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Category Archives: Relationship

Relation: Due to anger, the relationship with the partner is deteriorating

Relationship: बढ़ते वर्क लोड के कारण आजकल किसी के पास अपनी हेल्थ का ध्यान रखने का भी वक्त नहीं है। यह बढ़ता वर्क लोड का तनाव ना सिर्फ शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहा है बल्कि इससे लगातार हमारी मानसिक स्थिति भी बिगड़ती जा रही है। मालूम हो कि आजकल लोगों में चिड़चिड़ापन रहने लगा है, जिससे व्यक्ति के आपसी रिलेशन बिगड़ने लगते हैं। अगर आपके पार्टनर को भी चिड़चिड़ापन रहने लगा है और हर बात पर गुस्सा आ रहा है तो आपको भी कुछ बातों पर अमल करना होगा। खासकर जिन लोगों को लगता है कि उन्हें गुस्सा आ रहा है तो इससे आपके रिश्ते के लिए खतरा बढ़ सकता है।

हालांकि, आप कुछ साधारण से तरीकों को फॉलो करते हुए अपने पार्टनर के गुस्से को शांत रख सकते हैं और अपने नाजुक पड़ते रिश्ते को फिर से मजबूत बना सकते हैं। इस लेख में हम आप को बताएंगे कैसे पार्टनर को बार-बार आने वाले गुस्से को प्यार में बदल सकते हैं।

ज्यादा इमोशनल न बनें

कुछ लोगों को बात-बात पर इमोशनल होने की आदत होती है और उनकी इस आदत से कई बार दूसरे लोग परेशान रहने लगते हैं। अगर आप भी हमेशा जरूरत से अधिक बार इमोशनल हो जाते हैं, तो आपके पार्टनर को गुस्सा आने के पीछे एक यह कारण भी हो सकता है। अपने इमोशन जाहिर करना जरूरी है पर बार-बार उनके बारे में बात करना गलत हो सकता है।

हर समय सवाल करने से बचें

Relation: Due to anger, the relationship with the partner is deteriorating

अगर आपका पार्टनर गुस्से में है, तो उस दौरान बार-बार सवाल पूछना भी गुस्से को बढ़ा सकता है। अगर आपके मन में कोई भी सवाल है, तो उसे पूछने के लिए अपने पार्टनर के गुस्से को शांत होने का इंतजार करें। गुस्से में आपका पार्टनर आपको सही जवाब नहीं देगा और उल्टा बार-बार सवाल पूछने से उनका गुस्सा भी शांत नहीं होगा। इसलिए गुस्से को शांत होने का इंतजार लाजमी है।

उसकी बात को ध्यान से सुनें

मिस-कम्यूनिकेशन भी बार-बार गुस्सा आने की वजह बन सकता है। अगर आपके पार्टनर को लगता है कि आप उनकी बात को सुन नहीं रहे हैं, तो यह भी उनका गुस्सा बढ़ने का कारण हो सकता है। इसलिए हमेशा जब आपका पार्टनर गुस्सा तो तो उसकी बात को ध्यान से सुन लेना चाहिए। अगर आप ऐसा करेंगे तो आपके गुस्से के दौरान आपका पार्टनर भी आपकी बात को सुनने की कोशिश करेगा।

भूल कर भी पुराने झगड़े की बात ना छेड़ें

Sleep Separation: Separation of bedroom for a long time causes distance in relationships

रिश्तों के बीच थोड़ी बहुत कहा सुनी हो सकती है, लेकिन बात अक्सर तब बढ़ने लगती है जब आप किसी पुरानी बात को छेड़ देते हैं या किसी पुराने झगड़े को बीच में ले आते हैं। ऐसा करना गुस्से में आग में घी का काम करता है। इस बात का ख्याल रखें कि गुस्से के दौरान अपने पार्टनर के आगे कोई भी पुरानी बात न छेड़ें।

फोटो सौजन्य- गूगल

If you are planning to be physical with someone close to your heart

Physical Relation: आज हम आपको एक ऐसे विषय पर बात करने जा रही हूं जो मेट्रो सिटीज में काफी तेजी से फैल रही है। पहले हम एक दूसरे को पसंद करते हैं, फिर प्यार और अंत में प्यार फिजिकल रिलेशन तक जा पहुंचता है। क्या आपको किसी को डेट करते हुए महीने हो गए हैं और अब आप रिश्ते में फिजिकल एंटिमेसी के लिए पूरी तरह तैयार हैं, तो इसमें जल्दबाजी ना करें। ऐसे में यह देखना अहम है कि क्या आपके पार्टनर आपके साथ लांग टर्म रिलेशनशिप को बनाना चाहते हैं? अब आप सोच रही होंगी इन बातों का अनुमान कैसे लगया जाए।

परेशान होने की जरूरत नहीं हम आपको बताएंगे ऐसे कौन से साइन हैं जो आपको अपने रिश्ते में एक कदम आगे बढ़ने की ओर इशारा करते हैं। मतलब आप अपने पार्टनर के साथ इमोशनल इंटिमेसी के साथ शारीरिक रूप से भी इंटिमेट हो सकती हैं। यहां बताई गई 07 बातों पर फोकस करें और देखें कि आपको अपने रिश्ते को आगे लेकर जाना है या अभी और वक्त देना है।

ये संकेत बताते हैं आप अपने रिश्ते में फिजिकल इंटिमेसी के लिए हैं तैयार

If you are planning to be physical with someone close to your heart

1. जिसे आप डेट कर रही हैं, क्या वे आपको वाकई पसंद है

आपको उन्हें अपने अच्छे दोस्तों से मिलवाने में सहजता होगी। देखें कि क्या आप उनके साथ समय बिताना चाहती हैं और उस दौरान आपको कैसा महसूस होता है। अगर आप उस दौरान अंदर से सवाल करती हैं, तो यह एक अच्छा संकेत है। आप अपने रिश्ते को आगे बढ़ाने पर विचार कर सकती हैं।

2. क्या वे आपकी बाउंड्री का सम्मान करते हैं

देखें कि जब आप अपने रिश्ते में किसी बात को लेकर एक बाउंड्री सेट करती हैं, तो क्या आपके पार्टनर उसका समर्थन करते हैं? अगर हां, तो ये आपके रिश्ते में एक प्लस प्वाइंट है। अगर कोई लगातार आपको कुछ ऐसा करने के लिए फोर्स कर रहा है, जिसे आप बिल्कुल भी पसंद नहीं करती तो यह स्टॉप साइन हो सकता है।

3. क्या आप दोनों सेक्स के बारे में खुलकर बात करते हैं

जब भी सेक्स का विषय आता है, तो क्या आप अपनी भावनाओं, विचारों और प्राथमिकताओं पर चर्चा करते हैं। अगर ऐसा है, और आपका पार्टनर आपके विचारों को सुनता, समझता और प्राथमिकता देता है, तो यह एक हेल्दी साइन हो सकता है। आप उनके साथ फिजिकली इंटिमेट होने के बारे में विचार कर सकती हैं।

4. क्या आप उनके साथ कंफर्टेबल महसूस करती हैं

जब भी आपका पार्टनर आपके आस-पास होता है, तो पेट में बटरफ्लाई महसूस होना बेहद सामान्य है। पर ध्यान ये देना है, कि आप उनके साथ कितना कंफर्टेबल रहती हैं। क्या आपको उनके आस-पास रहने पर सहज महसूस होता है? क्या आप उनके साथ पूरी तरह सुरक्षित महसूस करती हैं? यदि हां, तो आप अपने रिश्ते में एक कदम आगे बढ़ने यानी कि शारीरिक रूप से इंटिमेट होने पर विचार कर सकती हैं।

5. आप स्पर्श करने से ज़्यादा बात करते हैं

संबंध महसूस करने के दो तरीके हैं– शारीरिक और भावनात्मक। अगर आप बात करने से ज़्यादा एक दूसरे को चूमते हैं या गले मिलते हैं, तो यह एक सकारात्मक संकेत नहीं है। भले ही आप 20 बेहतरीन डेट पर गए हों, यदि बातचीत उस तरह से नहीं हो रही है, जैसा आप चाहते हैं, तो सेक्स करने से आपकी संचार समस्याएं ठीक नहीं हो सकती हैं। वहीं, यदि आप एक दूसरे से खुलकर बातचीत कर अपने विचार शेयर करती हैं, तो आप अपने रिश्ते में आगे बढ़ने पर विचार कर सकती हैं।

6. आपके पार्टनर परिवार और दोस्तों से परिचय करवाते हैं

उसके सबसे करीबी दोस्त कौन हैं? क्या उनकी मां या बहन आपको पसंद करती है, और आप उसे? यदि कोई पुरुष आपके साथ रहने के बारे में वास्तव में गंभीर है, तो वह बिना किसी सवाल के आपको अपने करीबी दोस्तों और परिवार से मिलवाता है। अगर वह आपके साथ अपना जीवन साझा करने को लेकर भ्रमित है, तो आपको उनके साथ इंटिमेट होने से पहले सोचना चाहिए।

7. क्या वे आपको खुश रखते हैं?

आखिरी लेकिन सबसे महत्वपूर्ण ये है, की क्या वे आपको पूरी तरह से खुश रखता है, और आप दोनों एक साथ अच्छा समय बिताते हैं! लेकिन यदि आपको अभी भी इसपर संदेह है, तो शारीरिक संबंध बनाने के बारे में विचार करें। वहीं अगर आप उनके होने से खुश रहती हैं, और बेहतर महसूस करती हैं, तो आप अपने मन की सुने और बेझिझक आगे बढ़ें।

फोटो सौजन्य- गूगल

Does having sex during pregnancy really make normal delivery easier?

Pregnancy में सेक्स कितना सही है? ये बहस काफी पुरानी है। घर के बड़े-बुजुर्ग प्रेगनेंसी में सेक्स को सख्ती से मना करते हैं जबकि डॉक्टर इसे पूरी तरह सुरक्षित मानते हैं। ज्यादातर स्त्री रोग विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर प्रेगनेंसी में कोई दिक्कत नहीं है, तो सेक्स करने में कोई बुराई नहीं है। बल्कि यह प्रेगनेंसी में आपके मू़ड और रिश्ते को बेहतर बनाए रखने में मददगार साबित हो सकता है। स्त्री रोग एक्पर्ट इसे नॉर्मल डिलीवरी के लिए भी फायदेमंद मानती हैं। क्या वाकई प्रेगनेंसी में सेक्स नॉर्मल डिलीवरी में महत्वपूर्ण रोल अदा करता है? आइये समझते हैं इसे विस्तार से-

प्रेगनेंसी में सेक्स पर जानें विशेषज्ञ की राय

These symptoms of pregnancy start appearing only 3 to 4 days after conceiving, pregnancy is confirmed even before the period is missed

विशेषज्ञ ने प्रेगनेंसी में सेक्स करने पर जोर दिया है। वे इसे नॉर्मल डिलीवरी के लिए मददगार मानती है। अपनी पोस्ट में उन्होंने घरों में काम करने वाली उन महिलाओं का जिक्र करते हुए बताया है कि कैसे इन महिलाओं में ज्यादातर की नॉर्मल डिलीवरी होती है। जबकि शहरी-कामकाजी महिलाओं में सी सेक्शन के मामले अधिक देखने को मिलते हैं।

इसके लिए वे उनके गर्भावस्था के पूरे 09 महीने शारीरिक रूप से सक्रिय होने को सबसे बड़ा कारण बताती हैं। एक्सपर्ट की माने तो जो महिलाएं अपनी गर्भावस्था में शारीरिक रूप से सक्रिय रहती हैं, उनके लिए नॉर्मल डिलीवरी आसान हो जाती है। जबकि फिजिकली एक्टिव ना रहने वाली महिलाओं में सी सेक्शन डिलीवरी की संभावना बढ़ जाती है।

इंडियन टॉयलेट सीट का इस्तेमाल है फायदेमंद

गांव की औरतों का उदाहरण देते हुए डॉ अरुणा कालरा कहती हैं, कि इंडियन स्टाइल की टॉयलेट सीट का इस्तेमाल करते हुए आप स्क्वाट पॉजीशन में बैठते हैं, जिससे पेल्विक मसल्स को संकुचित होने और फैलने में मदद मिलती है। यह मुद्रा शरीर के इस हिस्से के लिए एक स्वभाविक व्यायाम है।

सेक्स कैसे करता है नॉर्मल डिलीवरी में योगदान

फिजिकली एक्टिव रहने और इंडियन टॉयलेट सीट के प्रयोग के अलावा प्रेगनेंसी में किया गया सेक्स भी नॉर्मल डिलीवरी को आसान बना देता है। डॉक्टर के मुताबिक पुरुषों के सीमन में एक प्रोस्टाग्लैंडीन नाम का तत्व होता है। जो नॉर्मल डिलीवरी में मदद करता है। डॉक्टर का कहना है कि अगर आप प्रेगनेंसी में सेक्स करने से डरती हैं, तो 9वां महीना शुरू होने के बाद सेक्स करना जरूर शुरू करें ताकि वेजाइनल मसल्स मजबूत हो सकें और योनि प्रसव आसानी से हो सके।

एक्सपर्ट के मुताबिक वे इस बात से पूरी तरह सहमत हैं कि प्रेगनेंसी की तीसरी तिमाही में सेक्स करना नॉर्मल वेजाइनल डिलीवरी को आसान बना देता है। यह गर्भाशय के निचले हिस्से की मांसपेशियों को नर्म और लचीला बनाता है, ऑक्सीटॉसिन रिलीज करवाता है और आप दोनों को फीलगुड भी करवाता है। अब घबराने की जरूरत नहीं, अपनी डॉक्टर से सलाह लें और गर्भावस्था में सेक्स को पूरी तरह से एनजॉय करें।

Heavy stress of relationship is derailing life

Relationship Stress: भारत में तनाव भरी जिंदगी का ग्राफ इतना बढ़ चुका है कि इसका साइड इफेक्ट देखा जाए तो यहां हर दिन लगभग 140 महिलाएं और लड़कियां अपने पार्टनर या घरेलू सदस्य के हाथों मार दी जाती हैं। एक असंतुलन और अन्याय को पारंपरिक मर्यादा से सजाए हुए रखने वाला यह रिश्ता महिलाओं के लिए तनाव भरा साबित हो जाता है।

भयावह है घरेलू हिंसा के आंकड़े

यूएन वीमेन एंड यूएन ऑफिस ऑफ ड्रग्स एंड क्राइम के आंकड़े बताते हैं कि घर महिलाओं के लिए सबसे खतरनाक है। यहां उनकी जान का कोई मोल नहीं है। पुरुषों के मुकाबले अपने जीवनसाथी और यौन साथी के हाथों मारी जाने वाली महिलाओं की तादाद दुनिया भर में 10 गुना से भी अधिक है। भारत से लेकर अमेरिका और यूरोप तक में ये आंकड़े लगभग एक जैसे ही हैं।

साल 2022 में जहां 48,800 महिलाएं घरेलू हिंसा की शिकार हुईं, वहीं वर्ष 2023 में यह आंकड़े बढ़कर 51,100 तक पहुंच गए। वर्ष 2024 और 2025 के आंकड़े अभी आने बाकी हैं लेकिन अंदाजा लगाया जा सकता है। बिग फैट इंडियन वेडिंग जितनी खूबसूरत अलबम में लगती हैं, उनकी हकीकत उतनी ही स्याह है।

सेल्फ केयर बनाम परिवार की मर्यादा

Heavy stress of relationship is derailing life

एक सीनियर साइकेट्रिस्ट और साइकोथेरेपिस्ट कहती हैं कि कई संस्कृतियों में, जिनमें भारतीय संस्कृति भी शामिल है, महिलाओं को यह सोचने के लिए प्रेरित किया गया है कि उनके लिए त्याग, बलिदान और दूसरों की देखभाल अपनी देखभाल से ज्यादा महत्वपूर्ण है।

एक स्वस्थ संबंध जीवन में अतिरिक्त तनाव का कारण नहीं बनना चाहिए। पर कभी-कभी ऐसा होता है कि संबंध खराब हो जातें हैं और यह किसी महिला के मानसिक स्वास्थ्य, आत्मसम्मान और कार्यक्षमता को बुरी तरह से प्रभावित करता है।

महिलाओं को बार-बार यह याद दिलाया जाता है कि अगर रिश्ता बिगड़ रहा है, तो इसमें उनकी ही गलती है। यह आत्म-दोष अक्सर इनकार की भावना को जन्म देता है, जिससे भावनात्मक रूप से थकान होता है और इस विषाक्त चक्र से बाहर निकलना बहुत कठिन हो जाता है।

रिलेशनशिप में तनाव पैदा करने वाले सामान्य कारण

Heavy stress of relationship is derailing life

सीनियर साइकेट्रिस्ट के मुताबिक रिलेशनशिप में तनाव के कई कारण हो सकते हैं। मगर उन सभी के मूल में संवाद की कमी और वह अन्यायपूर्ण मानसिकता है, जिसमें स्त्री के लिए जिम्मेदारियां और पुरुष के लिए अधिकारों को न्यायसंगत माना गया है। पारिवारिक ढांचा बदल रहा है। वे अपने साथी पुरुष की ही तरह शिक्षित और स्किल्ड हैं। मगर ‘मर्यादा की मानसिकता’ बदल नहीं पा रही है। स्त्रियां बाहर निकल कर काम कर रहीं हैं, पैसा कमा रही हैं, उनका फोकस बदल रहा है। मगर ‘घर’ अब भी उनसे घूघंट वाली बहू सा उम्मीद लगाए बैठा है। वास्तविकता और अपेक्षा के बीच की खाई रिश्तों को तनावपूर्ण बना रहा है।

इनमें संवाद की कमी, घरेलू जिम्मेदारियों में साझेदारी, बहुत ज्यादा साथ रहना या बहुत कम साथ रह पाना, परिवार के बाकी सदस्यों की दखलंदाजी, खर्च, बहस, पूर्वाग्रह, बेवफाई, सेक्स जैसे मुद्दे हैं जो रिश्तों में तनाव की वजह बनते हैं। हर तनाव हिंसा तक नहीं पहुंचता लेकिन दोनों ही पार्टनर्स के जीवन में जहर घोलने लगता है। जिसका असर काम पर पड़ना भी स्वाभाविक है।

जब कोई रिश्ता जोड़-तोड़ भरा, भावनात्मक रूप से प्रताड़ित करने वाला, आत्मकेंद्रित, नियंत्रित करने वाला या विषाक्त होता है, तो यह लंबे समय तक चलने वाले तनाव और चिंता का कारण बन सकता है, जिससे अवसाद भी हो सकता है। आखिर में, इसका प्रभाव ऑफिस में प्रदर्शन और रोजमर्रा की गतिविधियों पर भी दिखाई देने लगता है।

हो सकता है रिलेशनशिप स्ट्रेस से बाहर निकलने का उपाय ?

डिस्ट्रक्शन किसी के लिए भी फायदे का सौदा नहीं है। आप टॉक्सिक हैं या आपका पार्टनर, उसके नुकसान दोनों को ही उठाने पड़ेंगे। इसलिए बेहतर है कि समाधान के रास्ते खोजने पर काम किया जाए।

सीनियर साइकेट्रिस्ट कहती हैं कि तनाव से बाहर निकलना और अपनी शक्ति को फिर से हासिल करने का पहला कदम है- इस विषाक्तता को पहचानना, तनाव के स्रोतों को समझना और यह स्वीकार करना कि यह उनकी गलती नहीं है।

जहर भरे रिश्तों से निपटने के लिए भावनात्मक बुद्धिमत्ता विकसित करना, सीमाएं तय करना और प्रोफेशनल सहायता लेना बहुत जरूरी है। चूंकि ऐसे आत्मकेंद्रित या टॉक्सिक लोग शायद ही कभी थेरेपी में जाते है। इसलिए महिलाओं को अपनी मानसिक क्षमता को सुधारने के लिए थेरेपी और मनोवैज्ञानिक तरीकों पर ध्यान देना चाहिए।

दिल से नहीं दिमाग पर करें यकीन

किसी भी फैसले, किसी भी बहस में भावनात्मक रूप से प्रतिक्रिया देने के बजाय तर्कसंगत रूप से सोचना तनाव को कम करने में मदद करता है। दिल की बजाए दिमाग को ड्राइविंग सीट पर रखें ताकि जीवन को बेहतर बनाया जा सके। सही वक्त पर लिया गया प्रोफेशनल इंटरवेंशन महिलाओं को सशक्त बनाने, उनके जीवन पर उनका अपना नियंत्रण रखने, प्रोडक्टिविटी बढ़ाने और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में काफी मदद कर सकता है।

फोटो सौजन्य- गूगल

Apart from PHYSICAL RELATION

PHYSICAL RELATION: जीवन में जिस तरह प्यार जरूरी है वैसे ही अपने पार्टनर के साथ रिश्ते में गर्माहट के लिए सेक्स भी अहम है। अगर आपका पार्टनर रिश्ते को मजबूती देना चाहता है तो वह एक कदम आगे बढ़ते हुए फिजिकल भी होना पसंद करेगा, वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो सेक्स को तरजीह नहीं देते! क्या आप भी अभी अपने रिश्ते में सेक्स के लिए आमादा नहीं हैं? या फिजिकल रिलेशन से कुछ दिन परहेज रखना चाहती हैं? लेकिन पूरी तरह से फिजिकल इंटिमेसी में गैप नहीं लाना चाहती हैं तो इसमें कुछ जरूरी गतिविधियां आपको मदद पहुंचा सकती हैं।

कई ऐसी रोमांटिक गतिविधियां हैं, जो इंटरकोर्स के बिना भी आप दोनों के बीच फिजिकल इंटिमेसी को बनाए रखने में आपकी मदद कर सकती है। अगर आप इन गतिविधियों से वाकिफ नहीं हैं, तो अधिक परेशान होने की आवश्यकता नहीं है, हम आपको इसकी जानकारी देंगे। प्राइमस सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल की गायनेकोलॉजी और ऑबस्टेशन डिपार्टमेंट की कंसल्टेंट डॉ रश्मि बालियान ने बिना सेक्सुअल इंटरकोर्स के फिजिकल इंटिमेसी मेंटेन रखने के कुछ खास तरीके बताए हैं। तो चलिए जानते हैं इस बारे में अधिक विस्तार से..

जानें बिना इंटरकोर्स के दौरान फिजिकली करीब होने के तरीके

1. एक-दूसरे को ऐसे करें कडल

Apart from PHYSICAL RELATION

हाथ पकड़ें, गले लगें या बिस्तर पर एक-दूसरे के करीब बैठें। बिना किसी और चीज़ के एक-दूसरे को छूने और करीब होने का आनंद लें। जब आप सोने जाएं, तो अपने पार्टनर के साथ लिपटकर एक-दूसरे को करीब से महसूस करने की कोशिश करें। कडल करने से न केवल इंटिमेसी बढ़ती है, बल्कि स्ट्रेस रिलीज करने में भी मदद मिलती है। रोजाना पार्टनर के साथ काम से लौटने के बाद कडल करें।

2. KISS करने का बदले तरीका

Apart from PHYSICAL RELATION

अगर आप बिना सेक्स किए इंटिमेट होना चाहती हैं, तो एक-दूसरे को किस करना एक अच्छा आईडिया है। अलग-अलग तरह से चूमे, अगर आपको समझ नहीं आ रहा है, तो अपने पार्टनर से उनकी किस से जुड़ी डिजायर पूछें और उसके अनुरूप उन्हें किस करें। आप फ्रेंच किस, लेपर्ड किस या स्पाइडरमैन किस भी आज़मा सकती हैं। इस तरीके का प्रयोग करें, इससे आपको इंटिमेसी बढ़ाने में मदद मिल सकती है।

3. बॉडी मसाज है बढ़िया विकल्प

Apart from PHYSICAL RELATION

एसेंशियल फ्रैगनेंस वाले ऑयल या लोशन का उपयोग करके, बारी-बारी से एक-दूसरे के शरीर की मालिश करें। आप एक-दूसरे के शरीर के कितने हिस्से की मालिश करते हैं, यह आपकी सीमाओं पर निर्भर करता है, अगर आप इससे ज़्यादा मालिश करने के लिए तैयार नहीं हैं, तो आप सिर्फ़ एक-दूसरे की गर्दन और पीठ की मालिश कर सकती हैं। कुछ सुगंधित मोमबत्तियां जलाएं और सुकून भरा संगीत बजाकर मूड सेट करें।

अपने पार्टनर को अच्छा महसूस कराने के लिए आपको प्रोफेशनल मसाज सीखने की जरूरत नहीं है। केवल मालिश के दौरान पार्टनर से पूछती रहें, उन्हें कैसा लग रहा है? या आप किस तरह की मालिश एंजॉय करना चाहते हैं, या आपके किस अंग को ज्यादा आराम की जरूरत है। इस तरह आराम भी मिलता है, तनाव कम होता है साथ ही आप दोनों एक दूसरे के करीब आते हैं।

4. एक-दूसरे को डूबकर करें स्पर्श

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पार्टनर के शरीर के उन हिस्सों को स्पर्श करें और चूमें जो आमतौर पर सेक्स के दौरान ध्यान आकर्षित नहीं करते हैं, जैसे उनके पैर, पेट या पीठ। अपने पार्टनर के शरीर को एक्सप्लोर करने का आनंद लेने के लिए समय निकाले। ये आप दोनों को फिजिकल इंटिमेसी मेंटेन करने में मदद करती है, साथ ही आप रोमांस के लिए सिर्फ सेक्स पर निर्भर नहीं रहती। अगर आप बिना नेकेड हुए बॉडी एक्सप्लोर करना चाहती हैं, तो शरीर के नजर आने वाले पार्ट्स जैसे की हाथ, पैर, गर्दन, चेहरा आदि को चूमे और उनका आनंदमय स्पर्श करें।

5. बाउंड्री में रहकर करें रोमांस

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नियम बनाने से न केवल आपको अपनी सीमाओं का पालन करने में मदद मिलेगी, बल्कि यह चीज़ों को और भी सेक्सी बना देगा। आपको अपनी बाउंड्री में रहकर रोमांस करना होता है, और मन होने पर भी आगे बढ़ने से खुदको रोकना है। ये नॉटी और सेक्सी रोमांस आप दोनों के बीच इंटिमेसी बढ़ाने में मदद करेगा। ऐसे नियम बनाएं, जिनसे आप और आपके पार्टनर दोनों सहज हों, इसके बाद इसे एंजॉय करें।

फोटो सौजन्य- गूगल

These 6 habits can create tension in every relationship

Relations: हमारे जीवन की एक सच्चाई यह है कि उसे भी गुजर जाना है। लेकिन सबसे अधिक परेशानी लेकर आता है बुढ़ापा। ऐसा समय जब हम बीमारियों से भी घिरे रहते हैं और रिश्ते की डोर भी समय के साथ कमजोर होने लगती है। इसका बड़ा कारण कुछ आदतें होती हैं जो हमने अपने जीवन में वर्षों पहले से लगा रखी होती हैं। हम आपको कुछ ऐसी ही आदतों के बारे में बताने जा रहे हैं जो आप पहले से छोड़कर अपने उस समय के लिए अपने रिश्तों को और मजबूत कर लेंगे जब आपको उन रिश्तों की सबसे ज्यादा जरूरत होगी, यानी आप के बुढ़ापे में।

6 आदतें जिन्हें छोड़ना है रिश्ते की गारंटी

1. उम्मीद अधिक लगाना

पति-पत्नी के बीच संवाद जरूरी

साइकोलॉजिस्ट और रिलेशनशिप कंसल्टेंट के मुताबिक हम अक्सर रिश्तों में ज्यादा उम्मीदें रख लेते हैं, ये सोचकर कि अगर सामने वाला हमारी तरह नहीं सोचे या वही ना करे जो हम चाहते हैं, तो रिश्ता खराब हो जाएगा। लेकिन, ये आदत हमारे रिश्ते में बहुत तनाव पैदा कर सकती है। जब हम अपने साथी से ज्यादा उम्मीदें रखते हैं और उन्हें बदलने की कोशिश करते हैं, तो इसका उल्टा असर होता है। यह सिर्फ हमारे पार्टनर को असंतुष्ट करता है, बल्कि रिश्ते में भी दूरी आ सकती है।

ऐसे में उस वक्त के लिए अभी से तैयारी करें जब आप बैठकर केवल सोच सकेंगे कि क्या सोचा और क्या पाया। अगर आप अपनी उम्मीदों को थोड़ा कम करेंगे और अपने साथी की अच्छाइयों को मानेंगे, तो न सिर्फ रिश्ता मजबूत होगा, बल्कि आप दोनों के बीच प्यार और समझ भी बढ़ेगा और वो लंबे समय तक आपके साथ चलेगा।

2. छोटी छोटी बातों को नजरंदाज न करें

Study on Relationship

कभी-कभी हम रिश्तों में छोटी-छोटी बातों को नजरअंदाज कर देते हैं, जैसे एक हल्की मुस्कान, एक अच्छा शब्द या बस एक छोटा सा इशारा। ट्यूटर चेज नाम की एक संस्था की रिपोर्ट कहती है कि स्वस्थ रिश्ता रहने के लिए पार्टनर्स के बीच गेस्चर्स का आदान प्रदान जरूरी है। ये छोटी बातें रिश्ते में बहुत मायने रखती हैं और इनसे रिश्ते में खुशियां और मजबूती आती है। अगर हम इनका ध्यान नहीं देते, तो ये छोटे-छोटे इशारे रिश्ते में दूरियां बना सकते हैं। और ये आप अगर अभी से नहीं करेंगे तो उस उम्र में जब आप को रिश्तों की जरूरत होगी, इसकी शुरुआत तब नहीं हो सकेगी और तब शुरुआत करने पर भी गेस्चर्स अपना काम करें, मुश्किल है।

3. दूसरों की गलतियों को बार-बार याद करना

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उम्र बढ़ने के साथ अक्सर लोगों में यह आदत होती है और आपको अगर बुजुर्ग होने पर ऐसा नहीं बनना तो उसकी शुरुआत आज से करें ताकि आपकी आदतों में ये शामिल हो सके। हैप्पी फेमिली नाम की एक संस्था के लिए डॉक्टर जस्टिन कॉल्सन ने लिखा है कि यह पैटर्न बहुत आम तौर पर पाया गया है कि ऐसे रिश्ते जो टूटे या फिर कमजोर हुए हैं, उसमें दोनों तरफ से एक दूसरे की ग़लतियों को दोहराने का पैटर्न था।

यहां यह समझना है कि हर इन्सान से गलतियां होती हैं, और रिश्तों में यह सामान्य बात है कि कभी न कभी कोई न कोई गलती करेगा। लेकिन अगर आप हमेशा उन गलतियों को याद करेंगे और पुराने बातों को ताज़ा करेंगे, तो यह रिश्ते में तनाव ही बढ़ाएगा। उस उम्र में जब आपको रिश्ते की जरूरत होगी तो आपके इर्द गिर्द लोग आने से परहेज कर सकते हैं।

4. सुनने की आदत न होना

Sleep Separation: Separation of bedroom for a long time causes distance in relationships

हममें से कई लोग अपनी बातों को ज्यादा अहमियत देते हैं और सामने वाले की बातों को नजरअंदाज कर देते हैं। यही आदत रिश्तों में खटास पैदा करती है। रिश्ते तभी अच्छे होते हैं जब दोनों एक-दूसरे को सुनते और समझते हैं। लाइफ काउंसिलिंग इंस्टीट्यूट की एक रिपोर्ट कहती है कि न सुनना, किसी भी रिश्ते के अंत की शुरुआत हो सकता है। तो अगर आप भी चाहते हैं कि आपका रिश्ता मजबूत हो, तो अब से पहले सामने वाले की बात पूरी तरह से सुनें।

जल्दी से प्रतिक्रिया देने के बजाय, उनकी बातों को समझने की कोशिश करें। जब आप अपने साथी की बातों को अहमियत देंगे, तो वह भी आपके विचारों की कद्र करेगा। इससे न सिर्फ आपका रिश्ता मजबूत होगा, बल्कि आप दोनों के बीच समझ और नज़दीकी भी बढ़ेगी। यह नजदीकी उस वक्त आपके ज्यादा काम की होगी जब आपको अपने साथी या किसी रिश्ते की जरूरत होगी और आपको प्यार चाहिए होगा।

5. वक्त नहीं है, मत बोलिए

Sleep Separation: Separation of bedroom for a long time causes distance in relationships

हम अक्सर यह बहाना बनाते हैं कि समय की कमी है, खासकर जब हम काम में व्यस्त होते हैं या और कोई जिम्मेदारियां होती हैं। लेकिन अगर हम यही सोचने लगें कि हमारे पास समय नहीं है, तो इससे रिश्तों में दूरी आ सकती है और फिर आप अकेलेपन का शिकार होने लगेंगे।

आप यह सोचिए कि उस वक्त जब आप अपनी उम्र के ऐसे पड़ाव पर हों जहां आप शारीरिक तौर पर भी कुछ कमजोर हों और आपको मानसिक मजबूती के लिए भी रिश्ते चाहिए हों। लेकिन न सुनने की आदत की वजह से आपने तो रिश्ते गंवा दिए हैं। फिर उस उम्र में आप मुश्किल में होंगे। इसलिए सबसे पहले वक्त की कमी का बहाना बना कर रिश्तों को टालना छोड़ दें।

6. नकारात्मक सोच रखना

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एक रिपोर्ट कहती है कि अगर आप हमेशा हर चीज़ को नकारात्मक तरीके से देखते हैं, तो यह आपके रिश्तों में तनाव पैदा कर सकता है। जब हम हर बात में परेशानी ढूंढ़ते रहते हैं, तो रिश्ते में प्यार और समझ की कमी होने लगती है। एक्सपर्ट के मुताबिक उम्र के उस पड़ाव पर जब हम सीख लेते हैं कि हमें क्या नहीं करना, जहां हमारे पास रिश्तों में खुद को बदलने का वक्त होता है तो यह हमारे लिए लाइफटाइम का वरदान बन जाता है। पॉजिटिव सोच की उम्र के उस पड़ाव पर सबसे ज्यादा जरूरत होती है जब हम उम्र के उस पड़ाव पर हों जहां हमें शारीरिक तौर पर दिक्कत हो सकती है। और अगर ऐसे में हम नकारात्मक रहे तो रिश्ते भी प्रभावित होंगे और हम खुद किसी भी बीमारी या समस्या से लड़ नहीं सकते।

फोटो सौजन्य- गुगल

Do we have to face the risk of UTI after sex?

UTI मतलब यूरिनरी ट्रैक इन्फेक्शन एक काफी आम समस्या है जिसका सामना महिलाएं अपने लाइफ में एक बार जरूर करती हैं। यूरिनरी ट्रैक में होने वाले इस संक्रमण के पीछे हानिकारक बैक्टीरिया जिम्मेदार होते हैं, जो कई कारणों से आपके यूरिनरी ट्रैक में प्रवेश करते हैं। इन्हीं में से एक कारण है ‘SEX’। महिलाएं अक्सर ये सवाल पूछा करती हैं कि आखिर सेक्स के वक्त UTI होने का क्या कारण ? आज हेल्थ शॉट्स आपके इसी प्रश्न का जवाब लेकर आएं हैं। जानेंगे SEX और UTI के बीच क्या संबंध है।

एक्सपर्ट के मुताबिक सेक्स से होने वाले UTI के कुछ सामान्य कारण बताएं हैं। साथ ही उन्होंने कुछ बचाव के नुक्से भी बताएं हैं, जिन्हें याद रख सेक्स के बाद होने वाले UTI के खतरे को कम कर सकती हैं।

समझें सेक्स से यूटीआई होने की वजह

Do we have to face the risk of UTI after sex?

UTI पैदा करने वाले बैक्टीरिया एनस के आस-पास के क्षेत्र में रहते हैं। इंटरकोर्स ही नहीं बल्कि कोई भी अन्य सेक्सुअल एक्टिविटी बैक्टीरिया को यूरिनरी ट्रैक के करीब और ऊपर धकेल सकती है और यूटीआई का कारण बन सकती है। पुरुष और महिला दोनों को सेक्स से यूटीआई हो सकता है, महिलाओं में पोस्ट-कोइटल यूटीआई विकसित होने की संभावना अधिक होती है। डेटा की मानें तो यूटीआई के लक्षण अक्सर सेक्स करने के लगभग 02 दिनों के बाद शुरू होते हैं।

ज्यादातर यूटीआई गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल (GI) ट्रैक से बैक्टीरिया के कारण होते हैं। 80 फीसदी से ज़्यादा यूटीआई एस्चेरिचिया कोली (ई कोलाई) बैक्टीरिया के कारण होते हैं। ये कीटाणु आंतों के अंदर सामान्य और आम होते हैं, जहां वे आपको बीमार किए बिना पाचन में मदद करते हैं।

1. सेक्सुअल इंटरकोर्स:

सेक्सुअल इंटरकोर्स का मोशन एनस के आस-पास रहने वाले बैक्टीरिया को मूत्रमार्ग की ओर धकेल सकती है। इससे बैक्टीरिया के शरीर में प्रवेश करने और संक्रमण पैदा करने का जोखिम बढ़ जाता है। सेक्स से इंटिमेट एरिया में जलन हो सकता है। यह जलन संक्रमण के जोखिम को बढ़ा देती है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि पेनेट्रेटिव सेक्स यूटीआई का एकमात्र कारण नहीं है। ओरल और मैनुअल सेक्स भी वेजाइनल ओपनिंग में हानिकारक बैक्टीरिया के प्रवेश का कारण बन सकता है, जिससे संक्रमण हो सकता है।

2. अनसेफ सेक्स:

कई बार लोग बिना प्रोटेक्शन के नियमित सेक्स करते हैं, जिसकी वजह से भी UTI का खतरा बढ़ जाता है। अगर आप बिना प्रोटेक्शन के सेक्स कर रही हैं, तो हाइजीन के प्रति बरती गई छोटी सी भी लापरवाही आपको UTI का शिकार बना सकती है। इंटरकोर्स के दौरान एक दूसरे के इंटिमेट एरिया पर मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया एक्सचेंज हो सकते हैं, जिसकी वजह से UTI हो जता है।

3. एनल सेक्स:

एनल सेक्स के दौरान एनस में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया आपके जेनिटल में पास हो सकते हैं, जिसकी वजह से यूरिनरी ट्रैक्ट इनफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। यदि कोई आदमी एनल सेक्स कर रहा है, तो उनमें इसका खतरा अधिक होता है।

4. बर्थ कंट्रोल:

कुछ गर्भनिरोधक, जैसे कि डायाफ्राम और स्पर्मिसाइड लुब्रिकेंट्स, यूटीआई के जोखिम को बढ़ा देते हैं। डायाफ्राम यूरिनरी ट्रैक्ट की ओर पुश होता है, जिससे इसके ब्लैडर में फंसने की संभावना अधिक होती है। जब ऐसा होता है, तो बैक्टीरिया बढ़ सकते हैं, जिससे संक्रमण हो सकता है। शुक्राणुनाशक (अक्सर लुब्रिकेंट और कंडोम में पाए जाते हैं) इंटिमेट एरिया के बैक्टिरियल बैलेंस को बदल सकते हैं, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।

सेक्स के बाद UTI के खतरे को कम करने के कुछ प्रभावी तरीके

Do we have to face the risk of UTI after sex?

सेक्स के पहले और सेक्स के बाद यूरिन पास करना बहुत जरूरी है। इससे बैक्टीरिया यूरिनरी ट्रैक्ट से बाहर निकल आता है और उन्हें संक्रमण फैलने का समय नहीं मिलता।

सेक्सुअल इंटरकोर्स के दौरान प्रोटेक्शन यानी कि मेल और फीमेल कंडोम का इस्तेमाल करें। ताकि एक दूसरे के स्किन पर मौजूद बैक्टीरिया जेनिटल में ट्रांसफर हो कर आपको संक्रमंत न कर सके।

सेक्स से पहले और बाद में हाइजीन का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। अपने इंटिमेट एरिया को आगे से पीछे की ओर अच्छी तरह से क्लीन करें।

अपने जन्म नियंत्रण पर ध्यान से विचार करें। यदि आप डायाफ्राम या शुक्राणुनाशक का उपयोग करती हैं, तो ये स्वस्थ बैक्टीरिया को मार सकते हैं, जो कीटाणुओं को नियंत्रित रखते हैं। इसलिए इनके इस्तेमाल से बचें।

लुब्रिकेंट का उपयोग करें, सेक्सुअल इंटरकोर्स के दौरान लगातार फ्रिक्शन होने की वजह से इंटिमेट एरिया के आसपास जलन हो सकती है। वहीं कई बार कट लगने की वजह से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है, लुब्रिकेंट आपके इंटरकोर्स को बेहद स्मूद बना देता है।

UTI के रिस्क को अवॉइड करने के लिए इन बातों का भी रखें ख्याल

इंटिमेट एरिया पर डौश, पाउडर या स्प्रे का उपयोग न करें। इससे हेल्दी बैक्टीरिया का प्रभाव कम हो जाता है जिससे की हानिकारक बैक्टीरिया हावी हो कर संक्रमण का कारण बन सकते हैं।

स्टॉल पास करने के बाद अपने एनस को अच्छी तरह से साफ करें, क्योंकि सबसे ज्यादा हानिकारक बैक्टीरिया इसी एरिया में होते हैं, जिनकी वजह से इंटरकोर्स के दौरान संक्रमण के ट्रांसफर होने का खतरा बढ़ जाता है।

नियमित रूप से प्रोबायोटिक जैसे की दही, कंबूजा, अचार आदि का सेवन करें। इससे UTI का खतरा कम होता है, अलावा इसके क्रैनबेरी जूस भी बचाव में आपकी मदद कर सकती है।

Summer season is very special for intimacy

हेल्दी रिेलेशनशिप को बरकरार रखने के लिए इंटीमेसी (Intimacy) काफी जरूरी है। मौसम चाहे कोई भी हो। बता दें कि गर्मी के मौसम में अक्सर पसीना और संक्रमण इंटिमेट एरिया को प्रभावित करता है। ऐसे में इंफेक्शन का खतरा बना रहता है। जो सेक्सुअल जीवन को भी प्रभावित करने लगता है। मूड को अपलिफ्ट करके सेक्स को स्पाइसी बनाने के लिए कुछ स्पेशल टिप्स को जरूर फॉलो करें। आइये यहां जानते हैं गर्मी के मौसम में सेक्स के फायदे और नुकसान और साथ ही हेल्दी सेक्सुअल लाइफ के लिए मजेदार टिप्स-

क्यों गर्मी का मौसम है बहुत खास

हार्वर्ड मेडिकल स्टडी के मुताबिक गर्मी के मौसम में सेरोटोनिन का स्तर बढ़ने लगता है, जिससे आप रोमांटिक रिश्ते के लिए ज्यादा उत्साहित होते हैं। यह आपके लिए ज्यादा आनंददायक भी हो सकता है। दरअसल, गर्मी के दिनों में रक्त प्रवाह में बढ़ोतरी होने लगती है, जिससे यौन उत्तेजना बढ़ने लगती है।

Summer season is very special for intimacy

सूरज की तेज़ रोशनी शरीर में विटामिन-D के स्तर को बढ़ाती है। इससे कामेच्छा बढ़ने लगती है और ये मूड बुस्टर साबित होता है। दरअसल, विटामिन-D की कमी से शरीर में एस्ट्रोजन और टेस्टोस्टेरोन का स्तर प्रभावित होता है, जिसके कारण सेक्स ड्राइव कम हो जाती है।

कुछ असुविधा भी हो सकती है

गर्मी में चिपचिपाहट और वेजाइनल इंफेक्शन इचिंग, दुर्गंध और रैशेज का प्रोब्लम को बढ़ा देते हैं। इस बारे में गायनीकोलॉजिस्ट डॉ सुरभि सिंह बताती हैं कि समर्स में स्वैटिंग के चलते वेजाइना में बैक्टीरिया पनपने लगते हैं। ऐसे में सेक्स के बाद जेनिटल्स की साफ सफाई का ध्यान रखना आवश्यक है।

सेक्स के दौरान खुद को हाइड्रेट रखने के साथ रूम टैम्परेचर को उचित बनाए रखें। समर्स में एलर्जी से बचने के लिए गर्मी से बचें और इंटिमेट हाइजीन को बनाए रखना ज़रूरी है। इससे यौन संबधों के दौरान प्लेजर की प्राप्ति होती है।

होम इंटीमेट हेल्‍थ प्यार के लिए भी खास होता है गर्मी का मौसम, यहां जानिए इसे और भी शानदार बनाने के टिप्स
प्यार के लिए भी खास होता है गर्मी का मौसम, यहां जानिए इसे और भी शानदार बनाने के टिप्स
बढ़ती गर्मी ने सभी का हाल बेहाल कर रखा है। गर्म लू के थपेड़े और पसीने से तर बतर देह। पर क्या आप जानते हैं कि यह मौसम आपकी रोमांटिक रिलेशनशिप के लिए बहुत खास होता है। जी हां, ये बिल्कुल सच है।

गर्मी में सेक्स को हेल्दी बनाने के लिए इन टिप्स को फॉलो करें

1. हाइड्रेट रहना हैं अहम

गर्मी के मौसम में शरीर को हाइड्रेट रखना आवश्यक है। इससे शरीर का तापमान उचित बना रहता है। सेक्स से पहले ठंडे और हेल्दी पेय पदार्थों का सेवन करें, ताकि शरीर में एनर्जी और ठंडक बनी रहती है। बॉडी हीट को मैनेज करने के लिए दिनभर में उचित मात्रा में पानी पीएं।

2. आइस क्यूब का करें इस्तेमाल

Summer season is very special for intimacy

सेक्स सेशन सिज़लिंग बनाने के लिए आइस क्यूब प्रयोग करें। फिर चाहे आरल सेक्स हो या फिर पार्टनर को प्लेजर देने के लिए रबिंग आइस क्यूब का प्रयोग करें। इससे गर्मी में ठंडक मिलने लगती है। इसके अलावा सेक्स टॉयज को भी ठंडा करके इस्तेमाल करें। इससे ऑर्गेज्म की प्राप्ति होती है।

3. रूम टेम्परेचर को रखें बरकरार

चिपचिपाहट की वजह से सेक्स के दौरान संक्रमण का खतरा बना रहता है। ऐसे में गर्मी को दूर करने के लिए एअर प्यूरी फायर, पंखे और एयरकंडीशनर से कमरे के तापमान को सामान्य बनाएं। इससे उमस का सामना नहीं करना पड़ता है। साथ ही इंटरकोर्स के दौरान बढ़ने वाली स्वैटिंग की समस्या भी हल हो जाती है।

4. शावर सेक्स है काफी फायदेमंद

स्वैटिंग से अपना बचाव करने के लिए शावर सेक्स ट्राई करें। इससे सेक्स सेशन स्पाइसी होने लगता है और शरीर में हैप्पी हार्मोन रिलीज़ होते हैं। इससे यौन जीवन में नयापन आने लगता है और बॉन्ड मज़बूत हो जाता है। गर्मी के मौसम में सेक्स के दौरान बढ़ने वाला संक्रमण का खतरा कम होने लगता है।

5. हाइजीन का रखें ध्यान

पहले और बाद में बैक्टीरिया इंफेक्शन से बचने के लिए इंटिमेट हाइजीन तो मेंटेन रखना जरूरी होता है। इससे योनि का हेल्थ भी उचित रहता है। अलावा इसके टॉयज का इस्तेमाल करने से भी हाइजीन का ख्याल रखना चाहिए, नहीं तो संक्रमण फैलने का खतरा बना रहता है।

फोटो सौजन्य- गूगल

Some special tips about female orgasm

Female Orgasm: महिलाओं में भी सेक्स को लेकर असीम डिजायर होता है लेकिन वो अपने पार्टनर से ऑर्गेज्म के बारे में खुलकर बात नहीं कर पातीं। कुछ ऐसी भी महिलाएं हैं जिन्होंने कभी ऑर्गेज्म का अनुभव नहीं किया। हालांकि, महिलाओं को पहले अपनी बॉडी से जुड़ी हर जानकारी होना अहम है, तब वे अपने पार्टनर को अपनी बॉडी एक्सप्लोर करते समय अपना प्लेजर प्वाइंट से अवगत करा सकती हैं। वहीं, कई बार महिलाओं के काफी प्रयास के बाद भी उन्हें ऑर्गेज्म नहीं आता, या फिर उन्हें ऑर्गेज्म तक पहुंचने में लंबा वक्त लग सकता है। बतां दें कि ऐसा क्यों होता है, क्योंकि महिलाएं अपना प्लेजर प्वाइंट नहीं जानती।

क्या आप जानते हैं ऑर्गेज्म भी अलग-अलग तरह के हो सकते हैं। महिलाओें के ऑर्गेज्म तक पहुंचने का तरीका अलग-अलग हो सकता है। एक्सपर्ट से जानेंगे कि महिलाएं में कितने प्रकार के ऑर्गेज्म हासिल कर सकती हैं।

यहां जानें अलग अलग प्रकार के फीमेल ऑर्गेज्म

1. G-स्पॉट ऑर्गेज्म

Some special tips about female orgasm

जी स्पॉट वेजिनल वॉल में अंदर की तरफ होता है। यह आपकी वेजाइनल ओपनिंग और सर्विक्स के बीच होता है। कुछ शोधकर्ताओं का तर्क है कि यह एक यौन अंग है, जबकि अन्य मानते हैं, कि यह क्लीटोरिस के नर्व एंडिंग के नेटवर्क का हिस्सा है। जी-स्पॉट सेक्स अन्य तरह के सेक्स की तुलना में काफी तीव्र महसूस होते हैं।

2. ब्लेंडेड ऑर्गेज्म

ब्लेंडेड ऑर्गेज्म वे क्लाइमैक्स है, जो एक समय में एक से अधिक एरोजेनस जोन के उत्तेजित होने पर प्राप्त होती है। क्लिटोरिस, जी-स्पॉट, निप्पल जैसे कामुक क्षेत्रों का कोई भी संयोजन मिश्रित ऑर्गेज्म की ओर ले जा सकता है।

3. वेजाइनल ऑर्गेज्म

क्लिटोरिस के अलावा, योनि में अतिरिक्त उत्तेजक जोन होते हैं। ए-स्पॉट, या एंटीरियर फोर्निक्स, सर्विक्स के ठीक नीचे योनि की उच्च सामने दीवार पर स्थित है। इस क्षेत्र को सही तरीके से छूने पर एक डीप वेजाइनल सेक्स ट्रिगर हो सकता है। कुछ महिलाएं सर्विक्स के स्टिम्युलेट होने से भी ऑर्गेज्म प्राप्त कर लेती हैं। क्योंकि इन क्षेत्रों में नर्वस के साथ लिगामेंट होते हैं, जो अत्यधिक संवेदनशील हो सकते हैं।

4. निप्पल ऑर्गेज्म

Some special tips about female orgasm

आपके ब्रेस्ट और निप्पल ज्यादातर महिलाओं के एरोजेनस जोन होते हैं, इसलिए उन क्षेत्रों को उत्तेजित करके ऑर्गेज्म प्राप्त करना संभव है। निप्पल विशेष रूप से छूने पर प्रतिक्रिया करती है, क्योंकि उनमें कई नर्व एंडिंग होती हैं।

5. क्लिटोरल ऑर्गेज्म

क्लिटोरिस एक यौन अंग है, जो योनि के बाहरी भाग पर एक छोटे से उभरे हुए टिशु की तरह दिखती है, लेकिन यह आपकी योनि में भी आंतरिक रूप से फैली हुई होती है। यह लाखों नर्व एंडिंग से बनी होती है, जो इसे उत्तेजना के प्रति विशेष रूप से संवेदनशील बनाते हैं। क्लिटोरिस को सीधे उत्तेजित करने या क्लिटोरिस के आस-पास के लेबिया को छूने से उस क्षेत्र में ब्लड फ्लो बढ़ जाता है, जिससे क्लिटोरिस फूल जाता है और उसे ऑर्गेज्म की आवश्यकता होती है। इस प्रकार आप अपनी क्लिटोरी को स्टिमुलेट कर आर्जेम प्राप्त कर सकती हैं।

6. मल्टीपल ऑर्गेज्म

महिलाएं मल्टीपल ऑर्गेज्म का अनुभव कर सकती हैं, क्योंकि उन्हें ऑर्गेज्म और उत्तेजना के बीच बहुत अधिक समय की आवश्यकता नहीं होती है।

7 common life mistakes that can ruin your sex life

आप भी अपने Partner से जुदा-जुदा रहती हैं क्या? कभी-कभी ऐसा फील होता है क्या कि रिश्ते में कटास आ गई है? आप अगर अपने रिश्ते को परवान चढ़ाते हुए लंबा ले जाने का रास्ता तलाश रही हैं तो आप एकदम सटीक जगह पर हैं। हकीकत में तेज रफ्तार लाइफ में जितनी तेजी से रिश्ते बनते हैं उनके टूटने का भय भी उतना ही अधिक रहता है। खासतौर से लंबे रिलेशनशिप में रहना किसी के लिए भी इमोशनल अत्याचार बन सकता है। जिससे आप मुहब्बत करती हैं उससे इतने लंबे वक्त तक दूर रहना आपको एक इमोशनल रोलरकोस्टर राइड पर ले जाने के लिए काफी है। जिसमें एक समय खुशी और दूसरे समय गम के गुबार हो सकते हैं। इसलिए ऐसे मसले में आपको अपनी भावनाओं और अपने रिश्ते को काफी प्यार और देखभाल के साथ संभालने की आवश्यकता है।

यह सुनिश्चित करना भी बहुत जरूरी है कि आपके बीच की शारीरिक दूरी भावनात्मक दूरी और गलतफहमी में ना तब्दील हो जाए। लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में आप दोनों अलग-अलग वक्त पर चीजें करते हैं क्योंकि कई जगहों पर समय का भी अंतराल होता है। ऐसे में एक दूसरे से संपर्क में रहना भी मुश्किल हो जाता है। तो चलिए जानते हैं कि आप अपने लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप को कैसे बेहतर बना सकते है।

आईये जानें कैसे लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप को मजबूत और आनंददायक बनाया जा सकता है-

1. रोमांटिक वर्चुअल डेट नाइट्स का करें प्लान

सिर्फ जन्मदिन या सालगिरह पर कभी-कभार डेट करने के बजाय, अक्सर अपने प्यार का जश्न मनाए। एक वर्चुअल डेट रखें। ऐसा दिन और समय चुनें जो आप दोनों के लिए सुविधाजनक हो और अपना खास ध्यान अपने विशेष व्यक्ति पर उसी तरह लगाएं जैसे आप फिजिकल डेट पर करते हैं। थोड़े से प्रयास से वर्चुअल डेट को खास बनाया जा सकता है।

सुनिश्चित करें कि आपका इंटरनेट कनेक्शन अच्छा है ताकि आपकी डेट नाइट में कोई बाधा ना आ सके। क्योंकि बाधा आप दोनों के मूड को चेंज कर सकती है।

2. इंटिमेट मैसेज से उन पल का लें मजा

Some Natural Ways To Spice Up Your Sex Life

अगर आप अपने प्यार का इज़हार आपस में जुड़े होठों और आपस में उलझी उंगलियों से नहीं कर सकते तो निराश न हों। इंटिमेट मेसेज भेजना उन चीज़ों को महसूस करने में आपकी मदद करता है।

अपने पिछले इंटिमेट अनुभव पर बात कर सकते हैं और उसे फिर से जी सकते हैं, धीरे-धीरे अपना ध्यान अपनी कल्पनाओं पर फोकस कर सकते हैं।

3. एक सरप्राइज विजिट प्लान कर सकते हैं

आप अपने पार्टनर से मिलने के लिए एक सरप्राइज़ यात्रा कर सकते हैं उन्हें बिना बताए आप उन्हें मिलने के लिए उनके घर पहुँच सकते हैं। जिससे देख कर वह काफ़ी ख़ुश हो सकते हैं। इसके लिए आप एक योजना बनाएं जिसमें आपके पार्टनर को ये पता न चले कि आप उनसे मिलने आ रही है।

इस तरह के सरप्राइज़ आपके पार्टनर को यह महसूस करा सकते हैं कि वे आपके लिए ज़रूरी है कि इससे उन्हें खास फ़ील करने में भी मदद मिल सकती है। क्योंकि आप एक दूसरे से काफ़ी समय से दूर हैं जिसकी वजह से इमोशनल कनेक्शन ख़त्म हो सकता है। इस तरह के सरप्राइज़ विज़िट उन्हें फिर से इमोशन बनाए रखने में मदद कर सकते हैं।

4. उन्हें सरप्राइज़ देने के लिए कोई स्किल सीखें

आप गिटार पर एक रोमांटिक गाने की दिल को गुनगना देने वाली धुन बजाना सीख सकते हैं और अपने अगले वीडियो कॉल पर अपने पार्टनर को सरप्राइज़ कर सकते हैं। एक नृत्य, एक पेंटिंग, या एक स्केच भी आपको उनकी आँखों में चमक देखने में मदद कर सकता है। अपने साथी को बताएं कि वे आपके लिए एक प्यारी आदत की तरह हैं और आप उनसे कितना प्यार करते है।

5. एक-दूसरे से बातें शेयर करते रहें

Some Natural Ways To Spice Up Your Sex Life

लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में रहने पर ये समझना बहुत ज़रूरी है कि आप एक दूसरे से अपनी हर एक बात शेयर करें क्योंकि आप एक दूसरे के साथ नहीं रह रहे हैं या समय समय पर एक दूसरे से नहीं मिल रहे हैं। इसलिए पार्टनर ख़ुद देख कर उसके मूड का पता नहीं लगा सकता हैं। इसलिए लॉन्ग डिस्टेंस में रहने पर एक दूसरे से बातें शेयर करना और उन्हें ये बताना कि आप ख़ुश हैं या या नहीं है बहुत ज़रूरी है।

जब आप पार्टनर के साथ होते हैं तो ये अपेक्षाएं कर सकते हैं कि वो आपको देखकर समझ जाएं कि आपको कोई बात परेशान कर रही है या नहीं, लेकिन जब दूर होते हैं तो आपको ये समझना चाहिए कि वो आप ख़ुद देख नहीं पा रहे हैं और न ही मिल पा रही है जिससे वो आपके मूड को खुद नहीं समझ पाएंगे उसके लिए आपको उन्हें बताना ही होगा।

6. छोटी बातों को तूल न दें

जब आप लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में रहते हैं तो छोटी छोटी बातों को ज़्यादा तूल देने से या बड़ा बनाने से बचना चाहिए। ऐसी लड़ाई से बचना चाहिए जिसकी कोई ज़रूरत नहीं है क्योंकि जब आप दूर रहते हैं तो गलतफहमियां अधिक हो सकती है क्योंकि उस समय न आप एक दूसरे से मिलते हैं और न ही बहुत ज़्यादा बात हो पाती है।

7. इसे समझने की कोशिश करें कि आप वाकई दूर हैं

इस बात को एक्सेप्ट और समझना बहुत ज़रूरी है कि आप लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में है इसलिए वो चीज़ें आपके रिश्ते में नहीं हो सकती जो साथ में रहते हुए एक रिलेशनशिप में हो सकती है। इसलिए उन चीज़ों को लेकर शिकायतें करने से बचना चाहिए जो लॉग डिस्टेंस रिलेशनशिप में संभव नहीं है।

फोटो सौजन्य- गूगल

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