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Category Archives: Relationship

Love in First Sight

आपको पहली ही नजर में सामने वाला कैसे अच्छा लगने लगता है? उसकी हर बातें, हरकतें, मुस्कुराहट सबकुछ ऐसा लगता है कि इसे मेरे लिए भगवान ने जमीं पर उतारा है। अगर आप किसी से पहली बार मिल रहे हैं और थोड़ी ही देर में आपको ये लगे कि हम बरसों से एकदूसरे को जानते हैं, मतलब आप दोनों के दिल की धड़कनें एक दूसरे के लिए धड़क रही हैं। हार्ट रेट सिंक्रोनाइज हो जाती है। हथेलियों पर हल्का-हल्का पसीना आने लगता है, जो कि एक सकारात्मक बायोलॉजिकल संदेश है, एक नए रिसर्च से इस पर खुलासा हुआ है।

पहली नजर में पार्टनर का मिलना

If someone music starts tuning of your heart at first sight

यह आपके दिमाग का केमिकल बैलेंस ही तो है जो पहली नजर में किसी को देखने या मिलने पर उसके साथ केमिस्ट्री बिठा लेता है। असल में हर किसी की ख्वाहिश होती है कि उसके दोस्त या पार्टनर में कुछ खास तरह की आदतें होनी चाहिए जो उससे मिलती हों, आमतौर पर ऐसा कम ही होता है क्योंकि अधिकतर लोग यानी पुरुष और महिला इस बात पर सफलता हासिल नहीं कर पाते, या फिर उनकी केमिस्ट्री धीरे-धीरे बिगड़ जाती है।

‘नेचर ह्यूमन बिहेवियर’ जर्नल में प्रकाशित

If someone music starts tuning of your heart at first sight

यह रिसर्च हाल ही में ‘नेचर ह्यूमन बिहेवियर’ जर्नल में प्रकाशित हुई है। इस रिसर्च को करने वाली प्रमुख वैज्ञानिक और नीदरलैंड्स स्थित लीडेन यूनिवर्सिटी की शोधकर्ता एलिस्का प्रोशाजकोवा ने कहा- ‘आप ऑनलाइन डेटिंग साइट पर किसी को मिस्टर/मिस परफेक्ट समझ कर सर्च करते हैं पर कई बार वो सफल नहीं हो पाते लेकिन जब आप किसी से असल जिंदगी में मिलते हैं और आपको पहली नजर में ही वो अच्छा लगने लगता है तो मानकर चलिए कि आपकी केमिस्ट्री सही जा रही है।

बस यही है, जो मेरा सबसे प्यारा दोस्त या पार्टनर बन सकता है

If someone music starts tuning of your heart at first sight

एलिस्का ने कहा कि यह सिर्फ बाहरी लुक पर निर्भर नहीं करता। इसके साथ-साथ सामने वाले का बिहेव और सोच भी मायने रखता है। आपके भीतर से एक आवाज आती है- बस यही है, जो मेरा सबसे प्यारा दोस्त या पार्टनर बन सकता है। क्योंकि उस समय आपकी और पहली बार मिलने वाले व्यक्ति की धड़कनें समान धुन में चल रही होती हैं। असल में यह एक मनोवैज्ञानिक प्रक्रिया है, जो कई तरह के बायोलॉजिकल प्रोसेस के बाद शुरू होता है।

142 हेट्रोसेक्सुअल लड़कों और लड़कियों पर स्टडी की

Study on Relationship

बायोलॉजिकल प्रोसेस जैसे देखना, छूना, मन के भीतर बातों का असर आदि। इन सबके पीछे हॉर्मोनल लेवल में बदलाव भी मायने रखता है। एलिस्का ने यह प्रक्रिया समझने के लिए 142 हेट्रोसेक्सुअल लड़कों और लड़कियों पर स्टडी की। इनकी उम्र 18 से 38 वर्ष के बीच थी। इन लोगों को एक खास केबिन में 04 मिनट के लिए ब्लाइंड डेट पर भेजा गया। इन केबिन्स के भीतर पार्टिसिपेंट्स को आई-ट्रैकिंग ग्लासेस, हार्ट रेट मॉनिटर्स, पसीना जांच ने वाली मशीनें लगाई गईं थी।

एकदूसरे के साथ ज्यादा वक्त बिताना चाहते थे !

Study on Relationship

कुछ पेयर्स एक दूसरे के प्रति ज्यादा खिंचाव महसूस कर रहे थे। उनकी डेट आगे बढ़ी। कुछ की डेट सफल नहीं हुई। 142 लोगों में से 17 फीसदी पेयर्स ने अगली डेट की मांग की। वो एकदूसरे के साथ ज्यादा वक्त बिताना चाहते थे। उनसे बातें करना चाहते थे, क्योंकि इन जोड़ों ने अपने सामने वाले अट्रैक्टिव पाया और उन्हें ज्यादा रेटिंग भी दी।

..तो वह दूसरे को काफी पसंद आता 

Study on Relationship

ब्लाइंड डेट के दौरान देखा गया कि इन 17 फीसदी पेयर्स के दिल की धड़कनें एकसाथ तेजी से बढ़ती थी, फिर एकसाथ नियंत्रित हो जाती थी। इनकी हथेलियों में पसीना अचानक बढ़ जाता था और अचानक से कम हो जाता था। ये पेयर्स एकदूसरे की आंखों में लगातार देखते रहते, मुस्कुराते, हंसते थे, प्यार से सिर टकराते थे या हाथ पकड़ते थे। यानी अगर जोड़े में से कोई एक किसी तरह की शारीरिक, व्यवहारिक हरकतें करता तो वह दूसरे को काफी पसंद आता था।

पति और पत्नी के रिश्ते

यूं तो शादी जिंदगी का वह पड़ाव हैं जहां दो जिंदगियां ही नहीं, दो परिवारों का मिलन होता है लेकिन कई लोग शादी के बाद भी अकेलापन महसूस करते हैं। कई अध्ययनों से यह साफ हुआ है कि 45 साल से अधिक उम्र के तीन विवाहित लोगों में से एक व्यक्ति अकेलेपन का शिकार होता है। एएआरपी राष्ट्रीय सर्वेक्षण के मुताबिक शादी में अकेलापन महसूस कराना इस बात का संकेत है कि रिश्ते में या आपके निजी जीवन में किसी ना किसी को परेशानी जरूर है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि इस अकेलेपन को कैसे दूर किया जाए?

शादी के बाद अगर आपको अकेलापन का एहसास होता है तो यकीन मानें ये टिप्स आपके लिए काफी उपयोगी हो सकती है-

संवाद करें अपने जीवन साथी के साथ-

पति-पत्नी के बीच संवाद जरूरी

हर रिश्ते में कम्युनिकेशन का होना अहम है यानी हर रिश्ते में यह जरूरी है पार्टनर से बात की जाए और जहां कोई भी दिक्कत है उसे जल्द से जल्द हल किया जाए। एक बात समझना जरूरी है कि आपकी तरह आपके पार्टनर भी फील कर रहे हों ये जरूरी तो है नहीं, अब ऐसे में उन्हें आपकी भावनाओं का पता तभी चलेगा जब आप उनसेप अकेला फील कर रहे हैं तो इसका मतलब ये हो गया कि रिश्ते में कोई प्रॉब्लम है। इस वक्त को अपने दोस्तों से मिलने जुलने में लगाएं और चाहें तो कोई क्रिएटिव एक्टिविटी में भी अपना मन लगाएं। खुद के पॉजिटिविटी और क्रिएटिवली इंगेज रखने की हर संभव कोशिश करें।

जानें रिश्ते में बदलाव का कारण

रिश्ते में बदलाव की वजह

अगर आपके रिश्ते में अचानक आए किसी बदलाव से आप दोनों के बीच दूरियां आ सकती है और उसी की वजह से आप अकेला महसूस कर सकती हैं। आप ये समझने में असमर्थ हैं कि क्या बदलाव आया है या कहां एडजस्ट नहीं हो पा रहा है। ऐसी परिस्थिति में मैरिज काउंसलर से बात करें या कोई प्रोफेशनल हेल्प लें। इससे आपको अपने रिश्ते का एक क्लीयर पक्ष जानने और समझने का मौका मिलेगा और एक पॉजिटिव नजरिया भी।

एक-दूजे के प्यार को दें अहमियत

प्यार को समझें

जीवनसाथी से आपका इमोशनल अटैचमेंट जरूरी है। प्यार का एहसास सिर्फ फिजिकल टच, प्यार भरे शब्दों, गिफ्ट देने तक ही नहीं हैं। यह समझना जरूरी है कि आपके पार्टनर क्या चाहते हैं। हो सकता है कि प्यार के मायने उनके लिए दूसरों से थोड़ा हटके हो या फिर शायद उनके प्यार बयां करने का अंदाज औरों से जुदा हो। इमोशनली अटैच रहेंगी तो उन्हें भी समझ पाएंगे और उनके इस अंदाज को भी।

पॉजिटिविट टाइम निकालें

 

पति-पत्नी की आपसी समझ

यह समझना बहुत जरूरी है कि हमें हर चीज के लिए सिर्फ अपने पार्टनर पर निर्भर नहीं रहना चाहिए। यह बिल्कुल भी ज़रूरी नहीं है कि अगर आप अकेला फील कर रही हैं तो इसका मतलब ये हो गया कि रिश्ते में कोई प्रॉब्लम है। इस वक्त को अपने दोस्तों से मिलने जुलने में लगाएं और चाहें तो कोई क्रिएटिव एक्टिविटी में भी अपना मन लगाएं। खुद के पॉजिटिविटी और क्रिएटिवली इंगेज रखने की हर जरूरी कोशिश करें।

सोशल मीडिया से जरा बचके

सोशल मीडिया से बचें

 

आजकल सोशल मीडिया हम सब की लाइफ में बहुत ज्यादा घुसपैठ करने लगा है। शादी की तैयारी से लेकर बेबी शावर तक लोग अपने पर्सनल मोमेंट सोशल मीडिया पर शेयर करते हैं। लेकिन इसका यह मतलब बिल्कुल भी नहीं है कि आप भी उन मोमेंट्स को देखकर ठीक वैसा ही अपनी लाइफ में भी एक्सपेक्ट करने लगें और वैसा ना होने पर अपने रिश्ते में खामियां निकालना शुरू कर दें।

रिश्ते को जीना सीखें

रिश्ते को जीना सीखें

पति-पत्नी को एक दूसरे को स्पेस देना और एक दूसरे के रिश्ते को इज्जत देना जरूरी होता है। अगर पति या पत्नी शादी से पहले रहे किसी दोस्त से मिलते हैं तो ना तो पत्नी को पति पर शक करना चाहिए और ना ही पति को अपने पत्नी के दोस्ती पर। शादी के बाद भी चाहे पति हो या पत्नी दोनों अपने पूराने दोस्त से मिलने का हक रखते हैं, ये समझना दोनों के लिए जरूरी है। जब हम एक दूसरे के रिश्ते को अहमियत देंगे तो खुद बा खुद रिश्तों में गरमाहट आ जाएगी और रिश्ते को जीना सीख जाएंगे।

फोटो साभार- गूगल

डिप्रेशन

दोस्तों कई बार हमारे जीवन में कुछ ऐसे क्षण भी आ जाते है, जब हम बहुत बुरा महसूस कर रहे होते है। इस बैड फिलिंग की वजह चाहे जो हो लेकिन कई बार किसी बात का इतना बुरा लगता है कि हम बहुत कोशिश करते है इस बैड फिलिंग से बाहर निकलने की लेकिन हम ये करने में सक्षम नहीं हो पाते।
तो दोस्तों, सबसे पहले तो हमें ये जान लेना जरूरी है कि ये बैंड वाली फिलिंग हमें होती क्यों है:

  • क्या इसका कारण हम खुद है या कोई दूसरा व्यक्ति इसका कारण है?
  • क्या ये हमारी गलतियों के कारण है या किसी और की गलती की सजा हमें मिल रही होती है?

दोस्तों, हम सब इंसान है और हमारे दिलों में भावनाएं होना स्वाभाविक है और इन्ही भावनाओं को जब कोई चोट पहुंचाता है तो हमें बुरा लगना भी स्वाभाविक है।
लेकिन आपको अपने आप को ज्यादा परेशान करने की जरूरत नहीं है, आपने आप को बुरा महसूस न होने दें।

इसके लिए आज मैं आपके लिए कुछ ऐसे सुझाव लेकर आई हूं जिससे आप अपनी इस बैंड वाली फिलिंग से चुटकियों में छुटकारा पा सकते है।

तो चलिए सबसे पहले हम जान लें कि हमें बुरा क्यों लगता है:

1. दुखी होने के कारण: कभी कभी हम किसी बात को लेकर बहुत दुखी होते है। वजह चाहे जो भी हो लेकिन हमें इस परिस्थिति में बहुत बुरा महसूस हो रहा होता है ।

2. हानि होने के कारण: कई बार हमारा कोई नुकसान होने पर हम बहुत परेशान हो जाते हैं। दुखी हो जाते हैं। मन ही मन खुद को और दूसरों को कोस रहे होते है। चाहे कैसा भी इंसान हो वह किसी भी तरह की हानि को आसानी से पचाने में असमर्थ होता है। यही कारण है कि उस हालत में भी हम बैड फिलिंग का शिकार हो रहे होते हैं।

3. डिप्रेशन होने के कारण: कई बार बहुत बुरा महसूस होने का एक मुख्य कारण होता है डिप्रेशन। इसकी वजह से इंसान खुद को अकेला और पिछड़ा हुआ महसूस करने लगता है। जिससे बैड फिलिंग होना स्वाभाविक हो जाता है।

4. SAD(सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर) के कारण: जी हां, ये एक प्रकार का डिसऑर्डर है जो मौसम के परिवर्तन के कारण हो सकता है। इसकी वजह से हम चिड़चिड़े हो जाते है। हर बात पर गुस्सा आने लगता है। किसी से बात करने का मन नहीं करता। इस कारण हम खुद को दूसरों से अलग कर लेते है, जिस कारण हम बुरा महसूस करने लगते है।

अब हम जानते है कि अगर बुरा महसूस हो तो हम कैसे इससे छुटकारा पा सकते है:

1. संगीत सुनें- जी हां, संगीत बहुत से मनोरोगों का एक मात्र घरेलू उपचार है। संगीत सुनने से हम अच्छा महसूस करने लगते है। तथा मन और दिमाग का तनाव भी दूर होता है। जब कभी आपको बुरा महसूस हो तो आप अपनी पसंद का संगीत सुने, और फिर देखे कैसे ये आपको अच्छा महसूस करवाता है।

संगीत सुनती लड़की

2. कुछ देर रोएं- अगर कभी आपको बुरा महसूस हो रहा है और आपको रोने का मन है तो कुछ देर रोएं। इससे आपके अंदर का अवसाद बाहर आ जायेगा और आप अच्छा महसूस करेंगे और इसके ठीक विपरीत अगर आप अपने आप को रोने से रोकेंगे तो तनाव कम होने की बजाय बढ़ जायेगा।

3. अपने विचार और भावनाएं सांझा करे- जी हां, आप अगर किसी भी वजह से बुरा महसूस करते है तो आपने किसी करीबी के साथ अपनी भावनाओं की साझा करे, उन्हें अपनी भावनाएं बताए, उन्हें बताएं कि इस वक्त आप कैसा महसूस कर रहे है। आप पाएंगे कि आपका मन हल्का हो गया है और आप पहले से बेहतर महसूस कर रहे है।

4. बाहर घूमने जाएं- अगर आपको बुरा महसूस हो रहा है तो अपने आपको थोड़ा समय दे, अच्छा महसूस करने के लिए आप बाहर घूमने जा सकते है।

5. पार्टी या कोई फंक्शन अटेंड करें- जी हां, कई बार हम जब भी बुरा महसूस करते है तो अपने आप को दुनिया से कट लेते है लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए, क्योंकि जितना आप लोगों से मिलेंगे उतनी जल्दी आप उन बातों को भूलेंगे जो आपको परेशान कर रही है। इसके लिए आप पार्टी या फंक्शन अटेंड करें।

6. साकारात्मक रहें- सबसे ज़रूरी बात जो आपको कभी भी किसी भी अवसाद या डिप्रेशन से बचाएगी वो है आपका साकारात्मक रहना। हमेशा पॉजिटिव रहे और और अपने आप को नकारात्मक विचारों से दूर रखें। हर चीज को सकारात्मक नजरिया से देखें। और फिर देखिए कैसे ये दुनिया आप के इशारों पर गोल गोल घूमेगी।

आज के लिए इतना ही, फ़िर मिलते है एक नए विषय के साथ। अपना तथा अपनों का ख्याल रखें।

पति-पत्नी के बीच मधुर रिश्ता

जब आप जीवन-साथी से उम्र भर का साथ निभाने के वादा करते हैं तो आपके रिश्तों में उम्मीदें परवान चढ़ती है और रिश्ते को बल मिलता है जन्म-जन्मांतर का साथ निभाने का। ..लेकिन बताते चले कि समय के साथ रिश्तों के मायने भी चेंज हो रहे हैं।

किसी भी रिश्ते को बनने में सालों साल लग जाते हैं पर आपसी मनमुटाव और जल्दबाजी में अलग होने का फैसला रिश्ते को उजाड़ देता है। पति-पत्नी के रिश्ते में सबसे ज्यादा जरूरत आपसी समझ और मैच्योरिटी की होती है। कपल्स अगर ये बात समय रहते समझ लें तो आगे कभी किसी भी तरह के परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। आइये देखते हैं किन वजहों से रिश्ते में दूरी और मनमुटाव पैदा हो जाती है-

पार्टनर जैसे हो वैसा ही एक्सेप्ट करना

पति-पत्नी के बीच मधुर रिश्ता

रिश्ते के शुरुआती दिनों में तो सब ठीक रहता है लेकिन धीरे-धीरे मनमुटाव के हालात तब पनपने लगते है जब एक दूसरे में कई कमियां नजर आती हैं। एक परफेक्ट पार्टनर की आपकी कल्पना में जब आपका पार्टनर खरा नहीं उतरता है तो यहां से शुरू होता है असल टकराव। रिश्ता वही सक्सेसफुल रहता है जहां आप अपने पार्टनर को बदलने के बजाय उन्हें वैसे ही एक्सेप्ट करें जैसे कि उसे आपने पाया है।

फैसलों में ना हो फासला

पति-पत्नी में तकरार

जब इन्सान एकसाथ रहता है तो रिश्ते में कभी कभी तकरार तो लाजमी है लेकिन कुछ मुद्दे ऐसे हैं जिन्हें समय में सुलझाना बहुत अहम है। शादी के बाद दोनों को कहां रहना है, बच्चे कब और कितना खर्च करना है, यह सब ऐसे इश्यू हैं जिन पर अगर सहमति ना बने तो दूरियां आ जाती है। रिलेशन में बातें साफ-साफ ना हो तो समस्याएं आना लाजमी है। कहीं फासला ना बढ़े इसके मद्देनजर वक्त रहते सही और मिल-बैठकर फैसले लीजिए।

मिस कम्यूनिकेशन पर नजर रखना

मिसिंग कम्यूनिकेशन

एक घर में रह कर भी कई बार एक दूसरे को क्यों नहीं समझ पाते ? इस सवाल का जवाब है मिस कम्यूनिकेशन यानी कि बातचीत की कभी। आप दोनों पूरा दिन अपने ऑफिस में बिजी रहते हैं… शाम की चाय से लेकर सोने तक या तो दोनों मोबाइल पर बिजी रहते हैं या टेलिविजन पर। डिनर पर बाहर जाने का प्लान भी बनता है तो वहां भी मोबाइल है कि पीछा ही नहीं छोड़ता। जब एक दूसरे के लिए आप वक्त ही नहीं निकालेंगे तो आपको पता ही नहीं चलेगा और रिश्तों में आए मनमुटाव में बदल जाएंगे।

दूसरों के रिश्ते से अपने रिश्ते का कम्पेयर करना

पति-पत्नी का प्यार

सोशल मीडिया के इस जमाने में आपको भले ही अपने पार्टनर की हॉबी के बारे में पता हो या नहीं पर अपने दोस्त के पार्टनर का पसंद-नापसंद का जरूर पता होता है। दूसरा कपल छुट्टियों में कहां गया, सालगिरह में आपकी दोस्त के पति ने उसे क्या गिफ्ट दिया या बेबी शॉवर में आपकी दोस्त ने जैसी फोटो खिंचवाई, वैसा शूट आपने क्यों नहीं कराया, बस इन्हीं टॉपिक्स को मुद्दा बनाकर अगर आप अपने पार्टनर से लड़ने लगेंगी तो रिश्तों में तो खटास आएगी ही।

सुलह करने की आदत नहीं

सुलह की आदत

अगर आप चाहते है कि आपका रिश्ता कामयाब रहे तो कॉम्प्रोमाइज तो आपको करना ही पड़ेगा। इसका यह मतलब जरा भी नहीं है कि आप अपने पार्टनर की ज्यादतियों को सहें या बुरा बर्ताव चुपचाप सहते रहें। इस मतलब है कि कई बार दूसरे की खुशियों को अपनी खुशियों से ज्यादा अहमियत देना, अपने ईगो को रिश्ते में ना आने देना और छोटे-छोटे एडजस्टमेंट करना। सिर्फ थोड़े से बदलाव और रिलेशन में बदलाव खुद महसूस करने लगेंगे।

रिश्ते में विश्वास बनाए रखना 

पति-पत्नी की आपसी समझ

काम के सिलसिले में पति-पत्नी दोनों ही घर से बाहर रहते हैं। जाहिर है कि उनका सोशल सर्किल भी होगा। दोस्तों के साथ हंसी-मजाक भी होगा। अब अगर यह बात आपके पार्टनर को पसंद नहीं है तो समय रहते उन्हें यह समझना होगा कि यह नॉर्मल है। रिश्ते भरोसा पर टिके होते हैं। यहां एक तरफ जरूरी है कि आप अपने पार्टनर को समझाएं कि आप उनका विश्वास नहीं तोड़ेंगे वहीं इस कमिटमेंट को आप ईमानदारी से निभाएं।

एक-दूसरे की इज्जत करना 

पति की बातों को ध्यान से सुनना

जब रिश्ते में एक दूसरे के लिए इज्जत ही नहीं है तो बातें समझना-समझाना तो बहुत दूर की बाच हो जाती है। एग्रसिव बिहेवियर, गुस्सा और बात बात पर ओवर रिएक्ट करना ये कुछ ऐसी आदतें हैं जो किसी भी हरे-भरे रिश्ते में दरार ला सकती हैं।

रिश्ते के बीच फाइनेंश का ध्यान

परफेक्ट मॉम

फाइनेंस को लेकर कपल्स में तनातनी आम तो है लेकिन बेहतर यही है कि समय रहते आप ये बातें अपने पार्टनर से क्लियर कर लें। घर के खर्चों में किसकी कितनी भागीदारी होगी, लोन किस के नाम पर होगा, बच्चों का खर्च कौन उठाएगा, इन बातों पर अगर आप दोनों मिल कर साफ बात कर लेंगे तो आने वाले समय में इन्हें लेकर होने वाले मामले से आप बच सकते हैं।

नशे से नुकसान

शराब का आदि पति

कोई भी सेंसिबल पार्टनर अपने साथी की किसी भी गलत लत को बढ़ावा तो नहीं देगा। चाहे वो अल्कोहल की तल हो या फिर सट्टेबाजी की आदत। रिलेशनशिप में सेंसबली और रिस्पांसिबल के तहत अगर आप व्यवहार नहीं करेंगे तो रोज की तकरार कब रिश्ते को खत्म कर देगी पता भी नहीं चलेगा और तब तक बहुत देर हो चुकी होगी।

अपने पार्टनर की दूसरों से तुलना करना

गुस्से में पत्नी

खुद को वो कितनी अच्छी तरह से लेकर आगे चलती है, उसका पति कितना फिट है इस तरह की तुलना आपके रिश्ते के लिए हेल्दी नहीं हैं। अगर किसी की तारीफ भी करनी है तो लहजे का जरूर ख्याल रखें ताकि आपके पार्टनर की फीलिंग हर्ट ना हों।

फोटो सौजन्य- गूगल

पति-पत्नी का प्यार

उनकी सब बातें सुनती हूं लेकिन वह मेरी बातों को अनसुना कर देते हैं। प्यार तो करते हैं लेकिन गिफ्ट कभी-कभी देते हैं। ये कुछ ऐसी शिकायतें हैं जो महिलाओं को अक्सर अपने पार्टनर से होती है। मुमकिन है कि आपके पति आपके दोस्त के पति की तरह सोशल नेटवर्किंग को तवज्जो कम देते हों और फेसबुक और इंस्टा पर प्यार की बिगुल बजाते ना दिखें तो घबराएं नहीं.. क्योंकि ऐसी बहुत सी बातें हैं जो आपके पति को आपके बारे में पसंद हैं और इस बारे में आप अंजान हों।

बिना डिमांड ख्वाहिश को समझना

पति पर भरोसा

कॉफी टेबल पर पड़ी गर्म चाय की प्याली हो या गीली टावेल बेड पर… आप पहले तो थोड़ा बड़बड़येंगी पर फिर खुद ही टावेल बाहर डालेंगी और बिना उनकी डिमांड के फ्रेश चाय बना देंगी। अब आपकी इस खास अदा पर आपके पति नजदीक आने का बहाना ढूंढ़ेंगे। दिन भर में ऐसे और भी कई काम हैं जो आप बिना कहें करती हैं और आपके पति मन ही मन खुद को भाग्यशाली मानते हैं।

तारीफ के ‘वो’ दो लफ्ज़

अरे वाह! आज तो बड़े स्मार्ट लग रहे हो.. अगर आप भी यूं ही अपने पतिदेव की थोड़ी-बहुत तारीफ कर देती है तो आपके पति को आपकी यह बात काफी पसंद है। जी हां, पुरुष भले ही तारीफ सुनने पर महिलाओं की तरह अपनी खुशी जाहिर ना करते हों लेकिन कॉम्पलीमेंट किसे पसंद नहीं।

चाहे कितनी भी हो जिम्मेदारियां नहीं भूलती तारीख

पति के लिए तोहफा

महिलाएं चाहें कितनी प्रोफेशनल क्यों ना हों, कितनी भी एडवांस क्यों ना हों लेकिन शादी की सालगिरह से लेकर आपकी वो पहली मुलाकात ना भूलती हैं और ना भूलने देती हैं। आपके पार्टनर भले ही इन तारीखों को खुद याद ना रखते हों पर आपका इन तारीखों को महत्व देना, याद रखना और सेलिब्रेट करना उन्हें काफी पसंद है।

..आपका गुस्सा लाज़मी है लेकिन

गुस्से में पत्नी

आपके हसबैंड डिनर पर समय पर नहीं पहुंच पाएं, आपका बर्थडे पर गिफ्ट नहीं लाए तो आपका गुस्सा मुनासिब है लेकिन बावजूद इसके सुबह नाश्ते पर आपका उनका इंतजार करना, काफी पसंद हैं उन्हें। आप खफा तो होती है पर आपका प्यार कम नहीं होता और इसी बात से आपकी इज्जत उनके दिल में और बढ़ जाती है।

आप हैं स्पेशल और परफेक्ट मॉम

परफेक्ट मॉम

मां बच्चे के लिए रोल मॉडल से कम नहीं होतीं। मां के साथ बच्चे अपना ज्यादातर समय भी बिताते हैं। आज के समय में भले ही महिलाएं और पुरुष दोनों की अपनी प्रोफेशनल लाइफ हो और दोनों व्यस्त रहते हों पर महिलाओं को अपनी व्यस्तता के बीच भी बच्चों के लिए समय निकालने में महारत होती है। अपने बच्चों पर ध्यान देने से लेकर उन्हें पढ़ाना-लिखाना जो शायद आपके पति आपसे ना कहें लेकिन मन ही मन वह खुश भी होते हैं और आपको इस होम बैलेंस के लिए मानते भी हैं।

फेवरेट खाना बनाना

फेवरेट खाना

कोई मौका नहीं चाहिए महिलाओं को अपने परिवार के लिए उनकी फेवरेट डिश बनाने के लिए। बारिश हो तो पकौड़े तल दिए, बच्चों की डिमांड से पहले चॉकलेट केक बेक कर दिया…हर जगह यही कहानी है…। विश्वास कीजिए दफ्तर में लंच बॉक्स खोलते समय जब उनकी पसंदीदा डिश उनके सामने होती है तो वह खुद को बड़ा लकी मानते हैं और दोस्तों के सामने खुद को खुशनसीब दिखाने का यह मौका नहीं गंवाते।

हर चीज का हल है आपके पास

बात चाहे घर की हो या बच्चे के स्कूल से जुड़ी, कमीज ना मिलने से लेकर बच्चों के लिए होमवर्क तक, आपका प्रॉब्लम्स का चुटकियों में हल कर देना और आपके मैनेजरियल स्किल्स… यही बातें तो हैं जो उन्हें भरोसा देती हैं कि हां- मैं हूं ना।

तसल्ली से सुनना और समझना जरूरी

पति की बातों को ध्यान से सुनना

जिस तरह महिलाएं चाहती हैं कि उन्हें कोई अनसुना ना करे वैसे ही जब आप अपने पति की किसी परेशानी को तसल्ली से सुनती और समझती हैं तो उन्हें आपकी यह आदत ना सिर्फ पसंद आती है बल्कि आप पर उनका विश्वास और प्यार भी बढ़ जाता है।

आपके आत्मविश्वास के कायल हैं

मीटिंग में आपका खुद को आत्मविश्वास के साथ प्रेजेंट करना हो या फिर डिनर पार्टी में उनके दोस्तों से घुलना-मिलना हो, आपका खुद पर विश्वास और खुद को प्रेजेंटेबल रखना कहीं ना कहीं उनके आत्मविश्वास को भी बढ़ाता है।

आपका उनपर भरोसा दिखाना 

पति-पत्नी का प्यार

प्रोफेशनल जिंदगी में अगर कोई दिक्कत है या फिर कोई और बात से आप परेशान हैं तो आपका अपने पार्टनर से अपनी परेशानी डिस्कस करना जरूरी है पर शायद आप यह नहीं जानती होंगी कि आप जब अपनी परेशानी उनसे डिस्कस करती हैं तो उन्हें अच्छा लगता है, यह सोचकर कि आपने उन पर भरोसा किया।

अगर पति-पत्नी के रिश्ते की डोर विश्वास और प्यार भरी ना हो तो जल्द ही टूट जाती है…।

पति-पत्नी की आपसी समझ
पति-पत्नी का रिश्ता बड़ा ही खास और जिंदगी के एहसास से जुड़ा होता है। कभी ये एहसास मीठा तो कभी कढ़वाहट से भरा होता है