लिट्टी चोखा (Litti Chokha) भले ही बिहार की खास डिश हो लेकिन यह पूरे देश में फेमस हो चुकी है। बिहार के खान-पान का जिक्र तो इनके बिना अधूरा है। बिहार में किसी भी जगह यह आसानी से उपलब्ध होती है। ठंड में लिट्टी चोखा का स्वाद अलग ही मजा देता है। आपने भी कभी ना कभी लिट्टी चोखा का जायका लिया होगा। जो भी एक बार इसे चख लेता है उसका मन इसका स्वाद दोबारा लेने का हो ही जाता है। घर में अगर कभी लिट्टी चोखा बनाने का ट्राई नहीं किया है तो हम इसकी आसान रेसिपी आपको बताने जा रहे हैं-
1 बैंगन, गोल वाला
2-3 आलू
2 टमाटर
2-3 कली लहसुन, बारीक कटी हुई
1 टुकड़ा अदरक, बारीक कटी हुई
1 प्याज, बारीक कटा हुआ
2 हरी मिर्च, बारीक कटी हुई
1 टीस्पून हरा धनिया
1 नींबू
1 टेबलस्पून तेल
नमक स्वादानुसार
लिट्टी चोखा रेसिपी बनाने की विधि-
सबसे पहले लिट्टी बनाएं-
आटे को छानकर बर्तन बॉउल में निकाल लें।
अब इसमें घी और हल्का नमक डालकर अच्छी तरह मिला लें. फिर आटे को गुनगुने पानी से नरम गूंथ लें।
गूंथे हुए आटे को ढककर आधे घंटे के लिए रख दें।
लिट्टी का मसाला बनाने के लिए-
सत्तू को एक बाउल में निकालें और उसमें अदरक, हरी मिर्च, धनिया, नींबू का रस, नमक, काला नमक, जीरा, सरसों का तेल और अचार का मसाला डालकर अच्छी तरह मिला लें।
अब इसमें हल्का सा पानी डालकर दरदरा मसाला बना लीजिए।
लिट्टी कैसे बनाएं:
चोखा कैसे बनाएं-
बैंगन, आलू और टमाटर को भूनकर छील लें।
अब एक बॉउल में डालकर इन्हें मैश कर लें और उसमें प्याज, मिर्च, धनिया पत्ता, नींबू, नमक और तेल डाल कर अच्छी तरह मिलाइए.
अब एक पैन में थोड़ा सा तेल गरम करें और उसमें लहसुन और अदरक को डालकर छौंक कर तैयार करें.
इस छौंक को चोखे में मिलाएं।
अब एक छोटे बाउल में चोखा निकालें और प्लेट में रखें।
गरमागरम लिट्टी को बीच से तोड़कर घी में डुबोकर प्लेट में रखें।
तैयार लिट्टी चोखा को गरमागरम परोसे, जिससे की पूरा जायका का आनंद लिया जा सके।
लंदन: ब्रिटेन में सबसे लंबे समय तक राज करने वाली महारानी Elizabeth II का 96 साल की उम्र में निधन हो गया है। बालमोराल कैसल में उन्होंने अंतिम सांस ली है। इस संबंध में राज परिवार ने ट्वीट पर पुष्टि की है। ट्वीट में कहा गया, महारानी का गुरुवार दोपहर बालमोराल में निधन हो गया। किंग एंड क्वीन एंड द क्वीन कंसोर्ट गुरुवार शाम बालमोराल में रहेंगे और शुक्रवार को कल लंदन लौंटेगे।
गुरुवार को ही शाम को बकिंघन पैलेस ने कहा थी कि महारानी एलिजाबेथ द्वितीय मेडिकल देखरेख में हैं, क्योंकि डॉक्टरों ने उनके चिंता जताई है। बता दें कि 97 बता 96 वर्षीय महारानी पिछले साल साल अक्टूबर से कई बार तबियत खराब होने के बाद उबरी थीं। लेकिन इस कारण उनके चलने और खड़े होने मे दिक्कतें आ गईं थी।
बुधवार को आराम करने की सलाह के बाद महारानी अपने सीनियर राजनैतिक सलाहकारों के साथ पूर्व नियोजित बैठक में शामिल नहीं हुईं. इससे पहले उन्होंने स्कॉटलैंड के पहाड़ों पर बने राजमहल बालमोराल में प्रधानमंत्री का पद छोड़ने वाले बोरिस जॉनसन से मुलाकात की थी और नई प्रधानमंत्री लिज ट्रस की नियुक्ति की थी।
प्रिंस चार्ल्स और विलियम फिलहाल बालमोराल, केसिंगटन पैलेस में हैं। बकिंगघम पैसेल ने एक विज्ञप्ति में कहा कि गुरुवार सुबह उनके स्वास्थ्य की जांच के बाद महारानी के डॉक्टर उनकी तबीयत को लेकर चिंतित हैं और उन्होंने सलाह दी है कि वो मेडिकल देख-रेख में रहें।
ब्रिटेन ने जून में भव्य आयोजनों के साथ राष्ट्र की सेवा के 70 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में महारानी की प्लेटिनम जयंती मनाई थी। वर्ष 2015 में, महारानी एलिजाबेथ अपनी परदादी महारानी विक्टोरिया को पीछे छोड़ते हुए सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाली ब्रिटिश सम्राट बनीं। इस साल वह दुनिया की दूसरी सबसे लंबे समय तक राज करने वाली सम्राट बनीं।
पर्दे पर स्टार्स अलग अलग किरदार निभाकर अपने एक्टिंग का जोर दिखाते हैं। एक्शन, कॉमेडी से लेकर नेगेटिव रोल तक वह इस संजीदगी से निभाते हैं कि दर्शकों के दिलों में एक खास जगह बन जाती है। इन्हीं में एक अहम किरदार है टीचर का। बॉलीवुड में कई स्टार्स ने टीचर के किरदार को भी बखूबी निभाया है। आज Teachers Day है। इस खास मौके पर आइये जानते हैं उन कलाकारों के बारे में जो पर्दे पर शिक्षक का किरदार निभाकर छा गए।
शाहरुख खान
वर्ष 2000 में आई फिल्म मोहब्बतें में शाहरुख खान ने म्यूजिक टीचर का किरदार अदा किया था। इस फिल्म में शाहरुख स्टूडेंट्स को म्यूजिक के साथ लव का पाठ भी पढ़ाते हैं।
आमिर खान
आमिर खान की साल 2007 में आई फिल्म ‘तारे जमीन पर’ काफी पसंद की गई। इस फिल्म में एक्टर आमिर खान ने टीचर का किरदार प्ले किया। फिल्म में आमिर के किरदार का नाम राम शंकर निकुम्भ था। वह एक ऐसे शिक्षक के रोल में नजर आए जो बच्चे की प्रतिभा को पहचानकर उसे निखारते हैं।
बोमन ईरानी
फिल्मों में शिक्षकों का किरदार निभाने वाले कलाकारों की बात हो तो बोमन ईरानी को नहीं भूला जा सकता है। अभिनेता बोमन ईरानी दो फिल्मों में टीचर का किरदार अदा कर चुके हैं। पहली बार संजय दत्त की सुपरहिट फिल्म ‘मुन्ना भाई एमबीबीएस’ में उन्होंने मेडिकल कॉलेज के डीन का किरदार निभाया था। इसके बाद वह आमिर खान की फिल्म ‘थ्री इडियट्स’ ( 2009) में वायरस के रोल में नजर आए। उनका यह किरदार यादगार बन गया।
शबाना आजमी
साल 2016 में आई फिल्म ‘चॉक एन डस्टर’ में शबाना आजमी ने मैथ्स की सीनियर टीचर विद्या सावंत का रोल प्ले किया है। उन्हें यह कहकर स्कूल से टर्मिनेट कर दिया जाता है कि उनका पढ़ाने का ढंग राना हो चुका है, जो आज के एजुकेशन सिस्टम में फिट नहीं बैठता। फिल्म में शबाना आजमी के संघर्ष को बखूबी दिखाया है। वह एक आदर्श शिक्षिका के किरदार में नजर आई हैं।
ऋतिक रोशन
वर्ष 2019 में आई फिल्म ‘सुपर 30’ पटना के गणितज्ञ आनंद कुमार पर आधारित है। इस फिल्म में ऋतिक रोशन ने आनंद कुमार का किरदार अदा किया है। साल 2019 में यह फिल्म रिलीज हुई। इसमें ये दिखाया गया है कि कैसे एक शिक्षक होनहार गरीब बच्चों को इंजीनियर बनाने के लिए हर तरह से मेहनत करता है।
क्या आपने कभी सोचा हैं कि आखिर लोग 100 वर्ष तक कैसे जिंदा रह लेते हैं या फिर उनका Lifestyle कैसा होता हैं और उनकी आदतों में क्या शामिल होता हैं अगर हां, तो आपके हर सवाल का जवाब हैं। अब यह एकदम सटीक कहना कि कोई लंबे समय तक कैसे जी सकता हैं थोड़ा मुश्किल होगा लेकिन जो लोग इतनी लंबी उम्र जिए हैं वे किस तरह की आदतें अपनाते आए हैं यह जाना जा सकता हैं। दुनिया की सबसे बुजुर्ग महिला 118 साल की लुसील रैंडन का लाइफटाइल भी इस सूची में शामिल हैं।
100 साल से अधिक जीने वाले में ये हैं आदतें
जापान की कने तनाका की मुत्यु के बाद फ्रेंच नन लुसीले रैंडन, जिन्हें सिस्टर एंड्रे (Sister Andre) भी कहा जाता हैं दुनिया की सबसे बुजुर्ग व्यक्ति का खिताब अपने नाम कर चुकी हैं। सिस्टर एंड्रे की उम्र 118 वर्ष हैं। उनका जन्म 11 फरवरी, 1904 में हुआ था और वह पहले व दूसरे विश्वयुद्ध को भी देख चुकी हैं। उनके स्टाफ के मुताबिक वह आज भी सुबह 07 बजे उठती हैं। साथ ही, वे चॉक्लेट खाना और रेड वाइन पीना पसंद करती हैं।
119 वर्ष की कने तनाका
जापान की कने तनाका (Kane Tanaka) का निधन इस साल अप्रेल, 2022 में हुआ था। वह 119 वर्ष की थीं और दुनिया की सबसे वृद्ध व्यक्ति रहीं। उनकी आदतों में कॉफी और ढेर सारा पानी पीना शामिल था। उन्हें चॉकलेट खाना पसंद था। साथ ही, वह चावल, मछली और सूप अपनी डाइट में खाती थीं। उनकी आदत थी कि वह हमेशा सुबह सवेरे 06 बजे उठ जाती थीं।
यह हैं लंबी उम्र के लिए कुछ खास आदतें:
1. पर्याप्त मात्रा में दिनभर पानी पीते रहना।
2. जंक फूड से दूरी बनाए रखना।
3. धुम्रपान को कहें ना।
4. जो लोग लंबी उम्र जीते हैं उनमें देखा गया हैं कि वे सुबह सवेरे उठते हैं।
ऐसी बहुत सी महिलाएं हैं जिन्हें ब्रा (BRA) पहनना घुटन का एहसास कराता है। ब्रा पहनने में महिलाओं का कहना है कि उन्हें काफी कसा हुआ लगता है। ब्रा को लेकर अलग-अलग हेल्थ एक्सपर्ट की अपनी अलग ही सोच होती है। वहीं, दूसरी तरफ कुछ का मानना है कि ब्रा पहनने से सेहत को कोई घाटा नहीं होता, जबकि कुछ का मानना है कि महिलाओं के लिए ब्रा पहनना काफी जरूरी होता है। ब्रा पहनना या ना पहनना वैसे तो हर महिला की अपनी पर्सनल च्वॉइस होती है पर आइये जानते हैं कि इस संबंध में हेल्थ एक्सपर्ट्स का क्या कहना है?
कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां ब्रेस्ट को लेकर
Bra के फायदों के बारे में जानने से पहले आपको अपने ब्रेस्ट के बारे में जानना काफी जरूरी होता है। ब्रेस्ट ग्लेंड्यूलर टिशू (ग्रंथि ऊतक) और फैट से बने होते हैं। न्यू जर्सी में प्लास्टिक सर्जरी में बोर्ड-सर्टिफाइड प्लास्टिक सर्जन, एमडी, एलेक्सिस पार्सल्स ने बताया कि ब्रेस्ट को फर्म रखने के लिए एक लिगामेंट होता है, जिसे कूपर लिगामेंट कहते हैं। ब्रेस्ट का शेप ग्लेंड्यूलर टिशू और फैट पर निर्भर करता है।
ब्रा पहनना या बिना ब्रा के रहना हर महिला की अपनी पर्सनल च्वॉइस है। अगर आप Bra नहीं पहनती हैं तो आपको इस बात से डरने की कोई जरूरत नहीं है कि इससे आप अपने ब्रेस्ट को नुकसान पहुंचा रही हैं या ब्रा ना पहनने से कुछ बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है लेकिन कुछ स्पेसिफिक टाइमिंग पर जब आप ब्रा नहीं पहनती तो इससे आपके ब्रेस्ट डैमेज हो सकते हैं। तो आइए जानते हैं ब्रा पहनने के कुछ फायदे-नुकसान-
गर्दन में हो सकता है Pain
बोर्ड-सर्टिफाइड प्लास्टिक सर्जन और न्यूयॉर्क सिटी में ब्रेस्ट रिकंस्ट्रक्शन स्पेशलिस्ट एम चेन के मुताबिक अगर आपका ब्रेस्ट साइज ज्यादा है तो ब्रा ना पहनने से आपको गर्दन में दर्द का सामना करना पड़ सकता है। ‘द जर्नल ऑफ ऑर्थोपेडिक्स’ में पब्लिश एक स्टडी में ब्रेस्ट का लार्ज कप साइज और कंधे या गर्दन में दर्द के बीच एक लिंक पाया गया। स्टडी में पाया गया कि ब्रेस्ट का साइज ज्यादा होने पर ट्रेपेज़ियस मांसपेशियों पर खिंचाव पड़ता है जिससे गर्दन के पीछे से कंधों तक दर्द का एहसास होता है। ऐसे में जरूरी है कि ब्रेस्ट को सपोर्ट देने के लिए और गर्दन के दर्द से बचने के लिए आप एक सही साइज की ब्रा पहनें।
आपका पॉश्चर हो सकता है ठीक
बहुत सी महिलाओं को ब्रा पहनना बिल्कुल भी पसंद नहीं होता क्योंकि उन्हें ब्रा पहनने पर काफी असहजता महसूस होती है। इसकी एक ही वजह, सही साइज और फेब्रिक की ब्रा ना पहनना हो सकता है। गलत ब्रा पहनने से आपके ब्रेस्ट में दर्द हो सकता है। ऐसी बहुत सी महिलाएं हैं जो गलत साइज की ब्रा पहनती हैं।
डॉ. पार्सल्स के मुताबिक गलत साइज की ब्रा पहनने से आपको असहज महसूस होने के साथ ही ब्रेस्ट में दर्द, हवा पास ना होना जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है साथ ही इससे आपके पॉश्चर पर भी काफी बुरा असर पड़ता है और ब्रेस्ट मसल्स में भी काफी दिक्कत होती है। डॉ. पार्सल्स ने कहा कि जब आप एक अच्छी फिटेड ब्रा पहनती हैं तो इससे आपको काफी हल्का महसूस होता है और पता भी नहीं चलता कि आपने कुछ पहना है।
ब्रेस्ट झुकने की संभावना रहती है ज्यादा
एक अच्छी ब्रा आपके ब्रेस्ट को सपोर्ट करती है और उन्हें झुकने या लटकने से बचाती है। एनल्स ऑफ प्लास्टिक सर्जरी में हुई एक स्टडी में सुझाव दिया गया है कि उम्र, हाई बीएमआई, प्रेग्नेंसी और स्मोकिंग के कारण भी ब्रेस्ट झुकने या लटकने लगते हैं।
ब्रेस्ट कैंसर- अमेरिकन कैंसर सोसाइटी के मुताबिक, इंटरनेट पर कई तरह की अफवाहों के चलते माना जाता है कि ब्रा पहनने से ब्रेस्ट कैंसर बढ़ता है। क्योंकि इससे लिंफ फ्लो में बाधा आती है। वैसे यह बिल्कुल भी सही नहीं है। वर्ष 2015 में हुई एक स्टडी के मुताबिक ब्रा पहनने से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा नहीं होता।
एक्सरसाइज के दौरान नहीं होना चाहिए Braless
आप अगर एक्सरसाइज करती हैं या रनिंग के लिए जाती हैं तो जरूरी है कि ब्रा जरूर पहनें। एक्सरसाइज और रनिंग करते समय ब्रा आपके ब्रेस्ट को प्रोटेक्ट करती है। वर्कआउट करते समय ब्रेस्ट के लिगामेंट्स खिंच जाते हैं और लंबे समय तक बिना ब्रा के एक्सरसाइज करने से ब्रेस्ट का शेप भी खराब हो जाता है। बिना ब्रा के इंटेंस वर्कआउट करते समय ब्रेस्ट के चारों ओर लिंगामेंट में स्ट्रेच आ जाते हैं जिससे ब्रेस्ट लटकने लगते हैं।
हरतालिका तीज का हिंदु धर्म में बहुत है। हिंदु पंचांग के मुताबिक हरतालिका तीज ( Hartalika Teej ) भाद्रपद के शुल्क की तृतीया तिथि को मनाई जाती है। इस बार हरतालिका तीज मंगलवार यानी 30 अगस्त को मनाई जाएगी। इस दिन महिलाएं पति की लंबी उम्र की कामना के लिए निर्जला व्रत रखती हैं और लड़कियां भी इस दिन अच्छे वर की प्राप्ति के लिए व्रत रखती हैं। ऐसी मान्यता है कि महिलाएं यदि इस दिन सच्चे मन से व्रत रखती हैं तो उन्हें सौभाग्य का प्राप्ति होती हैं। इस दिन भगवान और माता पार्वती की पूजा की जाती है। ऐसा कहा जाता है कि माता पार्वती ने भी भगवान शंकर को पाने के लिए यह व्रत किया था।
हरतालिका तीज का पौराणिक महत्व
दरअसल, हरतालिका तीज का पावन पर्व भगवान शिव और माता पार्वती के पुनर्मिलन के लिए मनाया जाता है। एक पौराणिक कथा के अनुसार माता पार्वती ने भगवान भोलेनाथ को पति के रूप में पाने के लिए कठोर तप किया था। हिमालय पर गंगा नदी के तट पर माता पार्वती ने भूखे-प्यासे रहकर तपस्या की। माता पार्वती की यह स्थिति देखकर उनके पिता हिमालय बेहद दुखी हुए। एक दिन महर्षि नारद भगवान विष्णु की ओर से पार्वती जी के लिए विवाह का प्रस्ताव लेकर आए लेकिन जब माता पार्वती को इस बात का पता चला तो, वे विलाप करने लगी। एक सखी के पूछने पर उन्होंने बताया कि वे भगवान शिव को पति के रूप में प्राप्त करने के लिए कठोर तप कर रही हैं।
पति की दीर्घायु के लिए हरतालिका तीज का व्रत रखती हैं महिलाएं
इसके बाद अपनी सखी की सलाह पर माता पार्वती वन में चली गई और भगवान शिव की आराधना में लीन हो गई। इस दौरान भाद्रपद में शुक्ल पक्ष की तृतीया के दिन हस्त नक्षत्र में माता पार्वती ने रेत से शिवलिंग का निर्माण किया और भोलेनाथ की आराधना में मग्न होकर रात्रि जागरण किया। माता पार्वती के कठोर तप को देखकर भगवान शिव ने उन्हें दर्शन दिए और पार्वती जी की इच्छानुसार उन्हें पत्नी के रूप में स्वीकार कर किया। तभी से अच्छे पति की कामना और पति की दीर्घायु के लिए कुंवारी कन्या और सौभाग्यवती स्त्रियां हरतालिका तीज का व्रत रखती हैं और भगवान शिव व माता पार्वती की पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद प्राप्त करती हैं।
हरतालिका तीज शुभ मुहूर्त
भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि सोमवार, 29 अगस्त को दोपहर 03 बजकर, 20 मिनट से शुरू होकर अगले दिन यानी मंगलवार, 30 अगस्त को दोपहर 03 बजकर 33 मिनट तक रहेगी। हरतालिका तीज के दिन सुबह 06 बजकर 05 मिनट से लेकर 8 बजकर 38 मिनट तक और शाम 06 बजकर, 33 मिनट से लेकर रात 08 बजकर 51 मिनट तक पूजा का शुभ मुहूर्त रहेगा।
"इतिहास लिखने के लिए कलम नहीं हौसलें की जरूरत होती है"
"जहां तक दिखाई दे वहां तक जाने की कोशिश जरूर करें, जब आप वहां पहुंच जाओगे आप इससे भी आगे देख पाओगे"।।
शरीर को हेल्दी और फिट रखने के लिए कई तरह के पोषक तत्वों से भरपूर आहार की रोजाना जरूरत होती है, इसमें भी प्रोटीन वाली चीजों का सेवन करना और भी जरूरी हो जाता है। प्रोटीन मांसपेशियों के निर्माण और विकास के साथ शरीर को बेहतर तरीके से कार्य करने में अंगों की मदद करते हैं
जिंदगी में हर इन्सान सुखी रहना चाहता है। चाहे वह धन, शक्ति या फिजिकल सुख हो। लोग इसमें सुख के लिए लिप्त होते हैं। कुछ लोग दुख से भी आनंद हासिल करते हैं, क्योंकि इससे उन्हें प्रसन्नता मिलती है।
नई दिल्ली: रक्षाबंधन के बाद अब Krishna Janmashtami के मुहूर्त को लेकर भी भ्रम की स्थिति बन गई थी। लेकिन इस पर्व की तारीख को लेकर बने संशय को दूर कर दिया गया है। इस बार श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का त्योहार 02 दिन मनेगा। मध्याह्न व्यापिनी अष्टमी होने की वजह से स्मार्त 19 अगस्त को व्रत रखेंगे। जबकि वैष्णव मतावलंबी 20 अगस्त को भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाएंगे।
जन्माष्टमी का पर्व भाद्रपद कृष्ण अष्टमी को मनाया जाता है। भगवान श्रीकृष्ण का जन्म द्वापर के अंत में भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि, दिन बुधवार को अर्द्धरात्रि को रोहिणी नक्षत्र वृष राशि के चंद्रमा में हुआ था। पौराणिक मान्यता के अनुसार श्रीकृष्ण को भगवान विष्णु के दशावतारों में से सर्व प्रमुख सोलह कलाओं से युक्त पूर्णावतार माना जाता है।
तिथि को लेकर आचार्यों का मत : आचार्य श्रीकृष्णानंद जी पौराणिक ‘शास्त्रीजी व ज्योतिषाचार्य पं. मुन्ना जी चौबे समेत अन्य विद्वतजनों का मत है कि इस बार यह पर्व दो दिन मनाना श्रेयस्कर होगा। क्योंकि भाद्र पद कृष्ण अष्टमी तिथि 18 अगस्त की अर्द्धरात्रि 12.14 बजे से शुरू होकर 19 अगस्त की मध्य रात्रि 1.06 बजे तक रहेगी, जबकि रोहिणी नक्षत्र 20 अगस्त की प्रात: 4:58 बजे से अगले दिन 21 को पूर्वाह्न 7:00 बजे तक रह रही है। मालूम हो कि उदय व्यापिनी रोहिणी के कारण श्री वैष्णव व साधु-संत 20 अगस्त को व्रत रखेंगे। जबकि तिथि आधारित अष्टमी को मानने वाले स्मार्त 19 को मनाएंगे।
व्रत का फल : आचार्यों के अनुसार व्रत रखने से पापों की निवृत्ति तथा सुखादि की वृद्धि होती है और अंत में बैकुंठ में स्थान प्राप्त होता है। जो इस व्रत को नहीं करते उनको पाप लगता है। पुत्र की इच्छा रखने वाली स्त्रियों को पुत्र, धन कामना वालों को धन की प्राप्ति होती है। यहां तक कि इस व्रत से कुछ भी पाना असंभव नहीं रहता।