चलिए पहले कारण जान लेते है:

बेदाग चेहरा

  1. हार्मोन असंतुलन- जी हां, ये मुख्यत: शरीर में हार्मोन असंतुलन के कारण होता है। जब असंतुलन होता है तो मेलानोसाइट्स सेल से मेलानिन पैदा होते है। इस वजह से चेहरे पर काले दाग होने लगते है।
  2. पूरी नींद न लेने के कारण- पर्याप्त नींद न लेने के कारण भी झाइयां आने लगती है और डार्क सर्कल भी हो जाते है।
  3. तनाव के कारण- कभी कभी ज्यादा तनाव के कारण भी ये परेशानी होती है।

आइए जानते है कैसे झाइयों से छुटकारा पा सकते है:

  1. सेब का सिरका: जी हां सब का सिरका आपकी त्वचा को मुलायम और चमकदार बनाए रखने में कारगर है। सब के सिरके में मैलिक और लैक्टिक एसिड होते है।इसके लिए आप एक स्पून सेब का सिरका ले और एक स्पून पानी ले, फिर रूई की मदद से उसे चेहरे पर लगाएं। ऐसा नियमित रूप से करे।
  2. नींबू और शहद: झाइयों से जल्द छुटकारा पाने के लिए आप नींबू और शहद का पेस्ट चेहरे पर लगाएं इससे आपको झाइयों से तुरंत छुटकारा पा सकते है।
  1. ऐलोवेरा: एलोवेरा त्वचा संबंधी परेशानियों के लिए रामबाण है। ऐलोवेरा जेल को नियमित रूप से अपने चेहरे पर लगाएं। आप एलोवेरा जूस भी प्रयोग कर सकते है।
  2. मलाई और नींबू का रस: आप झाइयों के इलाज के लिए मलाई और नींबू के रस का पेस्ट तैयार कर तथा नहाने से पहले अपने चेहरे पर लगाए। इससे आपको जल्दी ही राहत मिलेगी।
  3. तुलसी के पत्ते: जी हां, हम सब के घरों में पाए जाने वाली तुलसी के पत्ते हमारी झाइयों की परेशानी को चुटकियों में दूर कर सकते है। तुलसी के पत्तों के साथ आप नींबू का रस मिलाएं और पतला पेस्ट बना कर चेहरे पर लगाएं।
  4. पीसा हुआ कपूर: झाइयों की परेशानी को आप पिसे हुए कपूर से भी दूर कर सकते है। कुछ पानी की बूंदों के आठ आप पिसा हुआ कपूर , मुल्तानी मिट्टी, और शहद मिलाएं और इसे चेहरे पर लगाएं।
  5. जीरा का पानी: आप जीरे का पानी का इस्तेमाल अपनी झाइयों की परेशानियों के लिए कर सकती है। इसके लिए आप एक कटोरी पानी में एक स्पून जीरा डाले और उसे उबाल लें फिर इस पानी को ठंडा करके दिन में तीन बार उसे चेहरा धोएं।
  6. सही डाइट लें: इस तरह की परेशानियों से बचने के लिए पर्याप्त और अच्छी डाइट लें। अपने भोजन में कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट, वसा तथा और भी जो शरीर के लिए जरूरी विटामिन है, उन्हें शामिल करे।
  7. धूप से बचें: झाइयों की समस्या से बचने के लिए धूप में न निकलें तथा कोशिश करे की धूप से आप अपना बचाव करे।
  8. जौ का आटा, दही और नींबू मिक्स करें तथा अपने चेहरे पर नियमित उपयोग करें। इससे आपको झाइयों से इंस्टेंट फायदा मिलेगा।
  9. आपको इन परेशानियों से बचने के लिए आठ घंटे की पर्याप्त नींद लेनी चाहिए।
  10. आप रात को बादाम के तेल की मसाज कीजिए और खासतौर पर प्रभावित जगह पर जरूर करें।
  11. आप को नियमित तौर पर गाजर का जूस पीना चाहिए। इससे आपको बहुत फ़र्क महसूस होगा।
  12. इसके लिए आप मुल्तानी मिट्टी और चंदन पाउडर का उपयोग भी कर सकती हैं। इससे आपकी त्वचा मुलायम भी होगी और निखार भी आएगा।

तो दोस्तों, आज के लिए बस इतना ही, ऐसी ही उपयोगी जानकारी के लिए जुड़े रहें हमारे वेबसाइट से।

कोरोना मरीज का डाइट्स

आज पूरी दुनिया कोरोना वायरस की मार झेल रही है। इस बीमारी के ठीक होने के बाद भी इसकी रिकवरी होने में लगभग एक महीने से ज़्यादा का वक्त लगता है। वो भी तब जब आप एक सही और संतुलित  डाइट ले रहे हो। वैसे तो बीमार होने पर खाने की कुछ खास इच्छा नहीं होती लेकिन फिर भी अगर खाना टाइम से न लिया जाए या स्किप किया जाए तो रिकवरी में न सिर्फ ज़्यादा वक़्त लग जाता है बल्कि बीमार व्यक्ति पहले से ज़्यादा कमज़ोर हो जाता है  जो कि उसे कईं तरह को दूसरी शारीरिक परेशानियों में डाल सकती है।

आइये आज जानते हैं कोरोना काल में और कोरोना के बाद रिकवरी पीरियड में मरीज़ की डाइट किस तरह की होनी चाहिए।

बिस्तर से उठने के बाद (सुबह 5.30- 6.30 बजे)

नींबू पानी

1 गिलास गुनगुने नींबू पानी में दालचीनी 05 भीगे हुए बादाम और अखरोट मिलाएं।

नाश्ते के विकल्प (30 मिनट के बाद)

पालक बेसन चीला 02 नग हरी चटनी/ नारियल चटनी या 1 कप दही के साथ।

ओट्स दलिया ड्राई फ्रूट्स या बीज के साथ और साथ ही एक कटोरी फल।

दो डोसे कम तेल में 1 कप सांबर/

वेजिटेबल ऑमलेट (2 अंडे का सफेद भाग और 1 पूरा अंडा) ।

2 स्लाइस साबुत-गेहूं या मल्टीग्रेन ब्रेड के साथ चाय (इच्छा होने पर)।

Mid-morning snack options मध्य सुबह के नाश्ते के विकल्प (सुबह 10 – 11 बजे)

1 कटोरी फल चिया/1 बड़ा चम्मच कद्दू बीज के साथ / 1 गिलास नींबू पानी।

चिया और अलसी बीज के साथ 1 गिलास पपीते की स्मूदी।

1 ग्लास ऑरेंज जूस / पाइन एप्पल  जूस/ नारियल पानी ।

दोपहर का भोजन (दोपहर 1 – 2 बजे)

भारतीय थाली

2 फुल्के / 1 कप उबले हुए चावल की सब्जी (बीन्स / फूलगोभी / ब्रोकली / पत्तेदार सब्जी / मिश्रित सब्जी) / कप दाल / चना / राजमा / 1 कटोरी पनीर की सब्ज़ी +1 कप दही

दोपहर के भोजन के बाद (शाम 4 बजे)

लौंग, काली मिर्च और सोंठ का काढ़ा/ ग्रीन टी /चाय /कॉफी – 1 कप।

मध्य शाम का नाश्ता (शाम 5 – 6 बजे)

फल

½उबले स्प्राउट्स /½ कप भुने हुए चने या भुना हुआ मखाना।

उबले स्प्राउट्स/ दालें या भुना हुआ मखाना/ चना – ½ कप

रात के खाने से पहले के विकल्प (रात 7 बजे)

1 चम्मच नीबू रस के साथ दाल पानी – 1 कप/

रसम – 1 कप।

गाजर/टमाटर/पालक/ब्रोकली सूप – 1 कप

रात के खाने के विकल्प (शाम 7.30– 8.30 बजे)

डोसा

1 कटोरी सब्जी खिचड़ी 1 कप दही/

2 मूंग दाल चीला पनीर लहसुन की चटनी के साथ।

इडली के 3 पीस, सब्जी सांबर के साथ।

2 रोटी १ कटोरी पालक या मेथी दाल/अंडे की सब्जी/पनीर भुर्जी के साथ – 1 कप।

सोने का समय :

1 गिलास हल्दी,अदरक और काली मिर्च के साथ कम फैट वाला दूध बिना चीनी के।

इस  डाइट चार्ट को आप आवश्यकतानुसार रिपीट कर सकते हैं |

इस बात का हमेशा ख्याल रखें कि अच्छे स्वास्थ्य के लिए सही पोषण  हमेशा ज़रूरी होता  है, खासकर ऐसे समय में जब प्रतिरक्षा प्रणाली को पहले से कईं ज़्यादा मज़बूत बनाने की आवश्यकता हो।

अच्छी  डाइट  के  साथ  ही कुछ और बातों का ध्यान  रखना ज़रूरी है।  जैसे की कैलोरी काउंट, प्रोटीन, फैट्स की जरूरतों को शरीर के वजन के अनुसार ही बढ़ाएं। कोरोना के मरीजों के डाइट चार्ट में विटामिन ए, सी, डी, ई, जिंक से भरपूर चीजें जरूर शामिल करें। इनमें एंटीऑक्सीडेंट्स विटामिंस और मिनरल्स होते हैं, जो कोरोना रोगियों को जल्दी रिकवर करने में मदद करते हैं।

बासी खाना बिल्कुल भी ना खाएं।

हाइड्रेटेड रहने के पानी और लिक्विड को भी अपनी डाइट में ज़रूर शामिल करें। ऐसे वक़्त में प्यास कम लगती है लेकिन फिर भी थोड़ा थोड़ा पानी लेते रहें। बेहतर स्वाद के लिए फल, पुदीना, नींबू के साथ पानी का इस्तेमाल कर सकते हैं।

अपनी शारीरिक क्षमता के मुताबिक प्रतिदिन शारीरिक एक्टिविटी करें, ब्रीदिंग एक्सरसाइज भी जरूर करें।

ब्रोहाइड्रेट्स, फैट्स से भरपूर सुंतलित आहार का सेवन करें। साथ ही प्रोटीन को भी जरूर शामिल करें।

ओरल न्यूट्रिशन सप्लिमेंट्स और एंटीऑक्सीडेंट्स भी कोरोना मरीजों को जरूर देना चाहिए।