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Category Archives: Lifestyle

Sexual intimacy helps in recovering from loneliness and depression

यौन संचालित रोग (STDs) एक ऐसा संक्रमण है जो आमतौर पर किसी भी तरह के यौन संपर्क के दौरान एक इंसान से दूसरे इंसान में फैलता है। महिलाओं और पुरुषों में सेक्शुअल ट्रांसमिटेड डिजीज यानी यौन रोगों के लक्षण अलग-अलग हो जाते हैं।

आइये जानते हैं महिलाओं से किस तरह के यौन संचारित रोग होने की संभावना हो सकती है और किस तरह से ये महिलाओं के लाइफस्टाइल को प्रभावित कर देते हैं-

महिलाओं में यौन बीमारियों(Sexually Transmitted Disease) के लक्षण

Some Natural Ways To Spice Up Your Sex Life

महिलाओं में यौन बीमारियों के लक्षण दर्द और शारीरिक संबंध बनाने के दौरान असहजता, पेशाब में दर्द, जलन और सूजन के तौर में दिखाई पड़ते हैं। योनी के आसपास जख्म, खुजली, रैशेज और दाने भी यौन संक्रमित बीमारियों के लक्षण होते हैं। यौन बीमारियों और संक्रमण की सबसे बड़ा कारण लापरवाही भी होती है। अशिक्षा और जागरुकता का अभाव भी इसके असल वजहों में से एक है।

गोनोरिया – ये बीमारी नीस्सीरिया नाम के एक बैक्टीरिया से होती है। असुरक्षित यौन संबंध, ओरल सेक्स और अप्राकृतिक सेक्स के कारण यह संक्रमण फैलता है। यह एक गर्भवती महिला से उसके बच्चे में भी ट्रांसफर हो सकता है।

क्लैमीडिया- यह आमतौर पर महिलाओं की प्रजनन प्रणाली के प्रजनन अंगों को स्थायी और गंभीर क्षति पहुंचाता है। इससे महिला को गर्भ धारण करने में भी दिक्कत आ सकती है।

सिफलिस- यह बहुत ही घातक यौन संचारित रोगों में से एक है। इस यौन संचारित रोग का मुख्य कारण संक्रमित व्यक्ति के साथ सेक्स रिलशन बनाना है।

HIV एड्स- एचआईवी एक वायरस है, जो एड्स नाम की बीमारी को जन्म देता है। यह सीधा हमारे शरीर के इम्यून सिस्टम पर अटैक करता है। असुरक्षित यौन संबंध और पीड़ित व्यक्ति के शारीरिक द्रव के संपर्क में आने से आप इस गंभीर बीमारी की चपेट में आ जाते हैं।

फोटो सौजन्य- गूगल

Your sleeping position reveals your personality

नींद (Sleep) आपके व्यवहार और स्वभाव को बिगाड़ने के लिए काफी है। हो सकता है कि आपने ऐसा फील भी किया हो पर कुछ रिसर्च भी इस बात को सही साबित करती है। अगर हम रात में सोए ना तो आप अधिक चिड़चिड़े, गुस्सैल और टेंशन के प्रति संवेदनशील हो सकते हैं। वहीं, जब आप अच्छी नींद लेते हैं तो आपका मूड अक्सर सामान्य हो सकता है।

रिसर्च से पता चला है कि आंशिक नींद की कमी का भी मूड पर बहुत असर पड़ता है। रिपोर्ट के मुताबिक पेन्सिलवेनिया विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने पाया कि एक हफ्ते के लिए रात में सिर्फ 4-5 घंटे की नींद तक सीमित रहने वाले लोगों के ज्यादा तनावग्रस्त, क्रोधित, उदास और मेंटली थका हुआ महसूस किया। जब लोगों ने सामान्य नींद शुरू की तो उनके मूड में सुधार देखने को मिला।

लेकिन सिर्फ नींद ही मूड को नहीं बिगाड़ती, बल्कि मूड भी नींद का चक्र खराब कर सकता है। चिंता उत्तेजना को बढ़ाती है, जिससे सोना मुश्किल हो जाता है। तनाव शरीर को उत्तेजित और सतर्क बनाकर नींद को भी प्रभावित करता है। जो लोग लगातार तनाव में रहते हैं उनमें नींद की समस्या होती है। इन सब का असर आपके व्यवहार पर पड़ता है।

चिड़चिड़ा हो जाता है स्वभाव:

Male Inferlity

नींद की कमी हमें चिड़चिड़ा बना देती है। आम दिनों में हम लोगों से सामान्य तौर पर बात करते हैं। कई बार लोग ऐसी बातें करते हैं, जो हमें नागवार गुजरती हैं, लेकिन हम आराम से जवाब देकर माहौल को सामान्य बनाए रखते हैं पर यही चीज तब हो जब आपकी नींद पूरी न हुई हो तो हो सकता है आप सामने वाले को चिड़चिड़ा होकर जवाब दें। जो आपकी पर्सनैलिटी को बड़ा नुकसान पहुंचा सकता है।

गुस्सैल हो जाता है स्वभाव: नींद की कमी आपको गुस्सैल बना सकती है। आमतौर पर हम परिस्थितियों का सामना शांति से करते हैं लेकिन नींद न पूरी होने से इसका उलट हो सकता है। ऐसे में किसी भी अप्रिय परिस्थिति में गुस्सा आना तय होता है। जो आपके कई काम बिगाड़ सकता है। गुस्सैल इंसान को सामाजिक नजरिए से पसंद नहीं किया जाता।

तनाव दिखता है साफ: स्थिति को सामान्य रूप से संभाल ना पाने की स्थिति में तनाव हो सकता है। वहीं, अगर आप पहले से ही तनाव में हैं तो ये और बढ़ सकता है। इन सबका असर आपके चेहरे पर भी नजर आने लगता है और आप लोगों की नजर में एक अप्रिय इंसान हो सकते हैं।

Holi is played here not with humans but with gods.

रायपुर: छत्तीसगढ़ के दक्षिणी सिरे बस्तर में Holi का पर्व फागुन मड़ई के स्वरूप में बेहद निराला है। इसलिए क्योंकि बस्तर के तीज त्योहारों के सारे रीति रिवाजों में स्थानीय लोक देवी-देवताओं का ही महत्व है। बस्तर की प्रमुख आराध्य देवी मां दंतेश्वरी है और इन्हीं के सम्मान में यहां सारे तीज त्यौहार मनाए जाते हैं। होली का त्योहार यहां फागुन मड़ई के स्वरूप में मनाया जाता है और यह फागुन शुक्ल की षष्ठी से लेकर चौदस तक आयोजित की जाती है।

भव्य रियासतकालीन परम्पराओं के साथ 10 दिन मनाई जाती है होली

10 दिनों तक चलने वाला यह आयोजन वर्तमान को इतिहास से जोड़ता है। फागुन मड़ई के आयोजन की प्रत्येक कड़ियां भव्य रियासतकालीन परम्पराओं के साथ मनाया जाता है। पारंपरिक और ऐतिहासिक महत्व वाले फागुन मड़ई की शुरुआत बसंत पंचमी से हो जाती है। होली के 12 दिनों पहले से मुख्य आयोजन शुरू हो जाता है। दंतेश्वरी माई की पालकी मंदिर से निकलती है और सत्य नारायण मंदिर तक जाती है। वहां पूजा पाठ के बाद वापस मंदिर पहुंचती है। छत्तीसगढ़ समेत ओडिशा से लोग अपने ईष्ट देव का ध्वज और छत्र लेकर पहुंचते हैं। करीब साढ़े सात सौ देवी-देवताओं का यहां फागुन मड़ई में संगम होता है। होली का पर्व माई दंतेश्वरी सभी देवी-देवताओं और मौजूद लोगों के साथ यहां मनाती हैं।

बसंत पंचमी के दिन लगभग 700 साल प्राचीन अष्टधातु से निर्मित, एक त्रिशूल स्तम्भ को दंतेश्वरी मंदिर के मुख्य द्वार के सम्मुख स्थापना की जाती है। इसी दोपहर को आमा मऊड रस्म का निर्वाह किया जाता है जिसके दौरान माईजी का छत्र नगर दर्शन के लिए निकाला जाता है और बस स्टैंड के पास स्थित चौक में देवी को आम के बौर अर्पित किए जाते हैं। इसके बाद मड़ई के कार्यक्रमों का आरंभ मेंडका डोबरा मैदान में स्थित देवकोठी से होता है। जहां पूरे विधि-विधान के साथ देवी का छत्र लाया जाता है। फायर करने के साथ-साथ हर्षोल्लास तथा जयकारे के शोर में छत्र को सलामी दी जाती है।

इस रस्म के अंतर्गत होता है Holika दहन

दंतेश्वरी मंदिर के प्रधान पुजारी हरेंद्र नाथ जिया बताते हैं कि इस दिन दीप प्रज्ज्वलन करते हैं और परम्परानुसार कलश की स्थापना की जाती है। पटेल द्वारा पुजारी के सिर में भंडारीन फूल से फूलपागा (पगड़ी) बांधा जाता है। आमंत्रित देवी-देवताओं और उनके प्रतीकों, देवध्वज और छत्र के साथ माई जी की पालकी पूरी भव्यता के साथ परिभ्रमण के लिए निकाली जाती है। देवी की पालकी नारायण मंदिर लाई जाती है। जहां पूजा-अर्चना तथा विश्राम के बाद सभी वापस दंतेश्वरी माता मंदिर पहुंचते हैं। इसी रात ताड-फलंगा धोनी की रस्म अदा की जाती है। इस रस्म के तहत ताड़ के पत्तों को दंतेश्वरी तालाब के जल से विधि-विधान से धोकर उन्हें मंदिर में रखा जाता है, इन पत्तों का प्रयोग होलिका दहन के लिए होता है।

होलिका दहन की भी खास रिवाज

होलिका दहन की खास परंपरा- दंतेवाड़ा में भी होली रंग-गुलाल से खेली तो जाती है, परंतु यहां दंतेवाड़ा में माई दंतेश्वरी के सम्मान में चलने वाला फागुन मेले के नवे दिन, होलिका दहन से भी जुडी एक अनोखी रस्म हैं। यहां प्रचलित एक मान्यता के अनुसार बस्तर की एक राजकुमारी की याद में, जलाई गई होली की राख और दंतेश्वरी मंदिर की मिट्टी से होली खेली ज़ाती हैं। यह अनोखी रस्म ,जौहर करने वाली राजकुमारी के सम्मान में की जाती है।

सती शिला- दंतेश्वरी मंदिर के पुजारी हरेंद्र नाथ जिया बताते हैं कि एक राजकुमारी ने अपनी इज्जत बचाने के लिए आग में कुदकर जौहर कर लिया था। राजकुमारी का नाम तो मालूम नहीं पर प्रचलित कथा के अनुसार सैकड़ों सालों पहले बस्तर की एक राजकुमारी को किसी हमलावर ने अगवा करने की कोशिश की थी। राजकुमारी ने अपनी अस्मिता बचाने के लिये मंदिर परिसर में आग जलवाई और मां दंतेश्वरी का नाम लेते हुए आग में कूद गई। उस राजकुमारी की कुर्बानी को यादगार बनाने के लिए उस समय के राजा ने एक सती स्तंभ बनवाया जिसमे स्त्री-पुरुष की बड़ी प्रतिमाये बनी हैं, इस स्तंभ को ही सती शिला कहते हैं। हजार साल पुरानी इस सती शिला के पास ही राजकुमारी की याद में होलिका दहन की जाती हैं। होलिका दहन के लिए 7 तरह की लकड़ियों जिसमें ताड़, बेर, साल, पलाश, बांस, कनियारी और चंदन के पेड़ों की लकड़ियों का इस्तेमाल किया जाता है। सजाई गई लकड़ियों के बीच मंदिर का पुजारी केले का पौधे को रोपकर गुप्त पूजा करता है। यह केले का पौधा राजकुमारी का प्रतीक होता है।

फलंगा धोनी रस्म

होलिका दहन से आठ दिन पहले ताड़ पत्तों को दंतेश्वरी तालाब (मेनका डोबरा ) में धोकर भैरव मंदिर में रखा जाता है। इस रस्म को ताड़ फलंगा धोनी कहा जाता है। पास के ग्राम चितालंका के पांच पांडव परिवार के सदस्य ही होलिका दहन करते हैं। दंतेश्वरी मन्दिर में सिंहद्वार के पास इन पांडव परिवार के कुल देवी के नाम पर पांच पांडव मन्दिर भी है।

किंग खान यानी शाहरुख खान भारत के सबसे लोकप्रिय स्टार्स हैं। देशभर में बादशाह के नाम से जाने वाले शाहरुख के दुनिया भर में फैंस हैं। रोजाना काफी संख्या में फैंस बॉलीवुड के किंग खान का दीदार करने उनके बंगले मन्नत (Mannat) पहुंचते हैं। मुंबई के बांद्रा में स्थित मन्नत के बाहर फैंस का जमावड़ा लगा रहता है। इस बंगले में शाहरुख खान काफी दिनों से रह रहे हैं। करोड़ों की कीमत वाले इस बंगले का टूर हम आपको दे रहे हैं।

शाहरुख खान का घर मन्नत लगभग 27,000 स्क्वायर फुट में बना है। इसका नाम विला विएना हुआ करता था। इसके मालिक नरीमन दुबाश थे। शाहरुख का दिल मन्नत पर तब आया था, जब उन्होंने अपनी फिल्म येस बॉस की शूटिंग इस बंगले के सामने की थी। आखिरकार उन्होंने बंगले के मालिक से मिलने का फैसला किया और उनसे घर खरीदने की बात की।

इस बंगले का नाम जन्नत रखा था

You know the value of Shahrukh's vow

किंग खान ने इस बंगले को बाई खोरशेद भानु संजना ट्रस्ट से साल 2001 में खरीदा था। रिपोर्ट्स के अनुसार तब शाहरुख खान ने इस बंगले को खरीदने के लिए लगभग 13.32 करोड़ रुपये दिए थे। इसके बाद उन्होंने इस बंगले का नाम जन्नत रखा था। साल 2005 में उन्होंने अपने करियर में सफलता मिलने के बाद इस नाम को बदलकर मन्नत रखा था।

वर्ष 2022 में सलमान खान ने बताया था कि शाहरुख का आलीशान घर मन्नत पहले उन्हें ऑफर हुआ था लेकिन अपने पिता सलीम खान के कहने पर उन्होंने इस ऑफर को ठुकरा दिया था। एक इंटरव्यू में सलमान खान से पूछा गया था कि शाहरुख की वो कौन-सी एक चीज है, जो वे चाहते हैं उनकी होती।

शाहरुख से पहले सलमान को मिला था मन्नत का ऑफर

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इसके जवाब में सलमान ने कहा था कि उनका बंगला, लेकिन मन्नत का ऑफर मेरे पास पहले आया था। जब मैंने अपना करियर बस शुरू ही किया था। मेरे डैड ने तब कहा था इतने बड़े बंगले में अकेले करोगे क्या। मैं शाहरुख से पूछना चाहता हूं कि इतने बड़े बंगले में अकेले क्या करता है तू।

विंटेज और मॉडर्न स्टाइल के इंटीरियर का परफेक्ट मिक्स है मन्नत में

You know the value of Shahrukh's vow

मन्नत असल में साल 1920 के समय में बना ग्रेड 3 हैरिटेज विला है। इसे मॉडर्न इटालियन आर्किटेक्चर और नियो क्लासिकल एलिमेंट्स के साथ बनाया गया है। इसमें विंटेज और मॉडर्न स्टाइल के इंटीरियर का परफेक्ट मिक्स है। छह मंजिलों वाले इस बंगले में 05 कमरे, जिम, स्विमिंग पूल, लाइब्रेरी और प्राइवेट मूवी थिएटर भी है।

इंटीरियर को शाहरुख की पत्नी गौरी खान ने किया था डिजाइन 

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शाहरुख के मन्नत बंगले को खरीदने के बाद इसके इंटीरियर को उनकी पत्नी गौरी खान ने कैफ फाकी नाम के आर्किटेक्ट और डिजाइनर के साथ मिलकर डिजाइन किया था। इस बंगले में छह मंजिलें हैं। इसके इंटीरियर को पूरा करने में एक दशक का समय लगा था. परिवार की प्राइवसी के लिए गौरी ने मन्नत के टेरेस को खास अंदाज में डिजाइन किया था। यहीं शाहरुख खान को अपने फैंस से मिलने के लिए खड़े होते हैं।

कई बेमिसाल पेंटिंग्स है इस बंगले के अंदर 

Shahrukh and Gauri Khan

मन्नत आलीशान बंगला है ये तो सब जानते हैं लेकिन जो आप नहीं जानते वो ये है कि इस बंगले के अंदर कई बेमिसाल पेंटिंग्स हैं। मार्बल के बने लाइफ साइज राधा कृष्णा हैं। पेरिस से खरीदे गए चार फुट ऊंचे गुलदस्ते हैं और एक जेड पत्थर के बने गणपति की मूर्ति है।

मन्नत में ही शाहरुख खान का ऑफिस भी है। यहां शाहरुख जरूरी मीटिंग्स भी करते हैं। इस ऑफिस में डार्क कैबिनेट, आर्ट पीस और फैमिली फोटोज हैं। इसके साथ ही बंगले में एक अवॉर्ड रूम भी है, जिसमें शाहरुख खान को मिले सभी अवॉर्ड्स रखे हुए हैं। साल 2016 में आर्किटेक्ट राजीव पारेख ने मन्नत को रेनोवेट किया था। आज मन्नत की कीमत 200 करोड़ रुपये है। वहीं, मन्नत के बाहर लगी नेमप्लेट डायमंड से बनाई गई है। इसकी कीमत लगभग 25 लाख रुपये है। मन्नत के अलावा शाहरुख खान के पास दिल्ली और लंदन में भी आलीशान घर हैं।

If your girlfriend is angry then never say these five things..

पिछले दिनों एक खबर काफी चर्चा में रही। वो थी महाराष्ट्र की एक महिला के विषय में जिसकी उसके लिए इन पार्टनर ने बड़ी ही बेरहमी से हत्या कर दी और पुलिस द्वारा दावा किया जा रहा था कि हत्या के बाद उसने लाश के 35 टुकड़े किए। लेकिन इससे कहीं अधिक चर्चा हो रही है उनके रिश्ते को लेकर लोगों का कहना है कि जब श्रद्धा उस रिश्ते में खुश नहीं थी तो उसने उस रिश्ते से बाहर निकलने के बारे में क्यों नहीं सोचा? कुछ लोगों का कहना है कि श्रद्धा एक टॉक्सिक रिलेशनशिप (Toxic Relationship) में थी जिससे बाहर निकलना हर इनसान के बस में नहीं होता।।

सबसे पहले जानने वाली बात यह है कि यह टॉक्सिक रिलेशनशिप है क्या? अक्सर कहा जाता है, जब कोई भी इंसान किसी इंसान के प्रेम में पड़ा होता है, तो वह सब कुछ सहन करने के लिए तैयार होता है। आप लोगों ने अक्सर सुना होगा कि यह इश्क नहीं आसान एक आग का दरिया है और और डूब के जाना है। श्रद्धा का केस इसका ठोस सबूत हैं।

Sometimes even a small difference between husband and wife is important

अगर टॉक्सिक रिलेशनशिप की बात की जाए तो ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी के अनुसार यह एक दर्दनाक और हानिकारक रिश्ते के रूप में जाना जाता है। यह एक नकारात्मक रिश्ते के रूप में प्रचलित है। इसके तहत एक साथ दूसरे साथी पर नियंत्रण पाने के लिए अनैतिक और गलत बर्ताव भी करता है। टॉक्सिक रिलेशनशिप के बारे में जानने के बाद अब हम अब बात करते है कि इसे कैसे पहचाना जाए कि कोई इंसान टॉक्सिक रिलेशनशिप में है, या टॉक्सिक रिलेशनशिप के क्या लक्षण हो सकते हैं:
तो आइए जानते हैं इसके लक्षण के बारे में:

1 कभी-कभी बहुत अधिक प्यार की बौछार करना।
2. अपने साथी के साथ गलत व्यवहार करना।
3. हद से ज्यादा ईर्ष्या करना।
4. अपना गुस्सा सम्मान को तोड़फोड़ कर निकालना।
5. हर परिस्थिति के लिए पार्टनर को जिम्मेदार ठहराना ।
6. पार्टनर के कामयाब होने पर बुरा भला कहना।
7. अपने पार्टनर को मानसिक रूप से बीमार ठहराना।
8. रिश्ते को लेकर नकारात्मक विचार आना।

टॉक्सिक रिलेशनशिप से अक्सर बाहर निकलना बहुत मुश्किल होता है लेकिन ऐसा क्यों है चलिए जानते हैं कितना मुश्किल है ऐसे रिश्ते से बाहर निकलना पाना।

दरअसल, टॉक्सिक रिलेशनशिप में पूरे समय पार्टनर के बुरे बर्ताव का सामना नहीं करना होता, क्योंकि बीच-बीच में कुछ अच्छे पल भी होते हैं, कुछ रोमांटिक पलों के कारण, भावनात्मक पलों के कारण हमें और हमारे दिमाग को इस रिलेशनशिप की आदत लग जाती हैं।

टॉक्सिक रिलेशनशिप भी बिल्कुल जुआ खेलने जैसा होता है, कि भले ही 5 बार हार गए हो लेकिन एक बार जीत होने पर वहां बने रहने की उम्मीद पैदा हो जाती हैं। इसका एक कारण यह भी होता है कि लोगों में आत्म सम्मान की कमी का होना। इस वजह से वह यह नहीं समझ पाते कि इस तरह का बुरा बर्ताव उनके साथ नहीं होना चाहिए ।

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“अकेलेपन का डर” अकेलेपन का डर भी हमें इस तरह के रिलेशनशिप से बाहर निकलने नहीं देता। काफी लोग टूटने और अकेले रहने के बदले इस बुरे रिश्ते को अपनी जिंदगी मान लेते हैं ।

चलिए अब हम यह जानते हैं कि इस से बाहर कैसे निकला जाए:

1. इसके लिए आप को मजबूत बनना होगा।
2. धीरे-धीरे अपने आपको तैयार करना होगा।
3. सच को स्वीकार करना होगा क्योंकि यह सब कुछ रातो रात नहीं होगा।
4. अपने अपनों के साथ बातें साझा करें।
5. अपने दोस्तों के साथ वक्त बिताएं।
6.अगर फिर भी आप असहाय महसूस करते हैं तो कुछ संगठन आपकी इसमें मदद कर सकते हैं ।
7. अपने आत्मसम्मान को पहचाने ।
8.अपने आप को आर्थिक रूप से मजबूत करने की कोशिश करें ।
9.योग व ध्यान को अपने दैनिक रूटीन में शामिल करें ।
10.जिंदगी व इसकी खूबसूरती के प्रति सकारात्मक नजरिया रखें।

आयुर्वेद में वात, पित्त और कफ बॉडी बिल्डिंग ब्लॉक्स माने जाते हैं। इन्हीं पर पूरा बॉडी निर्भर करता है। अगर ये तीनों ब्लॉक्स हमारी बॉडी में सही प्रोपोर्शन में रहते हैं तो इन्सान स्वस्थ्य रहता है। वहीं, दूसरी तरफ अगर ये तीनों दोष के तौर पर शरीर को परिवर्तित करने लगते हैं तो वे उम्र घटाने का भी काम करते हैं। अगर आप लंबी (long life) उम्र और हेल्दी लाइफ चाहते हैं तो अपने लाइफस्टाइल में ये प्रभावशाली बदलाव करने होंगे।

यहां हम जानने का प्रयास करेंगे कि वो कौन सी ऐसी चीजें हैं जिससे आप लंबी उम्र जी सकते हैं।

प्रकृति और बॉडी क्लॉक को समझना आवश्यक

स्वस्थ और हेल्दी रहने के लिए शरीर की क्लॉक को नेचर की क्लॉक से मैच करके चलें। इसका मतलब कि इस बात को समझें कि दिन है तो आप हेल्दी और हैवी मील लें। क्योंकि की इस दौरान पाचन शक्ति बढ़ जाती है। मगर शाम ढलते ही हल्का खाना खाएं। रात के वक्त पाचन तंत्र धीमा हो जाता है। रात को जल्द सो जाएं। दरअसल, रात में मेलाटैनिन हार्मोन रिलीज होता है और आप स्लीपिंग डिसआर्डर से बच सकते हैं। इस बारे में हमारी एक्सपर्ट टोनऑप से डॉ रूचि सोनी बता रही है कि लंबी उम्र के लिए किस तरह करें आयुर्वेद का पालन।

जानें आयुर्वेद के वे सीक्रेट जो आपकी उम्र में कर सकते हैं इजाफा

आहार ही आधार है

डॉक्टर बताते हैं कि अक्सर फ्राइड और जंक फूड खाने से शरीर में कई तरह की समस्याएं पैदा होने लगती है। इससे बचने के लिए मौसमी फलों और सब्जियों का सेवन करनें। इनसे हमें उच्च मात्रा में फाइबर, जिंक, विटामिन्स और मिनरल्स की प्राप्ति होती है। इससे शरीर स्वस्थ रहता है और हम बीमारियों से भी दूर हो जाते हैं।

खाना खाने के दौरान कोल ड्रिंक्स पीने से परहेज करें। इससे मेटाबाल्ज्मि कमज़ोर होता है। डाइजेशन को सुधारने के लिए रूम टेम्परेचर में जूस और पानी पिएं। इससे शरीर को चमत्कारी लाभ मिलता है।

पौष्टिक आहार को डाइट का हिस्सा बनाएं। इससे शरीर में रस धातु का संचार हेता है, जो हमारे इम्यून सिस्टम को मज़बूत बनाने का काम करता है। इसके अलावा खाने का धीरे-धीरे पूरी तरह से चबाकर खाएं, ताकि वो आसानी से डाइजेस्ट हो पाए।

डॉक्टर्स के मुताबिक फास्टिंग हेल्दी रहने की एक सुप्रीम रेमेडी है, जो हमारी गट हेल्थ को मज़बूत करने में मदद करती है।

सोने और जागने का समय

Your sleeping position reveals your personality

ये कहना बिल्कुल भी गलत नहीं होगा कि अच्छी आदतें ही किसी इंसान को स्वस्थ, अमीर और बुद्धिमान बना सकती है। देर रात तक जागना और सुबह देर से उठना शरीर को कमज़ोर बनाता है। खुद को फिट रखने के लिए सुबह 4 बजे उठना और रात 10 बजे तक बिस्तर पर जाना बेहद ज़रूरी है। अगर आप दिनभर बंद कमरे या ऑफिस में अपना वक्त बिताते हैं, तो सुबह उठने के बाद मार्निंग वॉक या योग को अपने रूटीन में ज़रूर शामिल करें। इससे आपके शरीर में एनर्जी लेवल बढ़ता है। साथ ही खुली हवा में सांस लेने में रेसपिरेटरी संबधी परेशानियां अपने आप दूर होने लगती हैं।

आयुर्वेद के हिसाब से हमें सुबह सुर्योदय से दो घंटे पहले यानी 04 बजे तक उठना अनिवार्य है। इस समय में शरीर के सभी हार्मोंस एक्टिव होने लगते हैं। इस समय में उठने से शरीर में भारीपन और सुस्ती का एहसास होता है। ऐसे में योग और मेडिटेशन के ज़रिए शरीर को एक्टिवेट किया जा सकता है।

ज्यादा खाना यानी उम्र कम

फास्टिंग हेल्दी रहने की एक सुप्रीम रेमेडी है, जो हमारी गट हेल्थ को मज़बूत करने में मदद करती है। इसके अलावा दैनिक आहार में अत्यधिक खाने से बचें। इससे आप स्वस्थ और लंबा जीवन व्यतीत कर सकते हैं। सेंट लुइस विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं की ओर से 2008 में एक रिसर्च किया गया था। इसके हिसाब से यदि आप अपनी भूख का 80 प्रतिशत खाना खा लेते है, तो इसका अर्थ है कि आपकी उम्र अब कम हो रही है।

अलाव इसके कैलोरी को घटाने से T3 नामक थायराइड हार्मोन के उत्पादन को कम करने में मदद मिलती है। यह आपके मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है और एजिंग प्रोसेस को कम करता है।

तेल मालिश है बहुत खास

डॉक्टर बताते हैं कि शरीर को संतुलित करने में मसाज एक अहम रोल अदा करती है। सुबह स्नान करने से पहले कुछ मिनटों की तेल मालिश से शरीर के सभी दोष शांत होने लगते है। इससे स्टेमिना बढ़ने लगता है, स्किन में निखार आता है और रातभर में शरीर के अंदर रिलीज़ होने वाले टॉक्सिंस बाहर आ जाते हैं। इतना ही नहीं, स्किन कई तरह के बैक्टिरियल इंफेक्शन से भी दूर रहती है। अगर आप नियमित मसाज करते हैं तो किसी तरह का इंफेक्शन आसानी से नहीं ह सकता।

जीभ का भी रखें ख्याल

आयुर्वेद के हिसाब से बहुत सी बीमारियों का अंदाजा आपकी जीभ को देखकर लगाया जा सकता है। आमतौर पर जीवा हल्की गुलाबी नज़र आती है। कई बार बिना पचा हुआ खाना और क्लाग्ड आर्गन्स आपकी जीभ पर सफेद परत बना लेते हैं। इससे शरीर में टॉक्सिन जमा होने लगते हैं। ऐसे में रोज़ाना ब्रश करने के अलावा टंग क्लीनिंग का भी ख्याल रखें।

Foreplay

शादी दो आत्माओं का मिलन होता है। शादी में सिर्फ प्यार और लगाव ही नहीं होता बल्कि इसमें इंटिमेसी भी काफी जरूरी होती है। शादी में सब कुछ अच्छा चलने के लिए प्यार और लगाव के साथ Physical Relation का होना भी काफी अहम माना जाता है। एक हेल्दी रिलेशन के लिए यह काफी महत्वपूर्ण होता है। ऐसे में बहुत से कपल्स बीच शादी के इंटिमेसी या तो बेहद कम होती है या ना के बराबर होती है।

अगर आप भी ऐसे कपल हैं जिनकी फिजिकल लाइफ बिल्कुल ठीक नहीं है तो हम आपको इसके नुकसान के बारे में बताने जा रहे हैं। आपको बता रहे हैं कि किस प्रकार इंटिमेट ना होना आपकी सेहत को भारी नुकसान का सबब बन सकता है।

आइये समझें-

कम होने लगती है रोग प्रतिरोधक क्षमता-

जिस कपल्स के बीच इंटीमेसी नहीं होती है उनकी रोगों से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है। जिसके कारण आपको छोटी-छोटी समस्याएं बीमार कर सकती है।

घबराहट की शिकायत-

लंबे वक्त फिजिकल रेलेशन ना बनाने से कपल्स को घबराहत का शिकार होना लाजमी है। वहीं, जो लोग नियमित रूप से फिजिकल रिलेशन बनाते हैं उन्हें इस समस्या का सामाना नहीं करना पड़ता।

लूब्रिकेशन में कमी-

लंबे समय तक कोई फिजिकल रिलेशन ना बनाने से महिलाओं को वजाइना में ड्राइनेस की समस्या हो सकती है। वहीं, अधिक उम्र की महिलाएं अगर फिजिकल रिलेशन नहीं बनाती हैं तो लूब्रिकेशन की कमी की वजह से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

पीरियड्स में दिक्कत-

फिजिकल रिलेशन से महिलाओं को पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द में कमी आती है। वहीं, जो महिलाएं लंबे समय तक फिजिकल रिलेशन नहीं बनाती उन्हें पीरियड्स के दौरान ज्यादा दर्द सहना पड़ता है।

Sexual intimacy helps in recovering from loneliness and depression

हर इंसान किसी ना किसी के साथ क्लोज संबंध चाहता है। घनिष्टता (Closeness) या अंतरंगता (Sexual Intimacy) आम तौर पर लोगों के बीच निकटता को दिखाती है। यह संबंध व्यक्तिगत होते हैं। समय के साथ आप दूसरों से जब ज्यादा कनेक्ट होने लगती हैं तो एक दूसरे के प्रति अधिक गहरी भावना महसूस कर सकती हैं। एक-दूसरे के साथ अधिक सहज फील कर सकती हैं। यह अहम नहीं है कि यह लगाव महज भावनात्मक स्तर पर हो। यह फिजिकल स्तर पर भी हो सकता है। अंतरंगता या घनिष्टता आपके कम्पलीट हेल्थ पर पॉजिटिव रूप से असर डाल सकता है।

किसी के साथ इंटीमेट होने से पहले कुछ बातों को जानना है जरूरी

अपने विचारों और भावनाओं को किसी ऐसे व्यक्ति के साथ शेयर करें जिनसे आप प्यार करती हैं। उनके प्रति आपके मन में सम्मान का भाव है। अगर आप सेक्स के स्तर पर किसी के साथ इंटिमेट होने जा रही हैं तो उनके बारे में हर तरह की जानकारी मालूम कर लें। उनकी आदतों, व्यवहार, सेक्सुअली ट्रांस्मिटेड डिजीज के प्रति भी जागरूक रहें। ध्यान रहे कि जल्दबाजी नहीं होनी चाहिए। समय के साथ ही किसी व्यक्ति के साथ अंतरंगता निर्मित होती है। यदि अन्तरंग होने के बाद आपको उनके बारे में किसी तरह की बुरी जानकारी मिलती है। तो सिवा पछताने के आपके हाथ में कुछ नहीं रहेगा। अगर अन्तरंग होने वाले साथी से दुर्व्यवहार या हिंसा हो जाती है, तो इससे आपको संकेत मिल गया। आपका रिश्ता संकट में है।

यहां है अन्तरंग से मिलने वाले लाभ

मानसिक स्वास्थ्य को लाभ-

Sexual intimacy helps in recovering from loneliness and depression

अन्तरंगता आपके मानसिक स्वास्थ्य को लाभ पहुंचा सकती है। हार्मोन लेवल पर इसका पॉजिटिव प्रभाव पड़ता है। विशेष रूप से ऑक्सीटोसिन पर। इससे आपका तनाव दूर होगा। इंटिमेसी के दौरान अगर कोई आपका स्पर्श करता है, तो खुशी के हार्मोन डोपामाइन का सीक्रेशन अधिक होता है।

शारीरिक स्तर पर भावनात्मक लगाव का प्रभाव

फिजिकल हेल्थ जर्नल में प्रकाशित शोध आलेख बताते हैं, अगर आपकी सर्जरी हुई है। सर्जरी के बाद आपके पास भावनात्मक लगाव रखने वाला व्यक्ति बैठता है, तो तनाव के स्तर में सुधार होता है। बेहतर उपचार और स्वस्थ व्यवहार से घाव जल्दी भरते हैं। इससे उम्र पर भी प्रभाव पड़ता है। अन्तरंगता से आपकी उम्र भी लंबी हो सकती है। भावनात्मक लगाव शारीरिक स्तर पर प्रभावित कर सकता है। ऑक्सीटोसिन हॉर्मोन लेवल बढ़ता है। इससे ब्लड सर्कुलेशन सही होता है। ब्लड प्रेशर घटता है। हार्ट हेल्थ सुदृढ़ होता है।

अकेलेपन उबर सकते हैं

जर्नल ऑफ़ सोशल एंड पर्सनल रिलेशनशिप में प्रकाशित शोध आलेख के मुताबिक अगर आप अकेली रह रही हैं, तो अन्तरंगता यहां आपका अकेलापन दूर कर सकता है। यह अकेलेपन का मुकाबला कर सकती है। कुछ अध्ययन बताते हैं कि व्यक्ति समाज से कट कर अकेले जीने लगते हैं।

अकेलापन के कारण मृत्यु दर में बढ़ोत्तरी हुई है। सामाजिक अलगाव के पीछे निश्चित रूप से अंतरंगता की कमी जिम्मेदार है। अकेलापन हमारी सोच, नींद नहीं आने का कारण बनता है। यह मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकता है। वहीं यदि आप किसी व्यक्ति के साथ अन्तरंग हैं, तो यह सामाजिक अलगाव और अकेलेपन की भावनाओं को कम करने में मदद कर सकता है।

सेक्सुअल इंटिमेसी घटाता है Depression

द इंटिमेट जर्नल के रिसर्च के मुताबिक अगर आप सेक्स लेवल पर किसी के साथ इंटिमेट हैं, तो मस्तिष्क डोपामाइन, सेरोटिनिन और ऑक्सीटोसिन हॉर्मोन सीक्रेट करता है। ये सभी न्यूरोट्रस्मीटर हैं, जो खुशी और रिलैक्स होने की भावनाओं को बढ़ावा देते हैं। दूसरी ओर स्ट्रेस हार्मोन के लेवल में भी कमी आती है। रसायनों का यह प्राकॉतिक प्रवाह अस्थायी रूप से अपसाद की भावनाओं में सुधार कर सकता है।

'Parents shouldn't have a problem if kids are having sex sensibly'

नई दिल्ली: कंगना रनौत का एक स्टेटमेंट फिर से सुर्खियों में है। साल 2019 में उन्होंने कहा था कि अगर बच्चे समझदारी से फिजिकल रिलेशन बनाएं तो दिक्कत नहीं होनी चाहिए। कंगना ने बताया कि जब उनके पेरेंट्स को मालूम हुआ कि वह सेक्सुअली एक्टिव हैं तो क्या रिएक्शन था। एक इवेंट के समय वह एक शादी के महत्व पर बात कर रही थीं। कंगना ने बहु विवाह पर भड़ास निकाली तो उनका यह बयान फिर से नजरों पर चढ़ गया।

‘बच्चे समझदारी से सेक्स करें तो हर्ज नहीं’

कंगना रनौत ने करीब 03 साल पहले दिल्ली में निजी चैनल के एक प्रोग्राम में सेक्स पर खुलकर बात की थी। उन्होंने कहा था कि जब उनके पेरेंट्स को पता चला कि कंगना सेक्शुअली एक्टिव हैं तो वे दंग रह गए थे। कंगना बोली थीं, मुझे लगता है कि बच्चों के सेक्शुअल पार्टनर्स हों और बच्चे समझदारी से सेक्स कर रहे हों तो पेरेंट्स को दिक्कत नहीं होनी चाहिए। उन्हें प्रोटेक्शन यूज करना चाहिए और मोनोगैमी (एक पार्टनर से संबंध) बहुत जरूरी है। बार-बार पार्टनर बदलना अच्छा नहीं है। इससे आपके सिस्टम पर असर पड़ सकता है।

कंगना के घर की कहानी, उनकी ही जुबानी

कंगना ने आगे कहा था मुझे लगता है जब बच्चा जवान में जाए तो उन्हें अपने आप ही पता होना चाहिए। जैसे मेरे पेरेंट्स को पता चला कि मैं सेक्शुअली ऐक्टिव हूं तो वे दंग रह गए। तो उन्हें क्या उम्मीद थी? मेरी मां जब 19 साल की थीं तब उनकी शादी हो गई, तब मेरे पापा की उम्र महज 21 की थी। तो मुझे नहीं पता कि उनको क्या उम्मीद थी पर पेरेंट्स को थोड़ा सब्र करना चाहिए और बच्चों को सुरक्षित सेक्स के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।

जीवन का जरूरी हिस्सा है सेक्स

सेक्स और इसकी इम्पॉर्टेंस के बारे में कंगना ने कहा था कि सेक्स हर किसी की जिंदगी का अहम हिस्सा है। जब आपको लगे सेक्स करना है तो जरूर करें। इसके लिए पागल मत हो जाइए। एक समय था जब बचपन में भी बताया जाता था कि ये आपका पति है और आपके इमोशंस उसी इंसान के लिए होते थे। लेकिन आज की जनरेशन में हम सबकी ज्यादातर 30 के बाद शादी होती है। तो जो असल उम्र होती है, आपको हॉर्मोन्स सिर चढ़कर बोलते हैं वो 20 के आसपास की होती है। वह समय बहुत मुश्किल होता है लेकिन उस वक्त लड़का-लड़की शादी नहीं करना चाहते।

There are some special New Year celebration destinations around Delhi

ये बात हम सब जानते हैं कि 31 दिसंबर की रात (New Year) हर किसी के लिए कितना खास होता है। रात 12 बजते ही लोग आने वाले साल का आगाज करते हैं। इस पल के लिए हर कोई अपने और अपनों के साथ खास प्लान बनाता है। जहां कुछ लोग घर में रह कर पार्टी करते हैं वहीं कुछ लोग इस दौरान बाहर जाने के बारे में सोचते हैं। अगर आप दिल्ली में हैं और नए साल का जश्न कुछ बेहतरीन तरीके से मनाना चाहते हैं तो आप दिल्ली के आसपास मौजूद जगहों पर जाने का प्लान कर सकते हैं। देखें उन स्पेशल जगहों के बारे में-

डलहौजी में एंजॉय

2023 का स्वागत करने के लिए एक शांत जगह की तलाश कर रहे हैं तो डलहौजी से बेहतर कोई जगह नहीं है। यह हिल स्टेशन जंगली जानवरों, पक्षियों और खूबसूरत वनस्पतियों के लिए स्वर्ग है। डलहौजी 5 अलग-अलग पहाड़ियों में फैला हुआ है और यात्रियों के लिए यहां बहुत सारे पर्यटन स्थल हैं।

ऋषिकेश है लाजवाब

वीकेंड के लिए ऋषिकेश परफेक्ट डेस्टिनेशन है। परिवार के साथ न्यू ईयर सेलिब्रेट करने के लिए ये अच्छी जगह है, जहां पर आप क प्रीमियम होटल्स का लुत्फ उठा सकते हैं। इस जगह पर पहुंचने के लिए दिल्ली से पांच घंटे की छोटी ड्राइव है।

नीमराना है काफी लोकप्रिय

नीमराना राजस्थान के अलवर जिले में स्थित एक बेहतरीन प्लेस है। नीमराना फोर्ट पैलेस के आने के साथ लोकप्रियता हासिल की, जो कि नए साल के लिए दिल्लीवालों के लिए एक शानदार जगह है। फैमिली और फ्रेंड्स के साथ इस जगह पर आप अच्छा एंजॉय कर सकते हैं।

देहरादून की बात ही अलग है

देहरादून भी दिल्ली के काफी करीब है और इसलिए यह नए साल के दौरान दिल्ली के पास घूमने के लिए शानदार जगहों में शुमार है। यह लोकप्रिय हिल स्टेशनों में से एक है, जहां पार्टी करने के लिए आपको बहुत सारी जगह मिल जाएंगी। देहरादून में बहुत सारे शानदार पर्यटन स्थल हैं, जहां न्यू ईयर सेलिब्रेट कर सकते हैं।