Prostate Cancer: पुरुषों के पेट में प्रोस्टेट एक छोटी ग्लैंड मात्र है जिसका आकार एक अखरोट जैसा होता है यह ग्लैंड सिर्फ पुरुषों में पाई जाती है। प्रोस्टेट कैंसर एक तरह का कैंसर है जो प्रोस्टेट ग्लैंड में होता है। मालूम हो कि यह कैंसर तब शुरू होता है जब प्रोस्टेट ग्रंथि में कोशिकाएं अनियंत्रित होने लगती है। एक अध्ययन के अनुसार, प्रोस्टेट ग्लैंड से बढ़कर शरीर के अन्य भागों में जाने लगता है तब यूरीन संबंधी परेशानियां नजर आने लगती है।
60 फीसदी मामले इस बीमारी के 65 वर्ष से अधिक आयु के पुरुषों में होते हैं। हर 14 लोगों में से एक बुजुर्ग को इस बीमारी से दोचार होना पड़ता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका में पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर, कैंसर से होने वाली मौतों का दूसरा मुख्य कारण है। जबकि प्रोस्टेट से भारत भी बचा हुआ नहीं है। यही वजह है कि इस बीमारी से संबंधित अक्सर लोगों के दिमाग में काफी प्रश्न होते हैं, हम आपको ऐसे ही कुछ सवालों के बारे में बताएंगे-
1. क्या है प्रोस्टेट कैंसर?
प्रोस्टेट कैंसर एक तरह का कैंसर है जो पुरुषों की प्रोस्टेट ग्लैंड में उत्पन्न होता है। यह छोटी सी ग्लैंड अखरोट के आकार का होता है पर बुजुर्ग पुरुषों में यह बहुत बड़ा हो सकता है। प्रोस्टेट कैंसर धीरे-धीरे बढ़ता है। हालांकि, कई प्रोस्टेट कैंसर अधिक आक्रामक होते हैं और प्रोस्टेट ग्लैंड के बाहर फैल सकते हैं, जोकि घातक हो सकता है।
2. प्रोस्टेट कैंसर के कारण ?
प्रोस्टेट कैंसर के लिए बढ़ती उम्र एक प्रमुख वजह होता है। भारत में, व्यक्ति की आयु 50 वर्ष होने के बाद ये बीमारी विकसित होने का जोखिम तेज़ी से बढ़ने लग जाता है। अलावा इसके अन्य जोखिम वाले कारणों में बहुत अधिक धूम्रपान करने की आदत, खराब खान-पान और ओबिसिटी है।
3. कैसे फैलता है प्रोस्टेट कैंसर?
प्रोस्टेट कैंसर के फैलने के तेज़ी के ऊपर इसको 2 मूल प्रकार में रखा गया है-
- एग्रेसिव (Aggressive) या आक्रामक: ये बहुत तेजी से बढ़ता है।
- नॉन-एग्रेसिव (non-aggressive): ये धीमी गति से बढ़ता है।
4. कैंसर के लक्षण ?
प्रोस्टेट कैंसर के ये लक्षण हो सकते हैं: पेशाब करने में परेशानी, पेशाब करते वक्त दर्द या जलन होना, हाई ब्लड प्रेशर, पेशाब में खून, एक बार में कम या ज्यादा बार जाना।
5. प्रोस्टेट कैंसर के स्क्रीनिंग टेस्ट क्या होते हैं?
प्रोस्टेट कैंसर के स्क्रीनिंग के लिए प्रोस्टेट-स्पेसिफिक एंटीजन (PSA) टेस्ट और डिजिटल रेक्टल एग्जाम (DRE) की टेस्ट की जाती है।
6. प्रोस्टेट कैंसर को रोका जा सकता है?
प्रोस्टेट कैंसर के खतरे को कम करने के लिए आपको स्वस्थ और पौष्टिक आहार का सेवन करना चाहिए, इसमें टमाटर, फूलगोभी, हरी पत्तेदार सब्जियां, ओमेगा -3 फैटी एसिड (फैट वाली मछलियां और नट्स) और सोया से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए।
7. किस तरह की लाइफस्टाइल अपनाकर प्रोस्टेट कैंसर से बचा जा सकते है?
लाइफस्टाइल में स्वस्थ रूप से कुछ परिवर्तन करके जैसे वजन कम करना, स्वस्थ आहार लेना, नियमित एक्सरसाइज करना, एक्टिव रहना, धूप से बचना और तंबाकू और शराब का सेवन कम करने जैसे उपायों से प्रोस्टेट कैंसर के खतरे को कम करने में मदद हो सकती हैं।
8. प्रोस्टेट कैंसर का इलाज दर्दनाक होता है?
प्रोस्टेट कैंसर की पहचान अगर शुरुआत में हो जाती है तो इसके प्रबंधन में सर्जरी की जरूरत नहीं पड़ती। इसका उपचार रेडियो थेरेपी और कीमो से की जाती है। इसलिए इसके इलाज में कोई दर्द नहीं होता।
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